परंपरागत कृषि विकास योजना (Paramparagat Krishi Vikas Yojana)
परंपरागत कृषि विकास योजना (Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2024) : कृषि में अंधाधुंध इस्तेमाल होने वाला फर्टिलाज़र और कीटनाशक को रोकने के लिए केंद्र सरकार जैविक खेती (Organic farming) को बढ़ावा दे रही है। इसलिए जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने परंपरागत कृषि विकास योजना (Paramparagat Krishi Vikas Yojana) शुरू की है। इस योजना के जरिये किसानो को कैमिकल मुकत जैविक खेती करने के लिए केंद्र सरकार 3 साल के लिए प्रति हेक्टर 50,000 रुपये की सहाय दी जा रही है।
परंपरागत कृषि विकास योजना क्या है?
परंपरागत कृषि विकास योजना (Paramparagat Krishi Vikas Yojana) के तहत किसानों को जैविक खेती (Organic farming) करने के लिए 3 साल तक प्रति हेक्टर 50,000 रुपये की सहाय दी जाती है। इस योजना के तहत सहाय का आवंटन दो किस्तों में होता है। पहली किस्त के रूप में 31,000 रुपये किसानों के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर किये जाते हैं। जिससे किसान खेत की तैयारी, जैविक खाद, जैव उर्वरक, जैविक कीटनाशक और आधुनिक किस्म के बीजों का इंतजाम कर सकें। वहीं दूसरी किस्त अगले 2 साल में दी जाती है। इसके जरिए प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, कटाई और मार्केटिंग के लिए सहयोग मिलता है।
जैविक खेती क्या है? (what is organic farming)
जैविक खेती एक ऐसी पद्धति है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और खरपतवारनाशियों के स्थान पर जीवांश खाद पोषक तत्वों (गोबर की खाद कम्पोस्ट, हरी खाद, जीवणु कल्चर, जैविक खाद आदि) जैव नाशियों व बायो एजेन्ट जैसे काईसोपा आदि का उपयोग किया जाता है। जिससे न केवल भूमि की अंदर की शक्ति लम्बे समय तक बनी रहती है। बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होता और कृषि लागत घटने व उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ने से किसानो को अधिक लाभ भी मिलता है
जैविक खेती वह सदाबहार कृषि पद्धति है, जो पर्यावरण जल और वायु की शुद्धता, भूमि का प्राकृतिक स्वरूप बनाने वाली, जल धारण क्षमता बढ़ाने वाली, धैर्यशील कृत संकल्पित होते हुए रसायनों का उपयोग आवश्यकता अनुसार कम से कम करते हुए किसानो को कम लागत से दीर्घकालीन स्थिर व अच्छी गुणवत्ता वाली पारम्परिक पद्धति है।
परंपरागत कृषि विकास योजना में कितनी मिलती है सब्सिडी ?
इस योजना को भारत सरकार ने 2015 में रासायनिक मुक्त जैविक खेती (Organic farming) को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना अंतर्गत भारत सरकार द्वारा जैविक खेती (Organic farming) के लिए ₹50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर 3 वर्षों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इस राशि में से ₹31,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की राशि जैविक उर्वरकों, कीटनाशकों, बीजों आदि के लिए प्रदान किजाएगी।
किसान भाई इसके अलावा क्लस्टर निर्माण एवं क्षमता निर्माण के लिए ₹3000 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रदान किए जाएंगे। जिसमें एक्स्पोज़र विजिट एवं फील्ड कर्मियों का प्रशिक्षण भी शामिल है। पिछले 4 वर्षों में इस योजना के अंतर्गत ₹1197 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है। इस योजना के अंतर्गत लाभ की राशि सीधे किसानों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से वितरण की जाती है।
आवेदन के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- आधार से लिंक मोबाईल नंबर
- आवेदन वासी का पासपोर्ट साइज का फोटो
इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
आवेदन करने के लिए किसान भाई आपको सबसे पहले परंपरागत कृषि विकास योजन की आधिकारिक वेबसाइड पर जाना होगा।
- किसान भाई अब आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
- अब आपको होम पेज पर अप्लाई नाउ के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- आप को आवेदन पत्र में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि दर्ज करना होगा।
इसके पश्चात आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
इस प्रकार आप परम्परागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत आवेदन कर पाएंगे।