भारत के किस राज्य में पिस्ता की खेती होती है और इस खेती से किसान बन शकता है मालामाल जाने कैसे

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पिस्ता एक ड्राई फ्रूट्स है, और पिस्ता जन्मदाता ईरान को माना जाता है। इन के पौधे सभी पौधे की तरह ही विकास करता है। पर इन के पौधे से उपज प्राप्त कर के किसान लखपति ही नहीं बल्कि करोड़पति भी बन सकता है। तो आई ए जानते है की भारत के किस राज्य में पिस्ता की खेती होती है (bharat ke kis rajya me pista ki kheti hoti hai) कैसे करते है

bharat ke kis rajya me pista ki kheti hoti hai

पिस्ता का पोधा जब वृद्धि कर के बड़ा हो जाता है तो यह कई साल तक पिस्ता का उत्पादन देता है। यह पिस्ता का फल खाने में कई प्रकार की बीमारी दूर हो जाती है तो कई बीमारी में राहत मिलती है। पिस्ता का रोजाना खाने से डायबिटीज के मरीज की शुगर कंट्रोल करता है और हार्ट अटैक जेसी बीमारी का खतरा टल जाता है।

हमारे देश भारत में पिस्ता की खेती राजस्थान राज्य में की जाती है, और राजस्थान की मिट्टी पिस्ता के पौधे को अनुरूप आती है। इस लिया राजस्थान की मिट्टी में इस पिस्ता का पौधा प्रयोग के रूप में रोपा गया है। आहार आप भी एक किसान है और आप भी पिस्ता की खेती करना चाहते है तो आप को पहले पिस्ता की खेती के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

तो आइए जानते है आज से इस (pistachios farming in hindi) आर्टिकल के माध्यम से आप को पिस्त की खेती की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी इस लिया आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तब बने रहे।

पिस्ता की खेती किस मिट्टी में कर कहते है

पिस्ता की खेती (pistachio nut farming) किसी भी मिट्टी में नही कर सकते इन की खेती के लिए खास प्रकार की मिट्टी की आवश्कता होती है। जैसे की हल्की क्षारीय वाली मिट्टी को पिस्ता की खेती के लिए अनुकूल माना जाता है। जीस मिट्टी में जल भराव होता है उसी मिट्टी में पिस्ता की खेती नहीं करनी चाहिए। जब जल भराव होता है तो पिस्ता के पौधे कई रोग एवं कीट से ग्रसित हो जाते है। इन की खेती जीस मिट्टी में करे उस मिट्टी का पी.एच मान भी 7 से 8 के बीच का होना बेहद जरूरी है।

पिस्ता के पौधे को ज्यादा गर्म जलवायु की आवश्कता होती है। इन की खेती उष्ण एक समशीतोष्ण जलवायु में अच्छे से होती है। पिस्ता का पौधा सिर्फ गर्म जलवायु में ही नही पर शर्दी के मौसम में भी अच्छे से वृद्धि करता है। पर जब शर्दी के मौसम में पाला पड़ता है तब इन के पौधे को नुकसान करता है। इन के पौधे सूखे को भी आसानी से सहन करता है और वृद्धि भी कार्य है।

पिस्ता की खेती को अधिकतम तापमान की आवश्कता होती है, पौधे जब छोटे होते है तब सामान्य तापमान की जरूरत होती है पर जब इन के पौधे रोपाई के बाद 4 से 6 साल के बड़े हो जाते है तब न्यूतम 7°C और अधिकतम 40°C तक का तापमान अच्छा माना जाता है।

पिस्ता की प्रसिद्ध किस्में

आज के समय में पिस्ता की खेती कलम की रोपाई कर के की जाती है। हमारे देश में पिस्ता की खेती बहुत नही की जाती है। पर कुछ ही साल में पिस्ता की कई सारी किस्में दिखाई देगी क्यों की हमारे कृषि वैज्ञानिकों इन की उन्नत और नई किस्में के बारे में जांस कर रहे है क्या पता कोई ऐसी भी उन्नत किस्म तैयार करे जो सभी प्रकार की मिट्टी में बड़े आसानी से वृद्धि कर शेक और अधिक उत्पादन भी करले। आज के समय में पिस्ता की पीटर, केरमन, रेड अलेप्पो, जैसी विदेशी किस्में के पौधे उगाई जाते है। और यह पौधा उत्पादन देने के लिए 12 साल का समय लेता है यह पिस्ता के पौधे की ऊंचाई 30 फिट तक के होते है, और हर एक पौधे से तकरीबन 10 से 12 किलोग्राम पिस्ता के फल की उपज मिलती है।

