सुपारी की खेती करने का सही तरीका (Supari Ki Kheti Karne Ka Sahi Tarika) : हमारा देश भारत एक खेती प्रधान देश है और हमारे देश में किसान कई फसल की बुवाई करते है और बहुत महेनत भी करते है। फिर भी महेनत करने के बाद भी किसान को अच्छी कमाई नहीं होती है। पर आज हम जिस खेती की बात कर ने जा रहे है उस खेती में किसान को महेनत कम और अधिक उत्पादन के साथ लाखो रुपए का मुनाफा हो शकता है।
सुपारी का इस्तेमाल हमारे हिन्दू धर्म में कई विधि और पूजा में किया जाता है। पर इन के अलावा अधिक इस्तेमाल पान, गुटखा, मसाला, मावा आदि में बड़े पैमाने में होता है। इन की डिमांड मार्किट में पुरे साल भर बनी रहती है इस लिए इन की खेती कर के किसान 70 साल तक अच्छी मात्रा में उत्पादन प्राप्त कर के जबरदस्त कमाई के साथ अधिक मुनाफा कर शकता है।
सुपारी का पेड़ नारियल के पेड़ जैसे 55 से 60 फिट के लंबे होते है। इन के पौधे की बुवाई के बाद लगभग 7 से 8 साल बाद पैदावार शुरू हो जाती है। इन के पौधे एक बार लगा के तक़रीबन 70 साल तक लगातार उत्पादन प्राप्त कर के अच्छा मुनाफा किसान प्राप्त कर शकता है। हमारे देश भारत में सुपारी का अधिक उत्पादन कर्णाटक, केरल, असम, इन राज्य में अधिक किया जाता है।
सुपारी की खेती करने का सही तरीका (Supari Ki Kheti Karne Ka Sahi Tarika)
सुपारी के पौधे किसी भी मिट्टी में रोपाई कर शकते है। पर इन के पौधे की अच्छी विकास और पौधे से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए आप इन के नर्सरी से पौधे खरीद के हल्की दोमट मिट्टी, या चिकनी मिट्टी में करे तो सब से अच्छा माना जाता है। इन के पौधे की उचाई 55 से 60 फिट तक के लंबे होते है। और बुवाई के बाद यह पौधे 7 से 8 साल तक के समय में फसल के रूप में सुपारी देने लगती है। और एक खास बात ये है जो एक बार पेड़ बड़ा हो जाता है तब कई साल यानि के 70 साल तक उत्पादन देता रहता है। और किसान इन को बेचकर अच्छी कमाई कर शकता है।
सुपारी की उन्नत किस्में
सुपारी की उन्नत किस्में कई सारी है जैसे की मंगला, सुमंगला, तीर्थहल्ली लोकल, साउथ केनरा लोकल, श्री वर्धन, मोहित नगर, वीटीएलएच-1 और वीटीएलएच-2 आदि किस्में सुपारी की उन्नत किस्में है जैसे की मंगला, सुमंगला, तीर्थहल्ली लोकल, साउथ केनरा लोकल, श्री वर्धन, मोहित नगर, आदि किस्में है
सुपारी के पौधे की नर्सरी कैसे तैयार करे
सुपारी के पौधे बीज से नर्सरी में तैयार करते है। सब से पहले सुपारी से बीज निकल के छोटी क्यारी में इन के पौधे तैयार करते है बाद में इन सुपारी के पौधे को मुख्य खेत में लगाई जाते है। इन के पौधे की रोपाई करने से पहले मिट्टी की जल निकास की व्यवस्था अच्छे से कर लेनी चाहिए। सुपारी के पौधे मुख्य खेती में मानसून के मौसम में जुलाई महीने में लगाई जाते है। यह समय सुपारी के पौधे खेत में लगाने के लिए सब से सही समय माना जाता है। इन की खेती में अच्छे से सड़ी गोबर की खाद और वर्मीकम्पोष्ट खाद का उपयोग जरूर करे।
सुपारी की खेती से कमाई
सुपारी की खेती में पौधे बुवाई के बाद 7 से 8 साल बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते है। और इन की बाजारी मांग अधिक होने के कारण इन के एक किलोग्राम के भाव 500 से 700 रुपए तक के देखने को मिला है कई बार तो 700 रुपए से अधिक भी एक किलोग्राम के दाम बाजार में देखने को मिलता है। इस लिए इन की खेती एक साल में किसान को लाखो रुपए का का मुनाफा करा शक्ति है और यह कमाई एक या दो साल तन नहीं लगातार 70 साल तक किसान को होती रहेंगी।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को सुपारी की खेती करने का सही तरीका (Supari Ki Kheti Karne Ka Sahi Tarika) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
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