ग्वार एक ऐसी सब्जी वर्गी फसल है जो किसान की किस्मत बदल शक्ति है।

ग्वार की फलिया में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते है केसे की प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज, रेशा, आदि तत्व पाए जाते है।

# 7 

जमीन की पसंदगी : ग्वार की खेतीआम तो सभी प्रकारकी मिट्टी में कर सकते है, पर बलुई दोमट मिट्टी में इन की फसल अच्छी होती है।

# 6 

खेत तैयारी : ग्वार की खेत तैयारी में 1 से 2 बार गहरी जुताई करे बाद में एक हैक्टर के हिसाब से 13 से 15 टन गोबर की खाद डाले।

# 5 

ग्वार की उन्नत किस्में : ग्वार की कई सारी उन्नत किस्में है जैसे की आरजिसी 417, अगेती 111, बुन्देल ग्वार 1, आदि किस्में मौजूद है।

# 4 

ग्वार बीज बुवाई : इन की बुवाई ड्रील विधि से करे और कतार की दूरी 30 सेमी की और पौधे से पौधे की 10 सेंटीमीटर की रखनी चाहिए।

# 3 

रोग और उपचार : इस की फसल में बहुत सारे कीट और रोग अटैक करते है केसे की तेला, सफेद मक्खी आदि रोग लगता है।

# 2 

फलिया की कटाई : किसान एक हैक्टर जमीन में ग्वार की खेती करे तो 70 से 110 क्विटंल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

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