पिस्ता की खेत तैयारी कैसे करे

पिस्ता की खेत तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई करे बाद में इन में सड़ी गोबर की खाद डाल के मिट्टी में अच्छे से मिला के पाटा चला के जमीन को समतल कर लिया जाता है। यह समतल जमीन करने से जलभराव की समस्या टल जाती है। इन के बाद पंक्ति में इन के खड्डे तैयार किया जाता है। और खड्डे से खड्डे की दूरी तकरीबन 5 से 6 मीटर की रखी जाती है। और खड्डे की गहराई 2 से 3 फिट और चौड़ाई 1 मीटर तक की रख सकते है। बाद में इन तैयार खड्डे में देशी खाद यानी के सड़ी गोबर की खाद, वर्मिकमपोष्ट, और रासायनिक खाद, इन सबको अच्छे से मिट्टी में मिला के इन खड्डे को भारदिया जाता है। बाद में एक सिंचाई जरूर करे। और इन के बाद इन खड्डे में पिस्ता के पौधे की रोपाई करे और जब यह पौधे 5 साल के हो जाए तब फिर से गोबर की खाद 20 से 25 कोलोगरा और रासायनिक खाद 450 से 500 किलोग्राम देना चाहिए इन से पौधे की विकास तेजी से होती है।

पिस्ता का पौधे की रोपाई केसे और कब करे

पिस्ता का पोधा दो तरीके से तैयार करते है एक इन के बीज की बुवाई कर के और कलम विधि से नर्सरी में पौधे तैयार करते है। आप को इन के पौधे करीदने है तो आप किसी सरकारी रजिस्टर्ड कंपनी का संपर्क करे और खरीदते समय यह भी ध्यान रखे के जो पिस्ता के पौधे आप खरीद ते है वे किसी रोग से ग्रस्त तो नही है ना बिल्कुल अच्छ पौधे ही खरीदे। बाद में इन पौधे को जो तैयार खड्डे है इन खड्डे में अच्छे से रोपाई करे। और रोपाई से पहले पॉलिथीन से इन पौधे को निकले और जो खड्डा तैयार किया है इन खड्डे में गौमूत्र से उपचारित करलेना चाहिए। और इन के पौधे की रोपाई के लिए बारिश का मौसम सब से अच्छा माना जाता है। यही मौसम में इन के पौधे की अच्छी विकास होती है। इन के पौधे जून महीने में या तो जुलाई महीने में करते है।

सिंचाई कब और कैसे करे

पिस्ता के पौधे बारिश के मौसम में रोपाई करने से अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं होती है। पर जब गर्मी का मौसम आता है तब इन को वृद्धि करने के लिए सिंचाई की जरूरत होती है और तब मिट्टी की नमी बनी रहे इस तरह सप्ताह में दो से तीन सिंचाई जरूर करे। और जब शर्दी का मौसम आता है तब सिंचाई 10 से 15 दिन के अंतर पर करनी चाहिए। और यही पौधे जब बड़े हो जाए यानी की 8 से 10 साल के हो जाए तब साल में 6 से 8 बार पानी की जरूरत होती है।

पिस्ता के पौधे की अच्छे से देखभाल करेंगे तो उत्पादन भी अधिक मिलेगा जैसे की योग्य समय पर खरपतवार भी करते रहे जब पोधा बड़ा हो जाता है तब तो आप किसी यंत की मदद से भी खरपतवार कर सकते है पर पौधे की शुरू आती समय में निदाई गोबाई के लिया खुरपी का ही इस्तेमाल करे। जब पौधे विकास करने लगे तब इस बात का भी ध्यान रखे की पौधे की एक मीटर की ऊंचाई तक कोई शाखा ना निकलने दे इन से पौधे का तना मजबूत होता है।

जब पोधा बड़ा हो जाता है और पौधे पर फूल किलने लगे इन से पहले इन पौधे की एक चटाई जरूर करे यह करने से सुखी शाखाओं को काटा जाता है और नई सखा अंकुरित होकर निकल आती है इस लिया उत्पादन भी बढ़ जाता है।

पिस्ता के पौधे से उत्पादन और लाभ

पिस्ता के पौधे मुख्य खेत में रोपाई के बाद लगभग 6 साल के बाद उत्पादन देना शुरू हो जाता है पर किसान भाई इन दिनों में खाली पड़ी जमीन में सब्जी वर्गी फसल उगा के अच्छी कमाई कर सकते है। पिस्ता के बड़े पेड़ से अच्छी उत्पादन प्राप्त करने के लिए आप को 10 से 11 साल तक का समय निकल जाता है। पिस्ता के फलों की तुड़ाई तब करे जब फल की ऊपर का छिलका उतार जाए। यही फल को कही दिन तक अच्छा रख सकते हैं।

पिस्ता के पूर्ण विकसित पेड़ से एक साल के 8 से 9 किलोग्राम फल प्राप्त होता है। और यह पिस्ता का बाजारी भाव भाई अच्छा होता है इसी लिया तो किसान इन पिस्ता की खेती कर के लाखो रुपए की कमाई करते है। और कुछ ही साल में लखपति से करोड़पति बन जाते है।

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आज के यह आर्टिकल में हम ने आप को भारत के किस राज्य में पिस्ता की खेती होती है (bharat ke kis rajya me pista ki kheti hoti hai) के बारे में अधिक जानकारी प्रदान की है। यह आर्टिकल आप को पिस्ता की खेती में बहुत ही हेल्प फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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