नवंबर महीने में इन टॉप 6 गाजर की उन्नत किस्में की बुवाई कर के किसान हो सकता है मालामाल

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गाजर की टॉप 6 उन्नत किस्में (Gajar Ki Top 6 Unnat Kisme) जो अधिक पैदावार के लिए जानी जाती है। आमतौर पर गाजर की कई सारी उन्नत किस्में है और इन किस्में के रंग भी अलग अलग है। जे से की लाल गाजर, नारंगी गाजर, और काली गाजर, इन रंगों की गाजर की विविध किस्में बाजार में उपलब्ध है।

Gajar Ki Top 6 Unnat Kisme

गाजर की खेती किसान बंधु अगस्त महीने से सितंबर महीने में और कई किस्में की बुवाई अक्टूबर से नवंबर महीने में करते है। गाजर की फसल से अधिक उत्पादन और अच्छी कमाई करनी है तो किसान रखे इन बातो का ध्यान जैसे की मिट्टी की आवश्कता, तापमान और जलवायु, उन्नत किस्में के बीज की बुवाई, खाद और उर्वरक, सिंचाई और खरपतवार आदि बातो का ध्यान रखना चाहिए।

गाजर की खेती के लिए कोन सी मिट्टी सब से अच्छी मानी जाती है?

गाजर की खेती आम तो सभी प्रकार की मिट्टी में कर सकते है। जे से की रेतीली मिट्टी, बलुई मिट्टी, दोमट मिट्टी से अच्छी मानी जाती है। जो जमीन का निचला स्तर सख्त है उस जमीन में गाजर की खेती ना के बराबर होती है।

खेत तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई कर के जमीन को समतल कर लेना चाहिए। बाद में इन खेत में सड़ी गोबर की खाद अच्छे से मिला देनी चाहिए। गाजर की फसल में तापमान 11°C से 21°C तक का अच्छा माना जाता है।

Gajar Ki Top 6 Unnat Kisme

गाजर की उन्नत किस्में कोन कोन सी है?

गाजर की उन्नत किस्में आमतौर पर कई सारी है पर आज को हम बता रहे है गाजर की उन्नत किस्में ये सब से अच्छी और अधिक उत्पादन वाली है। जे से की हिसार रसीली, चैंटनी, पूसा केसर, नैनटिस, पूसा मेघाली, पूसा आसिता यह सब गाजर की उन्नत किस्में सब से अच्छी और अधिक कमाई वाली है।

हिसार रसीला : गाजर की यह उन्नत किस्में सब से अधिक लोकप्रिय किस्में मानी जाती है। इन के कंद का लाल रंग होता है और लंबे आकार और पतला होता है। इन के बीज बुवाई के बाद 90 से 100 दिन में खुदाई के लिया तैयार हो जाती है।

चैंटनी : गाजर की यह उन्नत किस्में के गाजर साईज में मोटे और गहरे लाल नारंगी रंग के होते है। इस जिसमें के बीज बुवाई के बाद 80 से 90 दिन में खुदाई के लिया तैयार हो जाती है। और उत्पादन की बात करे तो एक हैक्टर से 150 क्विंटल तक का प्राप्त होता है।

पूसा केसर : गाजर की यह उन्नत किस्में के कंद छोटे आकार के होते है। इन के बीज की बुवाई मुख्य खेत में करने के बाद 90 110 दिन में खुदाई के लिया तैयार हो जाती है।

नैनटिस : गाजर की यह उन्नत किस्में अच्छी गंध वाली और मीठी स्वाद की है। इन का रंग नारंगी होता है। इन के बीज बुवाई के बाद 100 से 115 दिन बाद खुदाई के लिया तैयार हो जाती है। और उत्पादन की बात करे तो एक हैक्टर से 200 क्विंटल तक का प्राप्त होता है।

पूसा मेघली : गाजर की यह किस्में के कंद में कैरोटिन पाए जाता है। जो मानव शरीर के लिया बहुत लाभदायक है। यह नारंगी रंग का होता है। यह किस्में के बीज बुवाई के बाद 100 से 115 दिन में पक के खुदाई के लिया तैयार हो जाती है।

पूसा आसिता : गाजर की यह उन्नत किस्में की बुवाई अधिकतम मैदानी इलाकों में बुवाई की जाती है। और इन किस्में का उत्पादन भी अधिक होता है। इस किस्में के बीज बुवाई के बाद 90 से 100 दिन में अच्छे से पक जाती है।

Gajar Ki Top 6 Unnat Kisme

गाजर की इन किस्में की बुवाई करने का सही तरीका

गाजर की फसल से अच्छी गुणवक्ता वाली जड़ (कंद) प्राप्त करने के लिए बीज की बुवाई हल्की दिलियो पर करनी चाहिए। और इन डोलियो की दूरी 30 से 40 सैमी की रखनी चाहिए। इन के बीज से बीज की दूरी 6 से 7 सैमी की रखनी चाहिए।

गाजर की फसल में खाद और सिंचाई

गाजर की खेत तैयारी में अच्छे से सड़ी गोबर की खाद एक हैक्टर के हिसाब से 14 से 15 टन इन के अलावा नाट्रोजन 20 किलोग्राम, फास्फोरस 20 किलोग्राम, पोटाश 20 किलोग्राम, की मात्रा से देना चाहिए। और सिंचाई की बात करे तो गाजर की फसल में 6 से 7 सिंचाई की आवश्कता होती है। बीज की बुवाई के बाद एक सिंचाई करे बाद की सिंचाई 15 से 20 दिन के अंतर में करनी चाहिए।

गाजर की खुदाई जब करे?

गाजर की खुदाई मुलायम अवस्था में करनी चाहिए ताकि बाजार भाव अच्छा प्राप्त हो और कमाई भी अधिक प्राप्त हो सके। गाजर की विविध किस्में की खुदाई भी विविध समय में होती है। कई किस्में 70 से 80 दिन में तो कई किस्में 100 से 130 दिन में कर सकते है। इन किस्में की एक हैक्टर में से तकरीबन 27 से 31 टन तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को गाजर की टॉप 6 उन्नत किस्में (Gajar Ki Top 6 Unnat Kisme) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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