गेंहू की यह उन्नत किस्में की खेती हमारे किसान 2019 से अपनी खेत में उगाते है और अधिक उत्पादन भी प्राप्त करते है। गेंहू की यह उन्नत किस्में पूसा तेजस बुवाई के बाद 110 से 115 दिन में पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। आज के इस आर्टिकल में हम गेहूं की नई उन्नत किस्में कौन कौन सी है (Gehun Ki Nai Unnat Kisme Kon Kon Si Hai) इन के बारे में जानेगे।
गेंहू की खेती हमारे देश के कई सारे राज्य में किसान करते है और उन्नत किस्में के बीज की बुवाई कर के अच्छी मात्रा में उपज लेते है और पूसा की 4 उन्नत किस्में ऐसी है की इन की बुवाई किसान करते है तो 110 दिन में पक के तैयार हो जाती है और कम पानी की जरूरत होती है।
हमारे कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ने किसान को एक चुजाव दिया है की गेंहू की यह उन्नत किस्में के बीज की बुवाई किसान करेंगे तो उपज तो अच्छी होगी पर इन के दाने भी उच्च गुणवत्ता वाले होते है।
तो आई ए सभी किसान बंधु आप का हमारे इन ikhedutputra.com वेबसाईट पर आप का तहेदिल से स्वागत है और आज के इस आर्टिकल में हम गेंहू की उन्नत किस्में के बारे में विस्तार से जानेंगे।
गेंहू की यह प्रसिद्ध किस्में की उत्पादन की बात करे तो 100 क्विंटल तक की पैदावार देती है। और इन से अधिक भी 150 क्विंटल तक की हो शक्ति है।
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गेंहू की उन्नत किस्में करण नरेन्द्र
गेंहू की यह उन्नत किस्में को डिबिडब्ल्यू 222 के नाम से भी कई लोग जानते है। गेंहू की यह किस्में 2019 में बाजार में आई थी और इस किस्में के गेंहू की बुवाई क्टूबर महीने में या तो नवंबर महीने में कर सकते है। यह किस्में की बुवाई किसान करते है तो इन है अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है। यह किस्में की बुवाई के बाद 140 दिन बाद पूरी तरह से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। और इस की बुवाई एक हैक्टर जमीन में की है तो उपज के रूप में 65 से 81 क्विंटल तक का उत्पादन मिलता है।
GW 322 गेंहू की उन्नत किस्में है।
गेंहू की यह उन्नत किस्में की खेती हमारे देश के कई राज्य में किसान करते है। यह गेंहू की उन्नत किस्में की बुवाई मुख्य खेत में करने के बाद 4 महीने अच्छे से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह गेंहू की किस्में को सिंचाई की जरूरत होती है। तब जाकर अधिक उत्पादन प्राप्त होता है।
गेंहू की पूसा तेजस किस्में
गेंहू की यह उन्नत किस्में की बुवाई किसान 2019 से लेकर आज तक कर रहे है। और इन की उपज की बात करे तो यह किस्में के गेंहू के पौधे अच्छी उपज देते है और 110 से 115 दिन में अच्छे से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। इस किस्में की एक और खास बात है जो कम पानी वाले विस्तार में भी अच्छी उपज देती है।
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श्री राम 11 गेंहू की उन्नत किस्में
गेंहू की यह उन्नत किस्में को श्रीराम फर्टिलाइजर्स और कैमिकल्स के विश्वविख्यात गेहूँ वैज्ञानिकों ने तैयार किया है। इस लिया इन का नाम श्री राम 11 रखा गया है। गेहूं की यह किस्में के दाने उच्च गुणवत्ता वाले होते है। इस किस्में के गेंहू की बुवाई किसान एक एकड़ में करे तो 22 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त हो सकता है।
HD 4728 गेंहू की उन्नत किस्में
गेंहू की यह प्रसिद्ध किस्में की बुवाई किसान करते है तो बुवाई के बाद 125 से 130 दिन में अच्छे से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। और इस खास गेंहू की किस्में का उत्पादन भी अधिक होता है। गेंहू की यह किस्में की बुवाई किसान करते है तो इन को सिंचाई की जरूरत बहुत कम होती है। और हमारे देश में इस किस्में की बुवाई कई सारे राज्य के विस्तार में किसान करते है।
गेंहू की यह उन्नत किस्में किसान की किस्मत चमका शक्ति है। गेहूं की नई उन्नत किस्में कौन कौन सी है (Gehun Ki Nai Unnat Kisme Kon Kon Si Hai) और यह आर्टिकल आप को गेंहू की खेती के लिए बहुत हेल्प फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है।
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