किसान को कम समय में लाखो रुपिए की कमाई करनी है तो गाजर की खेती करे। 

गाजर एक जड़ वाली फसल है, गाजर की अलग अलग किस्में के रंग भी विविध होते है, गाजर का सलाद, हलवा, अचार आदि बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। 

# 7 

पूसा मेघाली : यह किस्में के बीज बुवाई के बाद 90 से 100 दिन में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है, एक हैक्टर से 280 से 340 क्विंटल तक की उपज मिलती है। 

# 6 

चौंटनी : यह किस्मे के बीज बुवाई के बाद 80 से 90 दिन में पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाते है, और एक हैक्टर में से 130 से 155 क्विंटल तक की पैदावार होती है 

# 5 

पूसा केशर : यह एक देशी किस्में है जो बुवाई के बाद 90 से 115 दिन में पक के खुदाई कर शकते है, एक हैक्टर जमीन से 140 से 150 क्विंटल उत्पादन मिलता है। 

# 4 

नैनटिस : यह किस्मे के बीज बुवाई के बाद 115 से 120 दिन में पक जाते है और एक हेक्टर में से 180 से 200 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है। 

# 3 

पूसा रुधिर : यह के बीज बुवाई के बाद 90 से 100 दिन में पक जाती है बाद में खुदाई कर शकते है, एक हैक्टर में से 290 से 300 क्विंटल तक का उपज प्राप्त होती है। 

# 2 

पूसा जमदग्नि : यह किस्मे के बीज 100 से 125 दिन में पक के तैयार हो जाती है, एक हेक्टर में से 180 से 200 क्विंटल तक की उपज मिलती है। 

# 1