कंकोड़ा की खेती कम समय में लखपति बना शक्ति है। 

दोस्तों ककोड़ा करेले के जैसा दिकने में लगता है पर इन की साईज छोटी होती है, छोटे कंकोडे की सब्जी बहोत स्वादिष्ट और अच्छी बनती है। 

# 7 

कंकोड़ा कई बीमारियों से बचाता है जैसे की ब्लडप्रेसर, कैंसर, सरदर्द, खाशी,डायाबिटीज,इत्यादि बीमारियों का समाधान करता है।

# 6 

कंकोड़ा की खेती सभी प्रकार की उपजाऊ मिट्टी में कर शक्ति है, कंकोड़ा की फसल के लिए जल निकास की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। 

# 5 

कंकोड़ा के पौधे ज्यादातर गांठ की बुवाई कर के तैयार किया जाता है, इन कंकोड़ा की खेती जून या जुलाई महीने में की जाती है। 

# 4 

ककोड़ा की खेती में  तापमान 28°C से 35°C तक का अच्छा माना जाता है और इस तापमान में कंकोड़ा की फसल अच्छे से विकास करती है।

# 3 

ककोड़ा की खेती में सड़ी हुई गोबर की खाद, यूरिया 60 किलोग्राम, एस.एस.पी 50 किलोग्राम, एम.ओ.पी 50 किलोग्राम इस प्रकार की खाद देनी चाहिए। 

# 2 

ककोड़ा के बाजार में दाम भी अच्छा मिलता है जैसे की एक किलोग्राम के 100 से 140 के आसपास मिलते है। 

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