ब्रोकली की नई उन्नत किस्में की खेती किसान करेंगे तो 2 से 3 महीने में मालामाल बन जाएंगे

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नमस्ते मेरे किसान बंधु उम्मीद रखता हूं कि आप सब खैरियत में होगे और आज का यह आर्टिकल किसान बंधु के लिए कुछ खास है, हम आज के यह आर्टिकल में ब्रोकली की ये उन्नत किस्में की खेती किसान करेंगे तो दो से तीन महीने में मालामाल हो जानेंगे (broccoli Ki New Unnat kisme Ki Kheti) इन के बारे में विस्तार से जानेंगे।

broccoli Ki New Unnat kisme Ki Kheti

ब्रोकली की खेती एक कच्ची सब्जी के लिए करते है। ये देखने में सैम फूल गोबी जैसी दिखाई देती है पर इन का रंग हरा होता है। ब्रोकली का उपयोग हम ज्यादातर कच्चे सलाद में करते है। इन में अधिक मात्रा में विटामिन और पोषक तत्व मौजूद होते है। इन को खाने से कैंसर और हृदय जैसे गंभीर रोगो और कई बीमारी में राहत और छुटकारा भी पा सकते है।

ब्रोकली में फास्फोरस, मैग्नेशियम, कैल्शियम, जैसे पोषक तत्व मौजूद होते है। यह कैल्शियम मानव शरीर की हड्डियो को और भी मजबूत करते है और इन में प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में पाए जाता है। यह सब लाभ होने के कारण ब्रोकली की बाजारी दाम अधिक मिलता है और लोगो का आकर्षण भी अधिक होता है। इन की खेती अगर किसान करते है तो कम समय में अधिक उत्पादन कर के अच्छी कमाई भी कर सकते है।

तो यह ब्रोकली की खेती कैसे करे और इन की खेती के बारेमे आप के मन में जो भी सवाल है इन सारे सवाल के जवाब आप को इस आर्टिकल के अंत तक मिल जाएंगे इस लिया आप को हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहना होगा।

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ब्रोकली की खेती कब करनी होगी

ब्रोकली की खेती एक अच्छी कमाई का जरिया है। यह ब्रोकली की खेती करने के लिए आप को पहले नर्सरी में इन के पौधे तैयार करना होगा बाद में इन पौधे को मुख्य खेत में सितंबर महीने में या तो अक्तूबर महीने में पौधे की रोपाई कर सकते है और यही समय ब्रोकली की खेती के लिए उचित माना जाता है। इन की खेती के लिए कौन सी मिट्टी में सब से अधिक उपज देती है यही जानना आप के लिए बेहद जरूरी है। इन के अलावा ये भी जानलो की वे कौन सी उन्नत किस्में है जो ज्यादा उत्पादन देती है।

ब्रोकली की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी

ब्रोकली की फसल किसी भी मिट्टी में उगा शक्ति है पी इन के पौधे की अच्छी विकास और ज्यादा उत्पादन के लिए इन की खेती अच्छे कार्बनिक प्रदार्थ वाली मिट्टी में करनी चाहिए। इन के अलावा इन की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी रेतीली दोमट मिट्टी को सब से अच्छा माना जाता है। हमारे कृषि वैज्ञानिकों का कहेना है की आप जहा भी इन की खेती करे इन मिट्टी का पी.एच. मान 6 से लेकर 6.5 के बीच का होना बेहद जरूरी है।

खेत तैयारी कैसे करे

ब्रोकली की खेती के लिए जमीन को दो से तीन बार अच्छे से गहरी जुताई करे और आखरी जुताई से पहले एक हैक्टर के हिसाब से 13 से 15 टन अच्छे से सड़ी गोबर की खाद मिट्टी में मिला दे बाद में पाटा चला के जमीन समतल कर ले हो सके तो जमीन की जांच करवा ले ताकि आप को भी पता चल जाए की जमीन में कौन कौन से तत्व की कमी है और इन तत्व को अच्छे से पूरा करे।

