अरहर की खेती कर के किसान बन गया अति मालामाल।

अरहर को तुअर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक दलहनी फसल है। इन का उपयोग हर घर में दाल के रूप में किया जाता है।

# 7 

अरहर की फसल की अच्छी विकास और अधिक उत्पादन के लिए बलुई दोमट मिट्टी को सब से अच्छी मानी जाती है। और पी.एच सामान्य होना चाहिए।

# 6 

अरहर की अच्छी फसल के लिए नम एवं गर्म जलवायु जी जरूरत होती है। इन की खेती पानी वाले विस्तार और सूखे विस्तार दोनो में की जाती है।

# 5 

खेत तैयारी में एक से तीन बार गहरी जुताई करे और आखरी जुताई से पहले सड़ी गोबर की खाद डाल के जमीन मे अच्छे से मिला देनी चाहिए।

# 4 

अरहर की अधिक उत्पादन और अच्छी विकास के लिए किसान को उन्नत किस्म के बीज की बुवाई करनी चाहिए। RVICPH 2671, पूसा अगेती, आईपीए 203, जवाहर अरहर 4, आदि है। 

# 3 

अरहर की कई सारी उन्नत किस्में है और वे कई किस्में अगेती है तो कई किस्में मध्यम उत्पादन देने वाली है।

# 2 

इन के उत्तम प्रकार के बीज को मुख्य खेत में जून महीने में बोया जाता है पर पानी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।

# 1