गर्मी में बैगन की खेती कैसे करें (Garmi Me Baigan Ki Kheti Kaise Karen) : हमारे कई किसान बंधू बैंगन की खेती करते है और बैंगन की खेती बहुत लोकप्रिय भी है। और बैंगन की मांग पुरे साल भर बाजार में बनी रहती है। और इन मांग को पूरा करने के लिए और अच्छी कमाई करने के लिए किसान पुरे साल भर बैंगन की खेती करते है। बैंगन एक ऐसी सब्जी वर्गी फसल है जो किसी भी समय और किसी भी मिट्टी में अच्छे से हो शक्ति है।
बैंगन की खेती आप घर के आंगन में या छत पर भी गमले में, या ग्रो बैग में बड़ी आसानी से कर शकते है। कई किसान रबी फसल की कटाई कर के अच्छे से खेत की जुताई कर के ग्रीष्मकालीन बैंगन की खेती करते है। और अच्छा उत्पादन के साथ अच्छी कमाई भी करते है।
आज के इस ikhedutputra.com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम बैंगन की खेती गर्मी के मौसम में कैसे करे और गर्मी में बैंगन की खेती करने का सही तरीका क्या है इन के बारे में अधिक जानकरी प्राप्त करेंगे और बैंगन की खेती से होने वाली कमाई और मुनाफा के बारे में अधिक जानकरी प्राप्त करेंगे। इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तन जरूर बने रहे।
गर्मी में बैगन की खेती कैसे करें (Garmi Me Baigan Ki Kheti Kaise Karen)
अगर आप एक किसान है और बैंगन की खेती कर के अच्छी कमाई करना चाहते है तो आप सही आर्टिकल पर हो आज के इस आर्टिकल को अंत तक फॉलो कर के आप गर्मी के मौसम में भी बैंगन की खेती कर के अच्छी कमाई कर शकते है। ग्रीष्मकालीन बैंगन की खेती करने के लिए आप को बैंगन की जीस वैरायटी की मांग आप के पास के मार्किट में अधिक है उस बैंगन की उन्नत किस्म के बीज को चुने।
आमतौर पर बैंगन की उन्नत किस्म कई सारि है पर जो आपके पास के मार्किट में जीस बैंगन का मार्केट या मंडी भाव अधिक मिलता है उस किस्म के बीज फरवरी से मार्च महीने तक घर पर या खेत में अच्छे से क्यारी बना के पौधे तैयार कर ले। जब क्यारी तैयार करते है तब 200 ग्राम DAP खाद और अच्छे से सड़ी गोबर की पुरानी खाद मिट्टी में अच्छे से मिला देनी है। जब बैंगन के पौधे अंकुरति होते है तब स्वछ पौधे अंकुरित होते है।
बैंगन के पौधे को मुख्य खेत में जब लगाई जाते है तब आप को कतार से कतार की दुरी 6 फिट की रखनी है और पौधे से पौधे की दुरी 5 से 6 फिट की रखनी चाही। इन से पौधे की निराई गुड़ाई में भी आसानी रहेंगी और पौधे जब बड़े होते है तब इन को अच्छे से सूर्य प्रकाश की धुप भी मिलती है और पौधे की विकास अच्छी होती है। और पौधे की वृद्धि अच्छे से होने से बैंगन का उत्पादन भी अधिक प्राप्त होता है। और बैंगन के पौधे बलुई दोमट मिट्टी में सब से अच्छा विकास करता है।
गर्मी में लगाई जाने वाली बैंगन की उन्नत किस्में कौन कौन सी है?
