हेल्लो किसान बंधू आज का यह आर्टिकल आप के लिए वरदान रूप साबित होगा आज के आर्टिकल में हम जानेगे की कम बारिश में मूंगफली का उत्पादन बढ़ाने का तरीका (Kam Barish Me Mungfali Ka Utpadan Badhane Ka Tarika) इन के बारे में कुछ बातो पर चर्चा करेंगे।
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हम सब जानते है की इस साल हमारे देश के कई सारे राज्य के विस्तार में बारिश कम हुई है और कुछ ही ऐसे राज्य है वहां अच्छी बारिश हुई है यह कम बारिश होने की वजे से हमारे किसान बंधू अति चिंतित है क्यों की अगस्त महीने में बहुत कम बारिश पड़ने से किसान ने जो फसल खेती में लगाई है इन फसल की उपज कम होगी इसी लिए तो किसान चिंता में दुब गई है।
इस साल बारिश कम होने से जमीन में दरारे पड़ गई है और यह दरारे पड़ने से फसल का उत्पादन कम मिलता है। और यह दरारे पड़ने से खास कर तो मूंगफली की फसल पर बुरा असर पड़ता है। क्यों की मूंगफली की फसल में इसी समय फली तैयार होने लगती है और इसी समय मूंगफली की फसल को पानी नहीं मिलने से उत्पादन कम प्राप्त होता है।
जब कम बारिश होती है तब मूंगफली की सफल में यह तरीका अपनाइए जरूर उत्पादन में बढ़ोतरी होगी
हमारे कृषि एक्सपर्ट का कहेना है की जब बारिश कम होती है तब मूंगफली की फसल में किसान को अधिक उत्पादन प्राप्त करना है तो किसान को इन बातो का ध्यान रखना चाहिए। जैसे की मूंगफली की बुवाई के बाद 30 से 35 दिन बाद जब फलिया बनने लगे तब मूंगफली के पौधे के आस पास मिट्टी जरूर साढ़ा दे और सिंचाई की व्यवस्था है तो मिट्टी साढ़ा देने के बाद एक सिंचाई जरूर कर ले ताकि अधिक समय तक जमीन की नमी बानी रहे और ज्यादा से ज्यादा मूंगफली के पौधे का पेगिंग हो शके।
जब मूंगफली के पौधे पर फूल दिखाई दे तब बोरान का छिड़काव करे इन से भी उत्पादन में बढ़ोतरी हो शक्ति है इन के आलावा जिंक, सल्फर का भी जरूरियात मुजब छिड़काव कर शकते है। इन के अलावा भी किसान मूंगफली की फसल की बुवाई के बाद 35 दिन बाद इंडोल एसिटिक एसिड का 0.8 ग्राम का माप लेना और अल्कोहल का 7 मिली लेकर 95 से 100 लीटर पानी में अच्छे से घोलमिला के तैयार करे और मूंगफली की फसल में छिड़काव करने से भी अच्छा रिजल्ट मिलता है।
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मूंगफली की फसल में कम बारिश के मौसम में जब इथराल को 35 से 40 प्रतिशत का नाम लेकर 95 से 100 लीटर पानी में अच्छे से घोलमिला के अच्छे से मूंगफली की फसल में छिड़काव करने से भी अच्छा रिजल्ट मिलता है और उत्पादन में 15 से 25 प्रतिशत का उत्पादन बढ़ जाता है।
मूंगफली की फसल में अधिक उत्पादन के लिए कुछ रोग और कीट का भी उचित समय पर नियंत्रण करना अनिवार्य है। जब मूंगफली की फसल में कोई रोग या कीट दिखाई दे तब उचित मात्रा में अच्छी दवाई का छोडकाव करे और मूंगफली के पौधे को इन रोग एवं कीट मुक्त करे ताकि उत्पादन अधिक मात्रा में मिले।
मूंगफली की फसल में कोलर रोग प्रमुख रोग है जो लगने से मुगफली की पैदावार कम मिलती है। इस रोग के नियंत्रण के लिए किसान को जिंक मैगनीज कार्बामेट को 2 किलोग्राम की मात्रा या तो जिनेब 70 से 75 प्रतिशत की 2.5 किलोग्राम दवाई लेकर 1000 लीटर पानी में अच्छे से घोलमिला के एक हैक्टर के हिसाब से 10 से 12 दिन के अंतर में दो से तीन बार अच्छे से छिड़काव करे इन से भी मूंगफली के पैदावार में बढ़ोतरी होती है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम ने आप को कम बारिश में मूंगफली का उत्पादन बढ़ाने का तरीका (Kam Barish Me Mungfali Ka Utpadan Badhane Ka Tarika) अच्छे से बता दिया है।
यह आर्टिकल आप को मूंगफली की फसल में उत्पादन बढ़ने के लिए बहुत काम आएगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है और इस आर्टिकल को अपने मित्रो और किसान बंधू को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
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