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ब्रोकली की अधिक उपज देने वाली उन्नत किस्में।

ब्रोकली की आम तो कई सारी किस्में है जैसे की नाइन स्टार, ग्रीन स्प्राउटिंग, और इटालियन ग्रीन स्प्राउटिंग यह किस्में की बुवाई बहुत कम किसान करते है। और ये किस्में भी विदेशी है, यह पौधे में जब फल तैयार होता है वे भी गोभी जैसे दिखाई देते है। पर इन का हरा रंग होता है। अगर किसान ने इन उन्नत किस्में की रोपाई एक हैक्टर जमीन में की है तो किसान को उपज के तौर पर 100 क्विंटल तक की उपज मिलती है।

ब्रोकली की यह ग्रीन स्प्राउटिंग किस्में

ब्रोकली की यह उन्नत किस्में की रोपाई किसान ने की है तो यह रोपाई के बाद 80 से 90 दिन में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। यह किस्में के पौधे पर लगने वाले फल का सिरा गूंथा हुआ होता है और हरे रंग का होता है। यह उन्नतशील किस्में की रोपाई किसान ने एक हैक्टर जमीन में करेंगे तो 120 से लेकर 150 क्विंटल तक का होता है।

ब्रोकली की फसल में सिंचाई कब करे

ब्रोकली की फसल में आम तो 5 से 6 सिंचाई की ही जरूरत होती है इन की पहेली सिंचाई पौधे रोपाई के बाद तुरत करे और बाकी की सिंचाई 12 से 15 दिन के अंतर में करे जब की पहेली दो से तीन सिंचाई करने से बाद खरपतवार जरूर करे और इन के पौधे से अधिक उपज प्राप्त करने के लिए आप को इन के पौधे को खरपतवार से मुक्त रखना चाहिए।

हमारे कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार

हमारे कृषि वैज्ञानिकों का कहेना है की आप ने जिस जमीन पर इस साल ब्रोकली की फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त किया है उसी जमीन पर इस साल ब्रोकली की खेती नहीं करनी चाहिए। इन का कहना है की फसल चक्र करते रहे और इन्होंने ऐसा भी देखा है की पुरानी फसल के कुछ अवशेष जो बच्चे होते है वे कई तरह के कीटो को शरण भी देते है इसी लिया एक की जगह पर बार बार एक ही फसल की खेती करने से उत्पादन में बहुत फर्क पड़ता है और उपज भी कम मिलती है।

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ब्रोकली की कटाई और उत्पादन

ब्रोकली के पौधे की मुख्य खेत में रोपाई के बाद 60 से 80 दिन बाद अच्छे से बड़े और कटाई के लिए तैयार हो जाते है। ब्रोकली के मुख्य सिरा जब अच्छे से विकास कर लेता है तब उन्हे काट लिया जाता है। ब्रोकली के फलों की कटाई 10 सैमी या तो 12 सैमी की डंठल के साथ की जाती है क्यों की इस तरीके से ब्रोकली की कटाई करने से अधिक समय तक यह ताजे और स्टोर भी कर सकते है। इन की एक और खासियत है की पहेली कटाई होंजने के बाद इन के पौधे पर दूसरी शाखाई अंकुरित हो कर वृद्धि करने लगती है और इन पर भी फल लगते है पर यह फल छोटे आकार के होते है।

किसान अगर इन की खेती एक हैक्टर जमीन में करते है तो
लगभग 80 से 100 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त कर सकता है। और यह ब्रोकली के बाजारी दाम की बात करे तो एक किलोग्राम के तकरीबन 30 रूपिए से लेकर 50 रूपिए तक के होते है। इसी लिया तो किसान बंधु ब्रोकली की एक बार की सफल से आसानी से 3 से 5 लाख की कमाई कर सकते है।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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