किसान को 90 दिन में लाखो रुपिए की कमाई करनी है तो यह खेती करे 

मूली के कंद और पतों दोनों खाई जाते है, मूली के पतों की सब्जी भी बनाई जाती है और कंद अचार और सलाद में इस्तेमाल कर शकते है। 

# 7 

मिट्टी की पसंदगी : मूली की खेती में अधिक उपज के लिए बलुई दोमट मिट्टी को सब से अच्छी मानी जाती है। 

# 6 

लाजवायु : मूली की फसल ठंडे मौसम में की जाती है, शर्दी के मौसम में पड़ने वाला पाला भी मूली के पौधे को कोई नुकसान नहीं होता है।

# 5 

तापमान : मूली के बीज को अंकुरित होने के लिए कम तापमान की आवश्कता होती है पर कंद वृद्धि के लिए सामान्य तापमान की जरूरत होती है।

# 4 

उन्नत किस्में : मूली की खेती से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए उत्तम वेराइटी के बीज को ही चुने और समय सर बुवाई करे।

# 3 

खेत तैयारी : खेत को दो से तीन बार गहरी जुताई करे बाद में पाटा चला के जमीन समतल करे और मूली के बीज की बुवाई मेड में करे।

# 2 

मूली की फसल में रोग : मूली की फसल में कई प्रकार के रोग एवं कीट अटैक करते है, जैसे की झुलसा रोग, माहू, हरी सुंडी आदि रोग लगते है।

# 1