खरीफ सीजन में अरहर की खेती से होगी अधिक कमाई और बंपर मुनाफा

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Arhar Ki Kheti Ka Samay

अरहर की खेती का समय (Arhar Ki Kheti Ka Samay) : हमारे देश भारत में दलहनी फसलों में अरहर का एक अलग ही स्थान है। अरहर की दाल में प्रोटीन की मात्रा अधिक पाए जाती है। और हमारे शरीर का मानसिक और शारीरिक विकास के लिए प्रोटीन की सही मात्रा मिलनी चाहिए। और इस अरहर को तुर, रेड ग्राम, तुवेर, पिजन, अरहर, तुअर, आदि नाम से जाना जाता है।

अरहर की दाल में प्रोटीन अधिक मात्रा में मौजूद होता है इस लिए इन का इस्तेमाल हर घर में अधिक किया जाता है। इस लिए इन की मांग भी बाजार में साल भर रहती है। हमारे देश में अरहर का उत्पादन कई राज्य में किसान बड़े स्तर पर करते है। जैसे की गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उतर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, यह सभी राज्य में अरहर की खेती अधिक की जाती है।

हमारे देश भारत अरहर उत्पादन में प्रथम स्थान पर है। आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की अरहर की खेती का समय (Arhar Ki Kheti Ka Samay) क्या है और अरहर की उन्नत किस्म कौन कौन सी है इन सभी बाते पर विस्तार से जानेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।

अरहर की खेती का समय (Arhar Ki Kheti Ka Samay)

अरहर की खेती सही समय पर किसान करेंगे तो अरहर की खेती से भी अच्छी कमाई होती है। इन की खेती जून महीने से जुलाई महीने में कर देनी चाहिए। इस समय अरहर की खेती करने से फसल की वृद्धि अच्छी होती है और उत्पादन भी अच्छा मिलता है। अरहर की खेती 130 से लेकर 270 दिन तक की होती है।

मिट्टी की पसंदगी और तैयारी

अरहर की खेती आमतौर पर सभी प्रकार की मिट्टी में कर शकते है। पर अरहर की खेती से अच्छा उत्पादन प्रपात करने के लिए आप इन के के उन्नत किस्म के बीज बलुई दोमट मिट्टी में बुवाई करें तो सब से अच्छा रहेगा। और मिट्टी का पीएच की बात करें तो 7 से लेकर 8 तब का अच्छा माना जाता है। अरहर की खेती में खेत की तैयारी आप दो से तीन बार अच्छे से गहरी जुताई करें और आखिर में पट्टा चला के मिट्टी को समतल करें ताकि जब अरहर की फसल में सिंचाई करें तब कोई जल भराव की समस्या ना हो

अरहर की उन्नत किस्म

अरहर की उन्नत किस्म हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने कई सारी विविध जलवायु और मिट्टी के हिसाब से विकसित की है। इन में से अरहर की उन्नत किस्म के नाम कुछ इस प्रकार की है। जैसे की RVICPH 2671, TJT 501, बहार, पूसा16, पूसा अगेती, पूसा 9, ICPL 151, JKM 189 इन से भी अधिक अरहर की उन्नत किस्म है। जो अधिक उत्पादन के लिए जानी जाती है।

अरहर की उन्नत किस्म के बीज जो जल्द पक के तैयार होते है इन्हे आप एक एकड़ के हिसाब से 13 से 14 किलोग्राम के दर से बुवाई करें और जो माध्यम समय में पक के तैयार होती है इन किस्म के बीज एक एकड़ के हिसाब से 6.5 से 7.5 किलोग्राम के दर से बुवाई करें।

अरहर की फसल में बीज बुवाई के समय एक हैक्टर के हिसाब से खाद इस प्रकार के डाले जैसे की आप डीएपी 20 किलोग्राम, सल्फर 5 किलोग्राम और पोटाश 10 किलोग्राम यह खाद डालने से अरहर की फसल की अच्छी वृद्धि होती है और उत्पादन भी अधिक मिलता है।

अरहर की खेती में सिंचाई की ज़रूरत अधिक नहीं होती है। इन के पौधे पर जब फूल खिलने लगे तब एक सिंचाई जरूर करें और फूल में से फलिया तैयार हो जाने के बाद सिंचाई समय समय पर करते रहे ताकि फिलियो में जो दाने बन रहे है इन दाने की विकास अच्छे से हो शके और आप को उत्पादन अधिक मिले। इन की सिंचाई आप ड्रिप विधि से करेंगे तो सब से अच्छा रहेगा। क्यों की कुछ खाद भी आप ड्रिप विधि से पौधे को दे शकते है।

उत्पादन और कमाई

अरहर की खेती में आप इन की हरी फलिया बेंच के और फलिया सुख जाने पर इन के डाले को बेच के अच्छा उत्पादन कर शकते है इन के अलावा अरहर की खेती से आप को लकड़ी भी बेच शकते है। अरहर की हरी फलियों की मांग बाजार मार्केट में बहुत रहती है और इन के भाव भी अच्छे रहते है इस लिए अरहर की खेती से किसान को अच्छा लाभ मिलता लाखो रूपए की कमाई होती है। इन की खेती अच्छे से विकास हो जाता है तो आप को एक हेक्टर के हिसाब से 40 से 50 क्विंटल लकड़ी प्राप्त होती है और सूखे दाने भी एक हैक्टर के हिसाब से 15 से लेकर 25 क्विंटल तक दाने प्राप्त होता ही।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को अरहर की खेती का समय (Arhar Ki Kheti Ka Samay) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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