मूंग की फसल से ताबड़ तोब उत्पादन प्राप्त करना है तो करे इस खाद का इस्तेमाल

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Moong Ki Kheti Me Kaun Si Khad Dali Jati Hai

मूंग की खेती में कौन सी खाद डाली जाती है? (Moong Ki Kheti Me Kaun Si Khad Dali Jati Hai) : मूंग की फसल बारिश मौसम मे की है तो बहुत कम सिंचाई की जरूरत होती है पर ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल में 4 से 5 सिंचाई जरूर करें। पर मूंग की फसल में अधिक सिंचाई करने से उत्पादन अधिक नहीं मिलता पर पौधे की विकास बहुत तेजी से होने लगती है और उत्पादन बहुत कम मिलता है।

ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती बहुत सारे किसान भाई करते है पर कई किसान भाई के मन में सवाल रहता है की मूंग की फसल में कौन सी खाद कब और कितनी मात्रा में देनी चाहिए ताकि उत्पादन अधिक मिले और कमाई अधिक हो सके।

आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की मूंग की फसल में सिंचाई कब और कौन सी खाद का प्रयोग करना चाहिए। ताकि किसान को ज्यादा उत्पादन प्राप्त हो और बंपर कमाई के साथ मुनाफा हो सके।

मूंग की खेती में कौन सी खाद डाली जाती है? (Moong Ki Kheti Me Kaun Si Khad Dali Jati Hai)

मूंग की फसल में पौधे की अच्छी विकास और पौधे से अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए कुछ खाद और उर्वरक का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर किसान ने मूंग की खेती एक हैक्टर जमीन में की है तो उन्नत किस्में के बीज की बुवाई मुख्य खेत में करने से पहले 20 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम सल्फर, और 20 किलोग्राम पोटाश इन के अलावा डायअमोनियम फास्फेट डी.ए.पी. खाद भी देना चाहिए।

मूंग की फसल में आप टेक्नोजेड खाद आधुनिक ओआरटी (ORT) तकनीक आधारित सूक्ष्म कणों द्वारा तैयार किया जिंक उर्वरक है। इस में जिंक ऑक्साइड 14 प्रतिशतऔर सल्फर 67 प्रतिशत डब्ल्यूडीजी (WDG) होता है। मूंग के पौधे की जड़ो में ज्यादा जिंक अवशोषित होता है। इस खाद का इस्तेमाल मूंग की फसल में कम मात्रा में करे तब भी उत्पादन रेकोड़ तोड़ मिलेगा।

सल्फर मूंग के पौधे को प्रोटीन, क्लोरोफिल, यह मूंग के पौधे से उत्पादन बढ़ाने का कार्य करता है। सल्फर में एमिनो एसिड और विटामिन का घटक मोजूद होते है। मूंग के पौधे को जब सल्फर की कमी होती है तब पौधे की वृद्धि अटक जाती है। जब पौधे की विकास रुक जाती है तब उत्पादन में भी बहुत फर्क दिखाई देता है और उत्पादन कम प्राप्त होता है। सल्फर की कमी से उत्पादन तो कम प्राप्त होता है पर इस उत्पादन की क्वालिटी भी अच्छी नहीं होती है।

फार्टिस और टेकनोजेड मूंग की फसल के लिए बेहद जरूरी है। इन से उत्पादन बढ़ेगा गारंटी के साथ इन का इस्तेमाल आप एक हैक्टर के हिसाब से टेकनोजेड 4 किलोग्राम और फार्टिस 6 किलोग्राम की मात्रा से डालना चाहिए। इन्हे आप मूंग की फसल में जब फसल 20 से 30 दिन की हो जाए तब फार्टिस 3 किलोग्राम की मात्रा से और 3 किलोग्राम 40 से 50 दिन को।फसल हो जाने के बाद डाले। और टेकनोजेड मूंग की फसल 25 से 30 दिन की हो जाए तब 4 किलोग्राम को दर से डाले। इन के बाद 2 किलोग्राम मूंग की फसल 45 से 55 दिन की हो जाए तब देना चाहिए।

मूंग की फसल जब 10 से 15 दिन की हो जाए तब आप 20 : 20 : 20 : खाद का भी इस्तेमाल कर सकते है। इन्हे आप 16 लीटर पानी में 100 ग्राम का नाप लेकर पानी में अच्छे से घोल के मूंग के छोटे पौधे पर छिड़काव कर सकते है। इन का रिजल्ट भी बढ़िया मिलता है।

मूंग की फसल में सिंचाई कब करें?

मूंग की फसल गर्मी के दिनो मे की है तो पानी की जरूरत तो होगी तब पौधे की अच्छी विकास होती है पर ज्यादा पानी या सिंचाई करने से उत्पादन अधिक प्राप्त नहीं होता पर पौधे की विकास अधिक होती है। इस लिए मूंग की फसल में सिंचाई आप 4 से 5 बार ही करे। सिंचाई का कोई उचित समय नहीं होता है। मूंग की फसल में सिंचाई आप अपनी मिट्टी के हिसाब से करनी है 3 से 4 सिंचाई में भी मूंग की फसल अच्छे से पक के तैयार हो जाती है। यह सिंचाई आप मिट्टी की नमी को देख कर करे मूंग की खेती में बीज बुवाई के बाद एक सिंचाई जरूर करें ताकि मूंग के बीज अच्छे से अंकुरित हो जाए बाद में जब मिट्टी सीखने लगे तब 15 से 20 दिन के अंतर में सिंचाई करनी चाहिए।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को मूंग की खेती में कौन सी खाद डाली जाती है? (Moong Ki Kheti Me Kaun Si Khad Dali Jati Hai) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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