बैंगन की फसल में कीट का नियंत्रण (Baingan Ki Fasal Me Kit Ka Niyantran) : अगर आप भी एक किसान है और बैंगन की खेती से अच्छी कमाई करना चाहते है तो आप को इस कीट के नियंत्रण के बारे में जानकारी होनी चाहिए नहीं तो बैंगन की फसल में मुनाफा होने की बात अलग है पर बैंगन की खेती में नुकशान भी हो शकता है। बैंगन की खेती किसान कर के 10 से लेकर 12 महीने तक उत्पादन प्राप्त कर के अच्छी कमाई कर शकता है।
अगर आप को बैंगन की खेती कैसे करे इन के बारे में सही जानकारी है तो आप बैंगन की खेती से ताबडतोब उत्पादन प्राप्त कर के अधिक कमाई भी कर शकते है। बैंगन की खेती से अच्छी कमाई करनी है तो आप को अपने विस्तार में जो बैंगन की किस्म का भाव अच्छा चलता है इन के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
बैंगन की कई सारी वैरायटी बाजार में मौजूद है इन में से आप को किसी दो बैरायटी को पसंद करे और इन दोनों बेंगन की किस्म का पास में जो मंडी (मार्केट) है इस में भाव भी देख लेना है की जो बैंगन की उन्नत किस्मे को पसंद किया है इन का भाव अच्छा होना चाहिए। ताकि बाजार के इन की मांग अधिक हो और अधिक मांग होने के कारण भाव भी अच्छा मिलता है और कम उत्पादन में भी अच्छी कमाई हो शक्ति है। और अधिक मुनाफा भी होगा।
आज के इस ikhedutpurta.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से बैंगन की फसल में लगने वाले इस कीट का नियंत्रण कैसे करे और बैंगन की फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर के बंपर मुनाफा कैसे प्राप्त करे इन के बारे में अधिक जानकरी प्राप्त करेंगे पर इस लिए आप को हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक जरूर बने रहे।
बैंगन की फसल में कीट का नियंत्रण (Baingan Ki Fasal Me Kit Ka Niyantran)
बैंगन की खेती तो कई किसान बंधू करते है और कई किसान को बैंगन की खेती से अधिक लाभ भी होता है तो कई किसान को बैंगन की खेती से नुकशान भी होता है। ऐसा इस लिए होता है की बहुत सारे किसान को बैंगन की फसल में लगने वाले कीट के नियंत्रण के बारे में पता नहीं होता है इस लिए बैंगन की फसल में नुकशान होता है। बैंगन की फसल में लगने वैले कीट का नियंत्रण सही समय पर कुछ दवाई का छिड़काव कर के कर शकते है। और अधिक उत्पादन प्राप्त कर के अच्छी कमाई कर शकते है।
बैंगन की फसल में सब से घातक कीट कौन सा है?
बैंगन की फसल में सब से घातक कीट तना छेदक और फसल छेदक कीट है। किसान इन दोनों कीट नाशक (नियंत्रण) के लिए कई रासायनिक दवाई का प्रयोग भी करते है। और यह रासायनिक कीटनाशक पर्यावरण को तो नुकशान करता है पर मानव शरीर में भी बहुत नुकशान करता है। इन का नियंतरण किसान जैविक तरीके से भी कर शकता है।
बैंगन की खेती में फल छेदक कीट और तना छेदक कीट का नियंत्रण रासायनिक दवाई से नहीं करे तो अच्छा रहेगा इन के नियंत्रण के लिए आप जैविक तरीका अपनाए ताकि जो बैंगन उत्पादन होगा ये भी धीरे धीरे बढ़ेगा और इस बैंगन को खाने से मानव शरीर में भी कोई नुकशान नहीं होगा। बैंगन की फसल में इन कीट का नियंत्रण के लिए आप फेरोमोन ट्रैप का इस्तेमाल करें। यह सब से अच्छा रहेगा।
बैंगन की फसल में रासायनिक दवाई का इस्तेमाल करने से आप को लगत भी अधिक होगी और जो उत्पादन प्राप्त होता है इन से मानव शरीर को भी बहुत नुकशान होता है। जब मार्केट के आप जैविक तरीके से बैंगन का उत्पादन प्राप्त किया है इन का भाव भी अधिक मिलेगा और आप को कम उत्पादन में अधिक मुनाफा होगा।
