कम समय में लाखों रूपए की कमाई करने के लिए मेथी की खेती का सीक्रेट तरीका

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Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai

मेथी की खेती कब की जाती है (Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai) : मेथी की खेती पुरे देश में उगाई जाती है और इन के हरे पत्ते और इन के दाने दोनों में औषधिय गुण पाए जाते है। मेथी का सेवन करने कोलेस्ट्रॉल कम होता है इन का इस्तेमाल चारे के लिए भी किया जाता है। हमारे देश में मुख्य मेथी के उत्पादन के लिए मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, पंजाब आदि राज्य में किसान बड़े पैमाने में मेथी की खेती करते है।

आज का सभी किसान कम समय में अधिक कमाई वाली फसल की बुवाई करते है। बहुत सारे किसान समय के साथ विविध फसल की खेती करते है और अच्छी कमाई कर के अपनी आय बढ़ाते है। मेथी की खेती से किसान को दो तरीके से कमाई होती है एक तो इन के हरे पत्तो को बेचकर कमाई होती है और सुखजाने पर इन के दाने बेचकर कमाई होती है।

आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल में हम मेथी की खेती कब की जाती है (Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai) और इन की खेती से कैसे कम समय में अधिक उत्पादन और कमाई करते है इन के बारे में बहुत कुछ जानकारी प्राप्त करेंगे।

मेथी की खेती कब की जाती है (Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai)

Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai

मेथी की फसल की अच्छी वृद्धि और अधिक उत्पादन के लिए इन की खेती आप अधिक कार्बनिक पदार्थ वाली उच्च मात्रा वाली मिट्टी में बुवाई कर शकते है। मेथी की फसल बलुई दोमट मिट्टी में या तो रेतीली दोमट मिट्टी से सब से अच्छी होती है। और मिट्टी के पीएच की बात करें तो 5.5 से लेकर 8 तक का सही माना जाता है।

मेथी की उन्नत किस्में की बुवाई आप सितंबर महीने से लेकर मार्च महीने तक कर शकते है। पर पहाड़ी विस्तार में मेथी की बुवाई जुलाई महीने से अगस्त महीने तक की जाती है। अगर आप मेथी की खेती हरी पत्ती के लिए करना चाहते है तो इन के दाने की बुवाई आप 10 से 15 दिन के अंतर में करें। ताकि हर बार आप को हरी पत्ती मिलती रहे।

मेथी की खेती में तापमान की बात करें तो 15℃ से 25℃ तक का सब से अच्छा माना जाता है। मेथी के बीज की बुवाई करने से पहले इन के बीज को 12 घंटे पानी में भिगो के रखे बाद में इन्हे जैविक फफूंदनाशक से बीज का उपचार करें इन के बाद आप मुख्य खेत में बीज की बुवाई कर शकते है।

मेथी के बीज की बुवाई हो जाने के बाद आप एक हलकी सिंचाई करें ताकि जो बीज की बुवाई आप ने की है इन्हे पर्याप्त मात्रा में नमी मिले और बीज का अंकुरण अच्छा हो शके। मेथी की फसल में आप को 6 से 9 दिन के अंतर में एक सिंचाई जरूर करनी है। और मेथी की फसल की अच्छी वृद्धि के लिए आप को जैविक खाद का इस्तेमाल करना है इन से पौधे की विकास अच्छी होती है। इन के अलावा आप NPK उर्वरक का भी इस्तेमाल कर शकते है।

मेथी की फसल में खरपतवार नियंत्रण सही समय पर करना चाहिए ताकि पौधे की विकास बड़ी तेजी से हो शके। और मेथी की फसल में जब कोई रोग और बीमारी दिखाई दे तब आप को जैविक कीटनाशक नीम के तेल का इस्तेमाल करे। मेथी की फसल बुवाई के बाद 30 से लेकर 35 दिन में अच्छे से कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इन के पौधे की पती पूरी तरह से हरी और मुलायम हो जाए तब इन के पौधे की कटाई कर लेनी है और मार्केट में बेचने के लिए भेज देनी है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को मेथी की खेती कब की जाती है (Methi Ki Kheti Kab Ki Jati Hai) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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