आम के पेड़ की सिंचाई कब करें? (Aam Ke Ped Ki Sinchai Kab Karen) : आम को सभी फलों का राजा माना जाता है। पके आम को सीधा भी खा सकते है और जूस बना के भी पी सकते है और कच्चे आम का इस्तेमाल अचार, जैम, जैली, चटनी आदि में किया जाता है। पके आम का स्वाद बड़ा मीठी होता है पर कच्चे आम नींबू की तरह खट्टा मीठा लगता है।
हमारे देश भारत का राष्ट्रीय फल भी आम है। इन के स्वाद और गुणों के आधार पर इन्हे यह तुरबा मिला है। आम की बागवानी हमारे देश के विविध राज्य में जैसे की उतर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, उड़ीसा, बिहार, आंध्र प्रदेश आदि राज्य में किसान बड़े पैमाने में आम की बागवानी करते है। इन सभी राज्य में जलवायु के अनुसार आम की अलग अलग उन्नत किस्म की बागवानी की जाती है। जैसे की आम्रपाली,मल्लिका, केसर, पूसा सूर्य, अल्फांसो हापुस, दशहरी, लंगड़ा आदि आम की अलग अलग वैरायटी है।
आम का सेवन करने से मानव शरीर को कई विटामिन और पोषक तत्व मिलते है। जैसे की ऊर्जा, मैग्नेशियम, पोटैशियम, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, फोलेट, विटामिन B, विटामिन K, विटामिन C अधिक मात्रा में पाए जाते है।
आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की गर्मी के दिनो मे आम के वृक्ष को कब सिंचाई करे और आम का अधिक उत्पादन के लिए किन बातो का ध्यान रखना चाहिए। इन सभी पर विस्तार से जानेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।
आम के पेड़ की सिंचाई कब करें? (Aam Ke Ped Ki Sinchai Kab Karen)
आम के छोटे पौधे आप ने लगाए है तो इन गर्मी के दिनों में 6 से 7 दिन के अंतर में एक सिंचाई जरूर करें। पर जब शर्दी का मौसम शुरू होता है तब इन छोटे पौधे को 10 से 15 दिन के अंतर में एक सिंचाई करे। पर शर्दी के मौसम में जब पाला अधिक पड़ता है तब हल्की सिंचाई जरूर करे ताकि पौधे को पड़ने वाला पाला नुकशान ना पंहुचा शके।
अगर आम के पेड़ बड़े हे और फल आते है इन पेड़ को जब फूल दिखाई दे तब सिंचाई नहीं करनी चाहिए। नहीं तो उत्पादन कम प्राप्त होता है। इन दिनों में सिंचाई करने से पौधे की नई सखा का फुटाव होता है और पेड़ की वृद्धि होने लगती है पर जो फूल खिले थे वे जड़ने की संभावना बढ़ जाती है। और आम के फल का उत्पादन कम प्राप्त होता है
गर्मी के मौसम में आम की बागवानी में सिंचाई
गर्मी के दिनो मे तापमान अधिक रहता है। और आम के पेड़ में फल भी गर्मी के मौसम में लगते इन फल की अच्छी विकास के लिए आम के वृक्ष को 6 से 7 दिन के अंतर में एक सिंचाई जरूर करनी चाहिए। इन दिनों में आप ने पेड़ की चारो दिशा में गोबर की खाद और कुछ उर्वरक डाल के इन्हे मिट्टी से अच्छे से ढक दे बाद में एक सिंचाई करे ताकि जो आम के चारो तरफ खाद डाला है वे आम के पेड़ को अच्छे से जड़ो की मदद से मिले और आम के फल अच्छे से वृद्धि कर सके।
आम के पेड़ पर जब फूल आते है तब सिंचाई बिल्कुल नही करना नही तो अधिक नमी के कारण पूर्णी फंफूदी का प्रकोप बढ़ जाता है। और जब सर्दी का मौसम आता है तब सिंचाई अधिक करनी चाहिए ताकि सर्दी में पड़ने वाला पाला नुकसान ना कर सके। आम की बागवानी में सिंचाई मिट्टी पर भी डिपेंट करती है। अगर आप ने आम का पेड़ भारी मिट्टी में उगाया है तो कम सिंचाई की जरूरत होगी और बलुई मिट्टी में आम के पेड़ उगाई है तो सिंचाई की भी अधिक जरूरत होती है।
आम की बागवानी आप ने ऐसे विस्तार में की है जहा पर सर्दी में बहुत पाला पड़ता है और गर्मी के दिनो मे अधिक लू तो आम इन पाले और लू से आम के पेड़ या बागवानी को बचाने का प्रबंध करें। गर्मी के मौसम में आम की बागवानी में 7 से लेकर 9 दिन में भी कर कहते है। और सर्दी के मौसम में 10 से 15 दिन के अंतर में एक सिंचाई जरूर करे।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को आम के पेड़ की सिंचाई कब करें? (Aam Ke Ped Ki Sinchai Kab Karen) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
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