बैंगन की फसल में कटार दुश्मन कीट
बैंगन की फसल में तना छेदक और फसल छेदक कीट सब से बड़ा नुकशान करने वाला कीट है। इन से अटैक से बैंगन के फल में बहुत कमी आती है। और किसान को नुकशान भी बहुत होता है। बैंगन की फसल में जब फरवरी महीना या मार्च महीना में वयस्क मादा कीट बैंगन के पौधे के तनो, पतों और फूल की कलियों पर दूधिया रंग के अंडे देती है।
बैंगन के पौधे पर यह कीट तना पर अटैक करते है तो तना धीरे धीरे सुख के लटक जाता है। और जब बैंगन के पौधे पर फल लगने लगते है तब इन का लार्वा फल में छेद कर के अंदर चला जाता है और उस छेद को कीट अपने मलमूत्र से बंध कर देता है। फल पर कीट ने जो छिद्रो किया है इन छिद्रो से जीवाणु और फफूंद बैंगन के फल में प्रदेश करते है। और फल सड़ने लगते है। इस कीट का लार्वा बैंगन के पौधे पर भूरे और गुलाबी रंग का दिखाई देते है।
बैंगन के पौधे में कीट नियंत्रण कैसे करें?
बैंगन की फसल में इस कीट का नियंत्रण करने के लिए आप ने जीस जगह बैंगन के पौधे की रोपाई की है इन जगह को खेत को साफ सुथरा रखना चाहिए। इन के अलावा यह भी ध्यान रखे की जीस खेत में अगले साल बैंगन की खेती की है उस खेत में इस साल बैंगन की खेती ना करें। बैंगन की खेती में दो कतार के बिच आप सौंफ या धनिया की फसल लगाए। जब आप ने बैंगन के पौधे की रोपाई कर दी है इन के बाद 14 से 15 दिन हो जाने के बाद एक एकड़ के हीसाब से 5 से 6 फेरोमेन ट्रैप जरूर लगाए।
फेरोमेन ट्रैप की कीमत भी बहुत कम होती है। अनुकूल हो शके तो फेरोमेन ट्रैप एक एकड़ के हिसाब से आप 10 से 13 भी लगा शकते है। और यह जो फेरोमेन ट्रैप लगते है तब आप को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की एक एकड़ में 8 से 10 मीटर के अंतर में एक फेरोमेन ट्रैप तो लगनी ही साहिए। इन से बैंगन की फसल में कई रोग और कीट का अटैक कम होता है।
बैंगन की खेती में उत्पादन और कमाई
बैंगन की खेती में आप पौधे नर्सरी से भी खरीद के मुख्य खेत में लगा शकते है और जब नर्सरी से आप बैंगन के पौधे ख़रीदे तब पौधा 30 से 40 दिन का होना चाहिए। इन पौधे को जब आप मुख्य खेत में लगाने के बाद 55 से 60 दिन बाद बैंगन के फल का उत्पादन शुरू हो जाता है। बैंगन की खेती में उत्पादन की बात करे तो यह आप ने जितनी बड़ी बैंगन की खेती की है इन पर निर्भर रहता है।
बैंगन की खेती में किसान अच्छे से देखभाल करते है तो एक एकड़ से 20 से लेकर 25 टन तक का उत्पादन प्राप्त होता है। इन में लगत की बात करें तो 1 लाख से 1.5 लाख तक की हो शक्ति है और मुनाफा की बात करें तो एक एकड़ बैंगन की खेती से 4 से लेकर 4.5 लाख तक की कमाई होगी। इन में आप को एक एकड़ में 2 से लेकर 2.5 लाख तक का मुनाफा हो शकता है।
अन्य भी पढ़े :
- Hybrid Chilli Varieties : मिर्च की टॉप 5 किस्में जो देती है छप्पर फाड़ मुनाफा
- खीरे की खेती इस तकनीक से करेंगे तो कमाई होगी लाखो रुपए की जाने पूरी जानकारी
- Cotton Varieties : 2024 में कपास की यह उन्नत वैरायटी किसान को ताबड़ तोब उत्पादन देने वाली है।
आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को बैंगन की फसल में कीट का नियंत्रण (Baingan Ki Fasal Me Kit Ka Niyantran) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।