गर्मी के दिनो मे दुधारू पशु का दूध क्यों कम होता है और इसे कैसे बढ़ाए जाने पूरी जानकारी

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Garmi Ke Mausam Me Pashu Ka Dudh Kaise Badhaye

गर्मी के मौसम में पशु का दूध कैसे बढ़ाएं (Garmi Ke Mausam Me Pashu Ka Dudh Kaise Badhaye) : हमारे देश भारत में बहुत सारे किसान खेती के साथ पशु पालन करते है। पशु के दूध बेच के अच्छी कमाई के साथ अपनी आई में भी बढ़ोतरी करते है। हमारा देश दूध उत्पादन में सब से आगे है। साल 2022 से 2023 तक 230.59 मै मिलियन टन तक का दूध उत्पादन हुआ था। पशु के दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपाल को दुधारू पशु को अच्छा पोषक तत्व वाला चारा खिलाना चाहिए।

गर्मी के दिनो की जब शुरुआत होती है तब दुधारू पशु का दूध धीरे धीरे कम होता जाता है। इन का मुख्य कारण यह ही है की दुधारू पशु को हरा चारा खुराक के लिए नहीं मिलता है इस लिए पशु का दूध कम हो जाता है।

आज के इस ikhedutputra.com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की गर्मी के दिनो मे दुधारू पशु का दूध कैसे बढ़ाएं और अधिक दूध उत्पादन प्राप्त कर के अच्छी कमाई कैसे करे यह सभी जानकारी के लिया आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।

गर्मी के मौसम में पशु का दूध कैसे बढ़ाएं (Garmi Ke Mausam Me Pashu Ka Dudh Kaise Badhaye)

जब गर्मी का मौसम शुरू होता है तब दुधारू पशु का दूध कम हो जाता है क्यों की गर्मी के मौसम में पशु को पौष्टिक आहार खाने को नहीं मिलता है आगरा आप गर्मी के मौसम में पशु को अच्छा पौष्टिक आहार खिलते है तो दूध की मात्रा बढ़ शक्ति है। जब गर्मी के दिनों की शुरू आता होती है तब पशु को आप लोबिया घास खिलाए क्यों की लोबिया घास में कई पोषक तत्व पाए जाते है।

लोबिया घास के हरे और ताजा पत्तो में 19 प्रतिशत प्रोटीन, 27 प्रतिशत फायबर, और 3.5 प्रतिशत ईथर का अर्क 1.50 प्रतिशत कैल्शियम और 0.40 प्रतिशत फास्फोरस पाए जाता है। पशु को लोबिया का चारा खिलाने से 60 प्रतिशत पोषक तत्व और 59 प्रतिशत परिपक्क चारा मिलता है। इस लिए लोबिया का चारा गर्मी के दिनों में पशु के दूध उत्पादन में महत्त्व पूर्ण भूमिका निभाता है।

पशु को गर्मी के मौसम में कैसा चारा खिलाना चाहिए?

गर्मी के मौसम में दुधारू पशु को हरे चारे खिला के दूध उत्पादन बढ़ा सकते है। जब गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है तब का दूध उत्पादन भी कम हो जाता है। और कई डेयरी कंपनिया दूध अधिक दूध एकक्ट्ठा करने के लिए दूध के दाम (भाव) बढ़ा देती है। इस बात का लाभ उठाने के लिए कई लोग सिंथेटिक दूध बनाने लगते है। यानी के बनावटी दूध भी कई लोग बनाते है पर हमारी इन लोगो को बे हाथ जोड़ के गुजारिश है की बनावटी दूध नही बनाना चाहिए। भले ही कुछ रूपए की कमाई हो जाए पर बनावटी दूध कभी नही बनाना चाहिए।

हमारे देश में गर्मी के दिनो मे हरे चारे की कमी होती है साथ में सूखे चारे की भी कमी भी देखी जाती है। और जो भी चारा मिलता है इस की क्वालिटी अच्छी नहीं होती है। क्वालिटी जीस चारे की अच्छी नहीं है यह चारा पोष्टिक भी नही होता है। हमारे देश में 12 प्रतिशत हरे चारे की कमी है और 23 प्रतिशत सूखे चारे की कमी है। और खल चारे की बात करें तो 24 प्रतिशत तक की कमी है। इस चारे की कमी जल्द से जल्द पूरी करने की जरूरत है।

पहले के समय में पशु को हरा और सूखा चारा बड़ी आसानी से मिल जाता था क्योंकि हर गांव में पशु को चरने के लिए एक चारागाह होता है। पर हाल के समय में पशु चरने की जमीन पर कई किसान ने खेती करनी शुरू कर दिए है। इन के अलावा पशु चरने की जमीन में कई स्कूल और पर्यावरण घर भी बनाए गई है।यह सब बड़ी बड़ी तेजिसे बनने से पशु को चरने की जमीन ही नही बची इस लिए पशु के चारे में इतनी कमी आई है। और इस चारे की कमी के कारण ही दुधारू पशु को पोष्टिक आहार नहीं मिलता है दूध उत्पादन में कमी हो रही है।

डेयरी में फ्लश सिस्टम क्या है?

फ्लश सिस्टम हर डेयरी में होना चाहिए और यह फ्लश सिस्टम हर डेयरी में काम भी करता है। डेयरी में फ्लश सिस्टम होने से जरूरत से ज्यादा दूध डेयरी में आने से उस दूध को जमा किया जाता है। और जो दूध जमा किया है जो दूध जमा किए जाता है इस का मक्खन और पावडर बनाया जाता है। डेयरी में स्टोरेज क्वालिटी और कैपेसिटी अधिक होने से मक्खन और पावडर को 18 महीने तक बिना खराब हुआ चला सकते है।

आज के समय में इतने अच्छे चिलर प्लांट आते है की जो मक्खन तैयार होता है उस पर एक मक्खी जितना भी दाग नहीं होता है। और जब भी अधिक दूध की मांग बाजार में होती है तब आप इन मक्खन को पावडर के साथ मिला के पहेली की तरह दूध बना सकते है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को गर्मी के मौसम में पशु का दूध कैसे बढ़ाएं (Garmi Ke Mausam Me Pashu Ka Dudh Kaise Badhaye) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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