कम वक्त में
अधिक धनवान
बनना है तो यह खेती करे
आलूबुखारा एक
स्वास्थवर्धक
रस से भरा हुआ फल है, इन में मुख्य
लवण, विटामिन, प्रोटीन, कार्वोहाडट्रेट
आदि पोषक तत्व मौजूद होते है।
# 7
आलूबुखारा की खेती
सभी प्रकार की मिट्टी
में कर शकते है पर उस मिट्टी का
जल निकास
अच्छे से होना चाहिए।
# 6
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आलूबुखारा की खेती
पहाड़ी
विस्तार में और
मैदानी
विस्तार दोनों में कर शकते है, इस खेती में
शीतल
और
गर्म जलवायु
अच्छा माना जाता है।
# 5
आलूबुखारा की उन्नत किस्मे जैसे की
फंटीयर, रैड ब्यूट, टैरूल,
इन किस्मे के बीज की बुवाई कर के अधिक उपज प्राप्त कर शकते है।
# 4
आलूबुखारा के पौधे की रोपाई
नवंबर
महीने में या
फरवरी
महिने की जाती है, और इन की रोपाई के लिए
6x6 मीटर
की दुरी पर खड्डे तैयार किया जाता है।
# 3
आलूबुखारा की खेती मैदानी विस्तार में ग्रीष्म ऋतु में
2 से 3 दिन
के अंतर पर सिंचाई जरूर करे। और पहाड़ी विस्तार में
टपक सिंचाई
करे।
# 2
आलूबुखारा के पौधे जब 2 साल के हो जाए तब प्रत्येक पौधे को अच्छी मात्रा में खाद डाले।
# 1
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