गेहूं में नैनो यूरिया का प्रयोग कब कर शकते है? (Gehu Me Nano Urea Ka Prayog Kab Kar Shakte Hai)
गेहूं में नैनो यूरिया का प्रयोग कब कर शकते है? (Gehu Me Nano Urea Ka Prayog Kab Kar Shakte Hai) : गेहूं की फसल में नैनो यूरिया का प्रयोग आप दो बार कर शकते है। जब गेहूं बीज अच्छे से अंकुरित हो जाए और फसल अच्छे से विकास करने लगे तब दो छिड़काव कर शकते है। बीज अंकुरित के बाद 30 दिवस बाद एक छिड़काव करे और इन के बाद पहला छिड़काव के ठीक 20 से 25 दिन बाद दूसरा छिड़काव कर शकते है।
नैनो यूरिया से किसान को क्या क्या फायदे होते है?
हमारे देश भारत के कई राज्य में विकसित भारत की संकल्प यात्रा में देखा गया है की गांव के किसान अपनी खेत में पंप की मदद से या तो ड्रोन की मदद से नैनो यूरिया और डीएपी का छिड़काव कर रहे है। हमारे देश की सरकार भी किसान को ड्रोन खरीदी के लिया अच्छी मात्रा में सब्सिडी देती है और नैनो यूरिया का फसल पर छिड़काव करने के लिया भी भारी अनुदान प्रदान किया जाता है।
किसान को नैनो यूरिया के इस्तेमाल करने से कोई फायदा हो रहा है या नहीं यह सवाल 15 दिसंबर के दिन लोकसभा में किया गया था। इन के जवाब में रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने साफ साफ बतादिया है की देश में जो विकसित किया है नैनो यूरिया इन का प्रयोग फसल में करने से उत्पादन में बड़ोतरी देखने को मिली है। और जो दानेदार यूरिया है इन के दाम अधिक है और नैनो यूरिया का दाम भी कम होने से लागत में भी कमी हुई है।
किसान को नैनो यूरिया से कोन कोन से फायदे होगे?
हमारे लोकसभा में मोजूद रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने बताया है की नैनो यूरिया के इस्तेमाल के लिए नैनो यूरिया से किसानों को होता है यह लाभ राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR ने अलग-अलग जगहों पर परीक्षण किया है। और इन के बाद कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय एवं मेसर्स इंडियन फ़ॉर्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफ़को) द्वारा नैनो यूरिया को उर्वरक नियंत्रण का आदेश 1985 में दिया गया है।
हमारे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR ने अलग अलग परीक्षणों में देखा गया है। इस नाइट्रोजन की योग्य मात्रा लेकर टॉप ड्रेसिंग तरीके से नैनो यूरिया का दो स्प्रे करने से फसल का उत्पादन 4 से 8 प्रतिशत तक का बढ़ जाता है। इन के अलावा नैनो यूरिया का इस्तेमाल करने से फसल में 25 से 50 प्रतिशत तक का यूरिया की बचत हो जाती है। यूरिया की एक बोरी 45 किलोग्राम की होती है और इन की कीमत से 16 प्रतिशत तक कम कीमत में इफ़को नैनो तरल यूरिया की एक बोतल 500 ML की कीमत मात्र 225 रुपए है। इन से किसान को फसल का उत्पादन तो अधिक मिलता है पर इन के कम दाम होने से किसान को लागत भी कम होती है।
नैनो यूरिया से फसल को क्या क्या लाभ होता है?
यह नैनो यूरिया का किसी भी फसल पर छिड़काव करने से पौधे के पत्तो और शाखा से पौधे को अच्छे से मिलता है। और उस फसल को नाइट्रोजन की पूर्ति होती है। अपने आकार और उच्च सपाटी के कारण यह फसल को जरूरी पोषक तत्व की पूर्ति करता है। जिन के कारण किसी भी फसल के पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिलजाते है और फसल की अच्छी विकास होती है और अधिक उत्पादन किसान को प्राप्त होता है।
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