गन्ने की फसल में रोग नियंत्रण के उपाय (Ganne Ki Fasal Me Rog Niyantran Ke Upay) : हमारे देश के कई किसान बंधू गन्ने की खेती करते है पर कई बार गन्ने की खेती में ब्लैक बग रोग लग जाता है और उत्पादन बहुत कम प्राप्त होता है। इन से किसान को बहुत नुकशान का सामना करना पड़ता है। किसान को गन्ने की फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त करेने के लिए कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए।
किसान को गन्ने की खेती में इस समय यानि के अप्रैल से लेकर जून महीने तक गन्ने की फसल की अधिक देखभाल करनी चाहिए क्यों की इस समय गन्ने की फसल में कई रोग और कीट लगाने का खतरा रहता है इन की वजे से उत्पादन बहुत कम प्राप्त होता है। गन्ने की फसल में काला चिटका इन्हे किसान ब्लैक बग के नाम से भी जानते है। इस का खतरा इस समय अधिक रहता है।
किसान इस समय यानि के अप्रैल महीने से लेकर जून महिते तक किसान गन्ने की फसल की अच्छे से देखभाल करते है तो इस कीट से होने वाले रोग से गन्ने की फसल को बचा शकता है। गन्ने की फसल में यह काला चिटका (ब्लैक बग) कीट गन्ने की फसल में लगाने वाला एक ऐसा कीट है की इनका नियंत्रण जल्द से जल्द किसान को करना चाहिए नहीं तो गन्ने की सारि फसल बर्बाद हो शक्ति है। इस लिए जो किसान गन्ने की खेती करते है इन किसान को इस काला चिटका (ब्लैक बग) कीट के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
गन्ने की फसल में रोग नियंत्रण के उपाय (Ganne Ki Fasal Me Rog Niyantran Ke Upay)
गन्ने की फसल में रोग नियंत्रण के लिए आप को गन्ने का चयन स्वस्थ एवं रोग रहित खेतों से करना चाहिए। और जो गन्ने रोग से संक्रमिट है इन्हे खेत से निकालदे और जला के नष्ट कर दे। गन्ने की खेती ऐसी खेत में करें की वर्षा ऋतु में गन्ने की फसल में पानी सहजता से सुख जाए। गन्ने की फसल में ज्यादा जल भराव से फसल ख़राब होने का खतरा रहता है। गन्ने की फसल की कटाई के बाद खेत में जो भी गन्ने के पत्तो और ठूठे है इन्हे जला के नष्ट करें। इन के अलावा आप जब भी गन्ने की उन्नत किस्म की बुवाई करें तब आप को एम.ई.एम.सी 6% इन का नाप 830 ग्राम तक का लेकर एक हैक्टर के हिसाब से उपचारित करें।
काला चिटका (ब्लैक बग) कीट की पहचान क्या है?
गन्ने की फसल में यह काला चिटका (ब्लैक बग) कीट गन्ने की पेड़ी पर अटैक करता है। और गन्ने के पौधे पर जो पतिया होती है इन पतियों का रस चूसता लेता है। और गन्ने की अच्छी विकास नहीं होती है। इन के कारण गन्ने की फसल पीली पड़ जाती है। और उत्पादन में 13 से 15 प्रतिशत तक का फर्क या कम होता है।
काला चिटका (ब्लैक बग) कीट का नियंत्रण कैसे करें?
गन्ने की फसल में जब भी यह काला चिटका (ब्लैक बग) कीट दिखाई दे तब आप को इन के नियंत्रण के लिए वर्टिसिलियम लैकानी 1.15%WP 2.5 किलोग्राम एक हैक्टेयर में 450 से 500 लीटर पानी में अच्छे से मिला के इन का छिड़काव करें। इन के अलावा आप रासायनिक दवाई का भी इस्तेमाल कर के इस काला चिटका (ब्लैक बग) कीट का नियंत्रण कर शकते है।
काला चिटका (ब्लैक बग) कीट के नियंत्रण के लिए आप को क्लोरपाइरीफास 20 % E.C 1.5 लीटर एक हैक्टर में 800 से 1000 लीटर पानी में अच्छे से घोल मिला के छिड़काव कर शकते है इन के अलावा किसान बंधू क्यूनालफास 25% E.C 1.5 लीटर को एक हैक्टर के हिसाब से 900 से 1000 लीटर पानी में अच्छे से घोल मिला के छिड़काव करें।
गन्ने की फसल में काला चिटका (ब्लैक बग) कीट का नियंत्रण इस प्रकार कर के किसान गन्ने की फसल से अधिक पैदावार प्राप्त कर शकता है और अच्छी कमाई के साथ बंपर मुनाफा भी कर शकता है।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को गन्ने की फसल में रोग नियंत्रण के उपाय (Ganne Ki Fasal Me Rog Niyantran Ke Upay) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
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