हमारे देश के विविध कृषि संस्थान के वैज्ञानिकों ने अलग अलग मौसम और जलवायु के हिसाब से अलग अलग किस्में तैयार की है। किसान को इस सभी बैंगन की उन्नत किस्में में से अपने मिट्टी और जलवायु में जो अच्छी होती है इन का चुनाव कर के पौधे तैयार कर के मुख्य खेत में पौधे की रोपाई कर शकते है।
गर्मी के मौसम में या ग्रीष्मकालीन में बैंगन की इन उन्नत क़िस्म की खेती करनी चाहिए। जैसे की पंत सम्राट, पूसा हाइब्रिड-9, पंजाब जामुनी गोला, पूसा क्लस्टर, पूसा हाइब्रिड-5, नरेंद्र बागन-1, विजय हाइब्रिड, आजाद क्रांति, इन से भी अधिक बैंगन की उन्नत किस्म है जो गर्मी के मौसम में किसान लगते है और अच्छा उत्पादन प्राप्त करते है।
बैंगन की फसल में कौन कौन से खाद डालें
बैंगन की खेती करने से पहले आप मिट्टी की जांच जरूर कराये ताकि आप को पता चले की मिट्टी में कौन से तत्व की कमी है और बाद में बैंगन की फसल लगाए। बैंगन की खेती एक हैक्टरजमीन में करनी है तो आप को खेत की तैयारी के समय ही 13 से 15 टन सड़ी गोबर की खाद मिट्टी में अच्छे से मिला दे और रासायनि खाद में आप नाट्रोजन 120 किलोग्राम, फास्फोरस 55 किलोग्राम और पोटाश 55 किलोग्राम के दर से मिट्टी में अच्छे से मिला के मिट्टी समतल कर लेनी चाहिए।
खरपतवार नियंत्रण कैसे करें
बैंगन की खेती में पौधे रोपाई से पहले आप पेंडीमिथालिन या स्टाम्प नामक खरपतवारनाशी का 3 लीटर तक की मात्रा का एक हैक्टर के हिसाब से प्रयोग कर शकते है। और जब भी इस का प्रयोग करे तब आप की जमीन की मिट्टी में अच्छी मात्रा में नमी होनी चाहिए तब जाकर अच्छा रिजल्ट मिलता है।
बैंगन की खेती में रासायनिक दवाई का छिड़काव कर के निदाई गुड़ाई करने से हाथो से खुरपी की मदद से निदाई गुड़ाई करें तो सब से अच्छा रहेगा। बैंगन की खेती में पौधे की रोपाई के बाद जब 20 से 30 दिन के पौधे हो जाये तब एक निदाई गुड़ाई करें और पौधे रोपाई के बाद जब पौधा 45 से 50 दिन का हो जाये तब एक निदाई गुड़ाई करें।
बैंगन की फसल में लगने वाले रोग एवं कीट का नियंत्रण
बैंगन की फसल में तना छेदक कीट सब से भारी नुकशान पहुंचाने वाला कीट है। इन के अलावा आप हरी इली, महु आदि कीट और रोग अटैक करते है इन के कारण पौधे से उत्पादन कम प्राप्त होता है और बेंगन के फल को सुंडी से बहुत नुकशान होता है। तनाछेदक पौधे के तनो में घुंच जाते है और धीरे धीरे तना मुर्जा के सुख जाता है। आप को बैंगन के तनो जो सुख रहे है इन्हे पौधे से तोड़ के जमीन में खड्डा कर के दबा देना है।
बैंगन की फसल में जब कोई कीट या रोज का अटैक दिखाई दे तब आप को कोई अच्छी दवाई का योग्य नाप पानी में अच्छे से मिला के पौधे पर छिड़काव करना है और पौधे को इस रोग और कीट से मुक्त करना चाहिए। इन के आलावा आप फेरोमोन ट्रैप का भी इस्तेमाल कर शकते है। इन के अलावा आप नीम की अर्क का भी इस्तेमाल कर शकते है।
बैंगन की खेती से कमाई
बैंगन की खेती में कमाई की बात करें तो यह आप के बैंगन की खेती कितनी जमीन में की है इन पर निर्भर है। आप ने एक एकड़ जमीन में बैंगन की खेती की है तो आप को लाखो रुपए की कमाई हो शक्ति है। गर्मी में बैंगन की खेती कर के अच्छी कमाई हो शक्ति है क्यों की गर्मी के दिनों में बहुत कम सब्जी मार्केट में आती है और जो भी सब्जी आती है इन के भाव अधिक ही मिलते है। इस लिए गर्मी के मौसम में बैंगन की खेती कर के अच्छी कमाई के साथ अधिक मुनाफा कर शकते है।
अन्य भी पढ़े :
- अब बिना तालाब घर पर ही मछली पालन, सरकार भी 60 प्रतिशत सब्सिडी देती है
- बकरी पालन के लिए यहाँ मिलेगा सस्ता लोन और इन दस्तावेजों की होगी जरूरत | Goat Farming
- आम को अधिक मीठा और स्वादिष्ट बनाने के लिए करे इस खाद का प्रयोग
आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को गर्मी में बैगन की खेती कैसे करें (Garmi Me Baigan Ki Kheti Kaise Karen) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।