नमस्ते किसान बंधु आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की बारहमासी नींबू की खेती (Barahmasi Nimbu Ki Kheti) का पोधा घर के आंगन में कैसे लगाया जाता है और इन पौधे से कैसे अच्छी कमाई होती है।
नींबू की खेती आज के जमाने में बहुत किसान भाई करते है और कई किसान तो नींबू की खेती कर के अधिक कमाई भी कर रहे है।
नींबू की खेती में बारहमासी नींबू की किस्में साल में दो बार फल देती है और इन फल की मात्रा भी अधिक होती है। बारहमासी नींबू के पौधे गर्मी के मौसम और सर्दी के मौसम दोनो में अच्छी पैदावार देते है।
इस किस्में के नींबू के पौधे गर्मी के मौसम में जुलाई महीना और सर्दी के मौसम में फरवरी महीने से मार्च महीने तक अधिक पैदावार देते है।
घर पर बारहमासी नींबू का पोधा कैसे तैयार करे
घर पर बारहमासी नींबू के पौधे तैयार करने के लिए पहेलेे तो एक गमले में कोको पीट, सड़ी गोबर की खाद, अच्छे से मिट्टी में मिला के गमले में भरलेना चाहिए।
नींबू के पौधे दो तरीके से तैयार कर शकते है एक तो नींबू के बीज की बुवाई कर के और नींबू के पौधे से कलम कर के नींबू के पौधे तैयार कर शकते है।
घर पर गमले में नींबू के फल से बीज निकाल के इन बीज को अच्छे से धूप में सूखने दे बाद में इन बीज को गमले में लगा दे और इन बीजों की बुवाई बहुत गहरी नही करनी चाहिए।
सुरू आती समय में इन गमले को हल्की सिंचाई करे ताकि गमले की अंदर की मिट्टी की नमी बनी रहनी चहिए।
नींबू का यह पोधा 80 से 90 दिन में अच्छे से अंकुरित हो के गमले में 5 से 7 इंच का हो जाता है,
गमले से बारहमासी नींबू का पोधा निकाल के आंगन में कैसे रोपे।
पहेले तो घर के आंगन में एक अच्छा सा खड्डा तैयार करे और इन खड्डे में सडी गोबर की खाद, वर्मिकांपपोष्ट दोनो को अच्छे से मिट्टी में मिला दीजिए।
बाद में गमले से नींबू के पौधे को हल्के हाथ से निकल के इन तैयार खड्डों में रोपाई कर लीजिए। नींबू के इन पौधे को खड्डों में लगाने के बाद एक अच्छी सिंचाई भी कर लेनी चहिए।
नींबू के इन पौधे का अच्छे से विकास होने लगे तब इन पौधे पर फूल और फल भी आने लगते है।
नींबू के इन पौधे की देखभाल इस प्रकार से कर सकते है।
नींबू के पौधे पर फूल में से फल बनने लगे तब इन के पौधे की सिंचाई 5 से 6 दिन के अंतर में जरूर करे ताकि कम से कम फूल जड़ते है और अधिक फूल में से नींबू के फल बनते है।
नींबू के छोटे या बड़े पौधे पर जब फूल या फल नहीं आते के बनते तब इन पौधे को ऐसी जगह पर रखना चाहिए की जहा मधुमखिया के तितली आसानी से आए और इन फूल का परागण हो शके।
नींबू के पौधे या पेड़ पर ज्यादातर फंगस का अटैक रहता है जब भी फंगस दिखाई दे तब योग्य दवाई का छिड़काव कर के इन फंगस से नींबू के पेड़ को मुक्त करना चाहिए।
नींबू के पेड़ पर फंगस तब लगती है की जब नींबू के पेड़ के आस पास ज्यादा पानी भराव या अच्छे से जल निकास नही होता तब नींबू के पेड़ को फंगस लगती है।
नींबू के पौधे या पेड़ को सुबह पानी को सिंचाई करना सब से अच्छा माना जाता है, नींबू के पेड़ पर जब कोई रोग या कीट का अटैक दिखाई दे तब नीम के तेल या कोई योग्य दवाई का पानी के साथ छिड़काव कर के इन रोग या कीट से नींबू के पौधे को उस रोग एवं कीट से मुक्त करना चाहिए।
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FAQ’s
कौन सा नींबू का पेड़ सबसे अच्छा है?
नींबू की कई सारी उन्नत किस्मे है पर बारहमासी नींबू का पेड़ सबसे अच्छा है क्यों की इस किस्मे के नींबू के पेड़ में साल में दो बार नींबू आते है और अच्छी मात्रा में आते है।
बारहमासी नींबू का पेड़ कितने दिन में फल देने लगता है?
बारहमासी नींबू का पेड़ तीन साल के बाद नींबू के फल आता है और एक पेड़ से 20 से 30 किलोग्राम तक मिलता है।
क्या हम घर पर बारहमासी नींबू का पेड़ उगा सकते हैं?
आप बारहमासी नींबू का पौधा घर पर पहेले गमले में उगा शकते है बाद में इन गमले से निकाल के घर के आंगन में खड्डे तैयार कर के इन खड्डे में नींबू के पौधे लगा शकते है।
बारहमासी नींबू के पेड़ को जल्दी बड़ा कैसे करें?
बारहमासी नींबू के पौधे को जल्द बड़ा करने के लिए सड़ी गोबर की खाद योग्य मात्रा में डाले और सिंचाई करे ताकि बारहमासी नींबू के पौधे जल्द ग्रो होते है।
बारहमासी नींबू में फूल आने के लिए क्या करें?
बारहमासी नींबू के पौधे पर से फूल जड़ते रोकने के लिए पौधे को पर्याप्त मात्रा में धुप मिलनी चाहिए, बारहमासी नींबू को 20℃ से 30℃ तक का तापमान अच्छा माना जाता है।
सारांश
नमस्ते किशान बंधू इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बारहमासी नींबू की खेती (Barahmasi Nimbu Ki Kheti) के बारे में बारीक़ से जानकारी मिली होगी।
हमे उम्मीद है कि, आपको हमारा यह आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा जिसके लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्त एवं किसान भाई को शेयर जरूर करे।
बारहमासी नींबू की खेती (Barahmasi Nimbu Ki Kheti) में ए आर्टिकल आप को बहुत हेल्पफुल होगा इस लिए इस आर्टिकल को लाईक, शेयर एवं कमेंट करेगे।