इस प्रकार जीरे की खेती करेंगे तो कभी नहीं होगी पैसो की कमी 

जीरे एक मसाला वर्गी फसल है और इन का उपयोग विविध सब्जी में एवं छाछ, दही आदि में कीया जाता है। 

# 7 

जीरे की खेती के लिए बलुई मिट्टी या दोमट मिट्टी सब से अच्छी मानी जाती है, पर जल निकास की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। 

# 6 

जीरे की खेत तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई करे बाद में 6 से 8 फिट की क्यारी तैयार करे ताकि सिंचाई में सरलता रहे। 

# 5 

जीरे की उन्नत किस्में आर जेड-19, आर जेड- 209, जी सी- 4, आर जेड- 223, जी.सी. 1, आदि उन्नत किस्में है। 

# 4 

जीरे की इन प्रसिद्ध किस्में की बुवाई नवंबर महीने के मध्य तक मुख्य खेत में जो क्यारी तैयार की है इन में कर देनी चाहिए। 

# 3 

जीरे की खेती में सिंचाई एक एहम भूमिका निभाता है, पहेली सिंचाई बीज बुवाई के बाद, करे बाकि की सिंचाई योग्य समय पर करे। 

# 2 

जीरे की फसल से उत्पादन अच्छा मिलने पर और बाजारी भाव अच्छा मिलने पर किसान की किस्मत बदल जाती है। 

# 1