गर्मी के मौसम में खीरे की इन टॉप 3 किस्में की खेती करें कम लागत और अधिक मुनाफा होगा

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Khira Ki Top Variety

खीरा की टॉप वैरायटी (Khira Ki Top Variety) : हमारे देश भारत के सभी किसान भाई विविध जलवायु और अलग अलग विस्तार में अनाज की फसल, तिलहनी फसल, दलहन फसल इस प्रकार की सभी फसल की बुवाई और देखभाल कर के अच्छा उत्पादन के साथ अच्छी कमाई भी करते है।

इन सभी फसल में से अधिक उत्पादन किसान को सब्जी वर्गी फसल में मिलता है। क्यों की सब्जी वर्गी फसल की मांग साल भर बाजार में बनी रहती है। इस लिए बाजार भाव भी अधिक मिलता है और कमाई भी अच्छी होती है। और गर्मी के दिनो मे खीरा की मांग मार्केट में अधिक रहती है। तो किसान खीरा की खेती से भी अच्छी कमाई कर सकता है।

आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम गर्मी के मौसम में अच्छी पैदावार देने वाली खीरा की टॉप 3 वैरायटी (किस्में) के बारे में जानेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक जरूर बने रहे।

Cucumber cultivation

गर्मी के मौसम में अधिक उत्पादन देने वाली खीरा की किस्में

आमतौर पर खीरा की कई सारी उन्नत किस्में (वैरायटी) है पर आज हम गर्मी के मौसम में अच्छा उत्पादन देने वाली टॉप 3 किस्में के बारे में बात करेंगे। जैसे की स्वर्ण शीतल किस्म, स्वर्ण पूर्णिमा किस्म, स्वर्ण पूर्णा किस्म इन के अलावा भी खीरा की नई प्रजाति है।

खीरे की स्वर्ण शीतल किस्म (golden soft variety of cucumber)

खीरा की हाइब्रिड किस्म स्वर्ण शीतल किस्म के फल ठोस और हरे रंग के होते है। इन के फल का आकार भी माध्यम होता है। इन की खेती किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 290 से 300 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है। और इस स्वर्ण शीतल किस्म की एक और भी खासियत है। जो चूर्णी फफूंदी और श्याम वर्ण रोग के सामने बहुत सहनशील वैरायटी है।

खीरे की स्वर्ण पूर्णिमा किस्म (Golden Purnima variety of cucumber)

खीरे की उन्नत किस्म यह स्वर्ण पूर्णिमा किस्म के फल ठोस और हल्के हरे रंग के होते है। इन के फल की लंबाई भी अधिक होती है और फसल एकदम सीधे होते है। खीरे की यह उन्नत किस्म माध्यम अवधि में यानी के बुवाई के बाद 40 से 50 दिन में पहेली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। इन की खासियत भी यह ही है की फल लंबे होते है फिर भी सीधे होते है। इन की खेती किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 225 से 250 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

Cucumber-cultivation

खीरे की स्वर्ण पूर्णा किस्म (Golden Purna variety of cucumber)

खीरा की वैरायटी यह स्वर्ण पूर्णा किस्म के फल माध्यम आकार के होते है और फल ठोस और हरे रंग के होते है। यह भी बुवाई के बाद 45 से 50 दिन में पहेली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। इन की खासियत यह ही है की फफूंदी रोग से प्रतिरोधक है। और इन की खेती किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 330 से लेकर 350 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

खीरे की इन उन्नत किस्में की बुवाई कैसे करें?

खीरे की यह उन्नत किस्में के बीज की बुवाई मुख्य खेत में करने से पहले इन बीज को अच्छे से उपचार कर लेना चाहिए। बीज उपचार करने से बहुत लाभ होता है सभी बीज का अंकुरण अच्छे से होता है और कई रोग और कीट का प्रकोप भी शुरू आती समय में नही लगता है। बीज उपचार के लिए आप 2.5 ग्राम थाइरम दवाई का इस्तेमाल 1 किलोग्राम बीज में कर सकते है।

खीरे के बीज का उपचार अच्छे से करने के बाद इस बीज को छायादार जगह पर कुछ समय तक सूखने के लिए छोड़ देना है। खीरे की खेती नाली विधि से करे तो सब से अच्छा रहेगा इन में आप नाली को 60 सैमी चौड़ी तैयार की जाती है। और एक नाली से नाली की दूरी 2.5 सैमी की राखी जाती है। इस में खीरे की उन्नत किस्में के बीज की बुवाई कतार से कामत में एक मीटर और पौधे से पौधे की दूरी 50 सैमी तक की रखनी चाहिए।

Khira Ki Top Variety

खीरे की खेती से उत्पादन और होने वाला लाभ

अगर खीरे की खेती (Cucumber cultivation) किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है और अच्छे से देखभाल करे तो कृषि वैज्ञानिकों का कहेना है की 400 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त हो और सकता है। और यह जो उत्पादन है यह आप की मेहनत पर निर्भर है। गर्मी के दिनो मे खीरे की मांग भी मार्केट में बहुत होती है। इस लिए एक किलोग्राम खीरे के भाव भी 30 से 40 रूपए तक के मिल जाते है। इन में आप एक एकड़ जमीन में खीरे की खेती से 25 से 30 हजार रुपए खर्च के निकल दे तब भी आप को 85 हजार से लेकर 1 लाख से भी अधिक रुपए का मुनाफा बड़ी आसानी से मिल सकता है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को नमो खीरा की खेती की जानकारी (Khira Ki Kheti Ki Jankari) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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