ग्वार की खेती कब और कैसे करें (Gwar Ki Kheti Kab Aur Kaise Karen)
किसान इस फसल से 1 एकड़ में से 2.5 लाख की कमाई कर शकते है। जाने पूरी जानकारी
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किसान जनवरी महीने में कई सारी सब्जी वर्गी फसल को खेती करते है और अच्छी मात्रा में उत्पादन प्राप्त कर के अधिक मात्रा में मुनाफा करते है। पर आज जो सब्जी वर्गी फसल की बात करने जा रहे है उस फसल को खेती किसान ने 1 एकड़ जमीन में करे तो तकरीबन 2.5 लाख की कमाई आसानी से कर सकते है।
जनवरी महीने के आखरी सप्ताह तक इस खेती को शुरू आत करदी ज़ाए तो इन के मार्केट भाव 40 से लेकर 60 रूपए तक मिल जाते है। कई बार तो शुरू आती समय में 80 रूपए के आस पास भी मिल जाते है। पर जो 40 रूपए मान के चले तब भी 2.40 हजार तक का प्रॉफिट मिल जाता है। और इस सब्जी के उत्पादन को बात करे तो एक एकड़ से 35 से 40 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।
इस फसल की बुवाई में खर्च कितना होगा
यह सब्जी वर्गी फसल की खेती 1 एकड़ में करने के लिया आप को 10 हजार रूपए की लागत होगी। और मुनाफा की बात करे तो किसान को फिर भी एक एकड़ से 2.30 हजार तक का शुद्ध मुनाफा होगा।
जो किसान इस समय कोई ऐसी सब्जी को लगाने का चोस रहे है और कोई ऐसी फसल लगा के मंडी भाव भी अच्छे प्राप्त हो और मंडी भाव भी अधिक मिले और इस फसल को लगाने के लिया खर्च कम और मुनाफा अधिक मिले तो यह आर्टिकल उस किसान के लिया वरदान रूप साबित होने वाला है। पर इस के लिए आप को हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहने होगा।
इस फसल का नाम क्या है।
ग्वार की खेती कब और कैसे करें (Gwar Ki Kheti Kab Aur Kaise Karen) जनवरी महीने के इस सब्जी वर्गी फसल की खेती करने से किसान की अच्छी कमाई होगी और इस फसल का नाम है गवार की खेती जी हा किसान बंधु इस जनवरी महीने के आखरी सप्ताह में अगेती गवार की खेती कर देते है तो मई महीने तक उत्पादन प्राप्त होता है। आने वाले समय में इन के मार्केट भाव अधिक मिलते है और उत्पादन भी सामदार मिलने से मुनाफा अधिक होता है।
जनवरी के आखरी सप्ताह या फसवारी के पहले सप्ताह में अगेती गवार की खेती करने से मार्केट में इन की मांग बढ़ जाती है और 60 से लेकर 80 रूपए तक शुरू आती समय में भाव मिलते है। और इस सब्जी फसल लंबे समय तक उत्पादन देती है इस लिया कई बार भाव कम हो है तो कई बार ज्यादा भी मिलते है।
गवार की खेती कैसे करते है।
गवार की खेती आप अच्छे से मिट्टी की गहरी जुताई करे और जो पुरानी फसल के अवशेष है इन्हे अच्छे से नष्ट करे। बाद में देशी खाद एक हैक्टर के हिसाब से 13 से 15 टन डाले और अच्छे से मिट्टी में मिला दे। और पाटा लगा के अच्छे से जमीन समतल करे ताकि सिंचाई के समय कोई दिक्कत ना हो।
गवार की खेती के लिया आप क्यारियां तैयार करे और उन्नत किस्में के बीज का चुनाव कर के बीज की बुवाई इन क्यारी में कर कहते है। पर कई किसान इन की खेती बेड बना के भी करते है तब बेड से बेड की दूरी आप 3 फिट की रखे। और एक बेड पर दिनों साईट बीज की बुवाई करे। और इन के बीज से बीज की दूरी 6 से 8 सैमी की रखे। बीज बुवाई के बाद इन की पहेली फलियों की तुड़ाई 45 दिन बाद शुरू ही जाती है।
ग्वार की उन्नत किस्में कौन कौन सी है।
ग्वार की फसल में आज कई उन्नत किस्मे मोजूद है। इन में से कुछ उन्नत किस्मे के नाम कुछ इस प्रकार के है। आरजीसी-936, बुन्देल ग्वार 3, आरजीसी 1002, गोरा 80, शरद बहार, आरजीसी-1003, है। पूसा नवबहार, पूसा मौसमी, आरजीसी-1066, पूसा सदाबहार, इन के अलावा भी कई सारी ग्वार की उन्नत किस्मे है।
गवार की फसल में सिंचाई कब और कैसे करें
गवार की फसल में सिंचाई की बात करते तो फवारा विधि से या ड्रिप इरिगेशन विधि में करे तो सब से अच्छा उत्पादन मिलेगा और ड्रिप इरिगेशन से गवार की खेती करने से हार्वेस्टिंग अच्छा मिलता है और उत्पादन भी अधिक प्राप्त होता है।
गवार की फसल लगाने से पहले यह भी जरूर जानले को इन की खेती के लिया आप ऐसी मिट्टी की पसंदगी करे जो धूप में अच्छे से खुली रही है। इस जमीन में गवार की खेती करने से बहुत बहुत कम रोग एवं बीमारी देखने को मिलती है। इन में कम बीमारी पौधे पर लगेगी पर जड़ से संबंधित बीमारी देखने को मिलेगी। बस तो से तीन बार दवाई का छिड़काव करे। बाकी खाद और उर्वरक का प्रयोग कर सकते है।
खाद की बात करे तो एक एक एकड़ के हिसाब से 30 से 35 किलोग्राम तक का डीएपी (DAP) खाद डालना चाहिए। इन के अलावा यूरिया खाद 15 से 20 किलोग्राम की मात्रा डालनी चाहिए। और म्यूरेट ऑफ पोटाश भी 15 से 20 किलोग्राम डालना चाहिए। यह गवार की फसल के लिया बेसन डोज है।
गवार की खेती में अच्छा उत्पादन और मार्केट में अधिक भाव लेने के लिए आप गवार की आप के मार्केट में सब से ज्यादा जिस किस्में के गवार की रहती है इस किस्में के बीज की बुवाई करे और मार्केट भाव अधिक मिलेगा तब आप को अच्छा प्रॉफिट मिलेगा।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को ग्वार की खेती कब और कैसे करें (Gwar Ki Kheti Kab Aur Kaise Karen) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
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