लहसुन की खेती में खरपतवार नियंत्रण (Lahsun Ki Kheti Me Kharpatwar Niyantran) : हमारे देश में लहसुन की खेती किसान बड़े पैमाने में करते है और लहसुन की मांग साल भर बाजार में बानी रहती है इस लिए लहसुन का भाव भी मंडी, मार्केट में अधिक रहता है और इन की वजे से किसान को लहसुन की खेती से बड़ी कमाई होती है और आज के समय में कई किसान लहसुन की खेती करने लगे है।
लहसुन का इस्तेमाल हम अचार, चटनी, मसाले और सब्जियों में करते है। लहसुन का उपयोग इसकी सुगंध और स्वाद के कारण लगभग सभी प्रकार की सब्जियों और मांस व्यंजनों में किया जाता है। इन के अलावा लहसुन में कई विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते है। जो मानव शरीर के लिए काफी उपयोगी है। लहसुन में प्रोटीन, वसा, खनिज, लोहा, विटामिन ए, बी, सी और सल्फ्यूरिक एसिड आदि पोषक तत्व और विटामिन की मात्रा मौजूद होती है।
लहसुन का इस्तेमाल कई बीमारी में ठीक करने के लिए और कई बीमारी राहत के लिए किया जाता है। जैसे की कोई पेट की समस्या और गले की तकलीफ, कान में दर्द आदि में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है। लहसुन खाने में तीखा लगता है और इन की कलि से गन्ध आती है। पर इन के स्वाद के बिना कई सब्जी फीकी लगती है।
आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से लहसुन की खेती में खरपतवार का नियंत्रण कैसे करें इन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक जरूर बने रहे।
लहसुन की खेती में खरपतवार नियंत्रण (Lahsun Ki Kheti Me Kharpatwar Niyantran)
लहसुन की फसल में कलि का अंकुरण 6 से 7 दिन अच्छे से अंकुरित हो जाती है। पर लहसुन की फसल में खरपतवार 4 से 5 दिन में उगने लगते है। यह खरपतवार बड़ी तेजी से बढ़ता है और इन का असर सीधा उत्पादन पर पड़ता है। इन की कारण उत्पादन किसान को कम प्राप्त होता है और किसान को बहुत नुकशान होता है।
किसान लहसुन की फसल में समय समय पर सिंचाई और खाद डालके लहसुन का उत्पादन अधिक प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल करता है पर यह लहसुन के पौधे से अधिक खाद तो यह खरपरवार ग्रहण कर लेते है और लहसुन के पौधे का विकास कम और खरपरवार का विकास अधिक होता है। पर आज हम इस खरपतवार नियंत्रण का बेस्ट दवाई के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
लहसुन की फसल में कौन कौन सा खरपतवार उगता है?
लहसुन की फसल में मोथा, कांग्रेस घास, कंटाचलाई, मैक्रा, खल मुरिया, जंगली पॉइन्सेटिया, बथुआ, जंगल चालाई आदि बिन जरूरी घास उगता है और लहसुन की फसल में अधिक उत्पादन में अवरोध करता है। इन सभी बिन जरूरी घास का नियंत्रण समय रहते करना चाहिए नहीं तो उत्पादन कम और नुकशान अधिक होता है।
लहसुन की फसा में खरपतवार नियंत्रण कैसे करें
लहसुन की बाजार में अधिक मांग और लहसुन की फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए लहसुन की फसल में खरपतवार नियंत्रण करना बेहद जरूरी है। लहसुन की फसल में जो अधिक खरपतवार उगने से फसल में कई रोग और कीट लगाने की संभावना भी बढ़ जाती है और जब लहसुन के पौधे को कोई रोग या कीट ग्रसित कर लेते है तब उत्पादन बहुत कम प्राप्त होता है।
लहसुन की फसल में खरपतवार नियंत्रण करने के लिए आप मार्केट में मिलने वाली विविध दवाई का इस्तेमाल कर शकते है। लहसुन के रोपाई से पहले और रोपाई के समय आप ऑक्सीफ्लोरफेन 23.5 प्रतिशत ईसी का नाप 8 मि.ली 16 लीटर पानी में अच्छे से मिला के छिड़काव करें। इन के अलावा पेंडीमेथालिन 30 प्रतिशत ईसी 80 मि.ली 16 लीटर पानी में अच्छे से घोल के छिड़काव करें
लहसुन की फसल में इन खरपतवार नियंत्रण आप खुरपी की मदद से भी निराई गुड़ाई कर शकते है और खुरपी से निराई गुड़ाई करने से फसल की विकास भी अच्छी होती है और मिट्टी की उत्पादन शक्ति भी बानी रहती है। हमारा सभी किसान बंधू को एक चूजाव है की फसल में खरपतवार नियंत्रण खुरपी की मदद से करें तो असब से अच्छा है। रासायनिक दवाई का इस्तेमाल कर के खरपतवार नियंत्रण करने से जमीन की उपजाऊ शक्ति पर प्रभाव पड़ता है।
अन्य भी पढ़े
- गर्मी के दिनो मे आम की बागवानी में रखे इन बातो का ध्यान और ऐसे करें सिंचाई
- आम को अधिक मीठा और स्वादिष्ट बनाने के लिए करे इस खाद का प्रयोग
- प्याज की नई किस्म कृषि वैज्ञानिकों ने की विकसित पुरे साल नहीं होगी ख़राब
आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को लहसुन की खेती में खरपतवार नियंत्रण (Lahsun Ki Kheti Me Kharpatwar Niyantran) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।