कम समय में पकने वाली सोयाबीन वैरायटी (Kam Samay Me Pakne Wali Soybean Variety) : हमारे कई किसान भाई रबी मौसम में लहसुन की फसल, आलू की फसल और प्याज की फसल लगते है। इन किसान के लिए है बड़ी खबर की सोयाबीन की यह उन्नत किस्में कम समय में किसान को अधिक उत्पादन देगी और किसान को अच्छी कमाई भी होगी।
सोयाबीन की खेती से किसान को अधिक उत्पादन प्राप्त करना है ऑटो पहले उन्नत किस्म के बीज की खरीदी करनी होगी और इन के बीज को सही समय पर खेत में लगा के इन सोयाबीन की फसल की देखभाल भी अच्छे से करनी होगी तब जाकर सोयाबीन की खेती से किसान को अधिक उत्पादन प्राप्त होता है और अच्छी कमाई होती है।
सोयाबीन की उन्नत किस्म के बीज की बुवाई 15 जून से कई किसान शुरू कर देते है। और कम समय में अच्छे से पक के तैयार हो जाए ऐसी सोयाबीन की उन्नत किस्म लगा के अधिक उत्पादन प्राप्त करते है। जब रबी सीजन की शुरुआत होती है तब लहसुन, आलू, प्याज इस प्रकार की खेती करते है और इन से भी अच्छा उत्पादन प्राप्त कर के अपनी कमाई में बढ़ोतरी करते है।
कम समय में पकने वाली सोयाबीन वैरायटी (Kam Samay Me Pakne Wali Soybean Variety)
सोयाबीन की उन्नत किस्म हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने मिट्टी और जलवायु के हिसाब से कई सारी विकसित की है। और यह सब सोयाबीन की उन्नत किस्म अलग अलग विस्तार में सब से अच्छी पैदावार देती है। पर आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की कम समय में पकने वाली सोयाबीन वैरायटी (Kam Samay Me Pakne Wali Soybean Variety) है और इन की खासियत क्या है इन की खेती एक हैक्टर जमीन में की है तो कितना उत्पादन प्राप्त होता है इन सभी बाते पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।
सोयाबीन यह उन्नत किस्म किसान को कम समय में अधिक उत्पादन देने वाली है। जीन का नाम है जेएस 9560 सोयाबीन किस्म (Js-9560 Soybean Variety), एनआरसी 150 सोयाबीन किस्म (NRC 150 Soybean Variety), ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म (Black Bold Soybean Variety) इन तीनो सोयाबीन की किस्म के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
जेएस 9560 सोयाबीन किस्म (JS 9560 Soybean Variety)
सोयाबीन की यह उन्नत किस्म कुछ साल से किसान के बिच अधिक लोकप्रिय हो गई है। सोयाबीन की यह उन्नत किस्म के बीज की बुवाई मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों राज्य के अधिक विस्तार में इन की खेती की जाती है। सोयाबीन की यह जेएस 9560 किस्म के बीज की बुवाई का सही समय जून महीना के अंतिम सप्ताह से जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह तक अच्छा माना जाता है। और एक एकड़ जमीन में आप 40 से लेकर 45 किलोग्राम तक की करें।
जेएस 9560 सोयाबीन किस्म की खासियत
किसान ने सोयाबीन की यह जेएस 9560 किस्म के बीज की बुवाई एक हैक्टर जमीन में की है तो 26 से 29 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है। इन के पौधे पर बैंगनी रंग के फूल खिलते है और इन के दाने कठोर और पीले रंग का होता है। और बीज मुख्य खेत में बुवाई के बाद 80 से लेकर 90 दिन में अच्छे से पाक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इन की खासियत यह है की कम बारिश वाले विस्तार में भी अधिक उत्पादन देती है। इन की खेती अधिकतम हमारे देश के मध्य विस्तार में होती है।
एनआरसी 150 सोयाबीन किस्म (NRC 150 Soybean Variety)
सोयाबीन की यह उन्नत किस्म हमारे देश के मध्य प्रदेश में इंदौर के सोयाबीन अनुसंधान केंद्र ने तैयार कर के विकसित की है। और हमारे कृषि वैज्ञानिकों का कहना है की सोयाबीन की यह उन्नत किस्म की खेती मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, उतर प्रदेश आदि राज्य में इन के बीज की बुवाई कर शकते है। और यह भी कहा है की सोयाबीन की यह किस्म के बीज बुवाई के बाद 85 से 90 दिन में अच्छे से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है और एक हेक्टर जमीन में सोयाबीन की यह किस्म के बीज की बुवाई किसान ने की है तो 36 से लेकर 38 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।
एनआरसी 150 सोयाबीन किस्म की खासियत
सोयाबीन की यह किस्म गंध के लिए जिम्मेदार लाइपोक्सीजिनेज-2 एंजाइम से मुक्त है। इन के अलावा इस किस्म की फसल में बहुत कम रोग लगते है इस में रोग प्रतिरोधक शक्ति भी अधिक है। इन की खास विशेषता यह है की इस से बनाने वाले सोया दूध, सोया टोफू, सोया पनीर, सोया तेल आदि में सोयाबीन की गंध नहीं आती है। और इन के दाने में प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है।
ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म (Black Bold Soybean Variety)
सोयाबीन की यह उन्नत किस्म हमारे देश के मध्य विस्तार के लिए अनुरूप है। सोयाबीन की यह उन्नत किस्म के बीज की बुवाई किसान 15 जून से 30 जून तक कर शकता है। और एक एकड़ जमीन में इस के बीज की बुवाई करनी है तो 45 किलोग्राम तक के बीज की जरूरत होगी। इन के पौधे की उचाई अधिक होती है और फलियों में दाने भूरे रंग के होते है।
ब्लैक बोल्ड सोयाबीन किस्म की खासियत
सोयाबीन की यह उन्नत किस्म की खास विशेषता यह है की इस में जड़ सड़न (जड़ गड गलन) और सफ़ेद फंफूदी आदि रोगो के सामने सहनशील है। इन के बीज मुख्य खेत में बुवाई के बाद 80 से 90 दिन में अच्छे से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाते है। और इन की बुवाई आप ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 25 से लेकर 29 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है। इन के दाने में भी प्रोटीन की मात्रा अधिक पाए जाती है।
किसान यह सोयाबीन की उन्नत किस्म की बुवाई सही समय पर कर के अधिक उत्पादन प्राप्त कर के रबी मौसम में दूसरी फसल की बुवाई कर के अच्छी कमाई कर शकते है।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को कम समय में पकने वाली सोयाबीन वैरायटी (Kam Samay Me Pakne Wali Soybean Variety) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
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