सहजन की खेती कैसे होती है (Sahjan Ki Kheti Kaise Hoti Hai) : वर्तमान समय में किसान सहजन की खेती की तरफ तेजी से बढ़ रहे है क्यों की सहजन की खेती एक अधिक कमाई वाली खेती मानी जाती है। सहजन की खेती में बहुत कम लागत आती है पर मुनाफा अधिक होता है। इन के अलावा यह बात भी हो शक्ति है की आज कल औषोधिक पौधे की खेती की तरफ भी लोगो का ध्यान बढ़ रहा है।
सहजन की फलिया, फूल, पत्तो और इन के बीज सभी की मांग बाजार में बहुत रहती है। सहजन की फलियों की सब्जी बनाई जाती है और फूल, पत्तो, और बीज का इस्तेमाल कई औषोधिक दवाई में किया जाता है। इस लिए इन की मांग बाजार में बहुत अधिक है और इन की मार्केट डिमांड की वजे से इन के भाव अधिक मिलता है और किसान को अच्छी कमाई होती है।
सहजन में कई पोषक तत्व मौजूद होते है। जैसे की कार्बोहाइड्रट, प्रोटीन, लोहतत्व, सोडियम, मैगनीशियम, कैल्शियम, मैगनीज, पोटेशियम, वसा, आदि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते है। इन सहजन की सभी चीजे काम की है। जैसे की इन की पतिय, फूल, फली, बीज, जेड, डाली, इन के अलावा इन की छाल इन सब का कही न कही इस्तेमाल होता है।
आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम सहजन की खेती कैसे होती है (Sahjan Ki Kheti Kaise Hoti Hai) और इस सहजन की खेती से कितनी कमाई होगी इन सभी बाते पर अधिक जानकारी प्राप्त करेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।
सहजन की खेती कैसे होती है (Sahjan Ki Kheti Kaise Hoti Hai)
सहजन की खेती आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में सफलतापूर्वक कर शकते है। पर जीस मिट्टी में सहजन के बीज या पौधे लगाए उस मिट्टी का जल निकास अच्छा होना चाहिए। और सहजन की खेती बलुई दोमट मिट्टी में अच्छा उत्पादन देती है। और मिट्टी के पीएच की बात करें तो 6 से लेकर 7.5 के बिच का अच्छा माना जाता है।
सहजन का पौधा शुष्क और उष्ण कटिबंधीय जलवायु में अच्छे से विकास करता है। और तापमान 25℃ से 35℃ तक का अच्छा माना जाता है। सहजन ठंड को भी सहजता से सहन कर शकता है पर जो सर्दी के दिनों में पाला पड़ता है यह उसे नुकशान पंहुचा शकता है। और बारिश के दिनों में अधिक बारिश पड़ने पर भी कोई नुकशान नहीं होता है।
सहजन की उन्नत किस्में कौन कौन सी है?
सहजन की खेती से एक साल में दो बार उत्पादन प्राप्त करना है तो आप सहजन की इन उन्नत किस्में की रोपाई करें जैसे की कोयंबटूर 2, रोहित 1, पी.के.एम.1, कोयंबटूर 1 व् कोयंबटूर 2, ओडीसी, पी.के.एम.2 आदि सहजन की उन्नत किस्में है और यह सभी किस्में के पौधे की अच्छे से देखभाल करेंगे तो आप को एक साल में दो बार उत्पादन प्राप्त होता है।
सहजन के पौधे कैसे लगाई जाते है?
सहजन के पौधे की रोपाई करने से पहले खेत को अच्छे से दो से तीन बार गहरी जुताई करें और आखरी जुताई के बाद पाटा चला के जमीन को समतल करें। इन के बाद पौधे लगाने के लिए आप 2.5 X 2.5 मीटर की दुरी रख के 40 X 40 X 40 सैमी का खड्डा तैयार करें। इन एक खड्डे में आप 8 से 10 किलोग्राम अच्छे से सड़ी गोबर की खाद मिट्टी में मिला के इन खड्डे को भर दे और एक सिंचाई कर देना है। इन के बाद आप इन खड्डे में सहजन को पौधे की रोपाई कर शकते है।
सहजन की खेती बीज बुवाई कर के की है तो जब तक बीज में से पौधा अच्छे से अंकुरित होकर ना निकले तब तब आप उस खड्डे की मिट्टी की नमी बनी रहे इस प्रकार सिंचाई करे। और पौधा बड़ा हो जाये और जब फूल आने लगे तब आप अधिक सूखा या अधिक सिंचाई ना करें नहीं तो दोनों अवस्थान में फूल जड़ने की सम्भावना रहती है। इस लिए आप सहजन की खेती में जरुरत के अनुसार हलकी सिंचाई करें। सहजन का पौधा एक बार अच्छे से विकास कर के बड़ा हो जाता है तो आप को उत्पादन भी अधिक मिलेगा। और इन के पौधे की कटाई चटाई भी करनी चाहिए। पौधा बहुत उच्चा ना हो जाए और फलिया तोड़ने में कोई दिकत ना हो शके।
सहजन के पौधे, पेड़ पर कुछ रोग और कीट का भी अटैक रहता है इन कीट और रोग का आप योग्य दवाई का छिड़काव कर के नियंत्रण करें नहीं तो यह पौधे की सारी पतिया खा जाते है और एक पौधे से दूसरे पौधे पर जल्द फेल जाते है। और इन के कारण उत्पादन में भी बहुत फर्क दिखाई देता है।
सहजन की खेती में उत्पादन और कमाई
सहजन की खेती में आप इन की फलियों की तुड़ाई योग्य समय पर कर लेनी चाहिए। और इन पौधे को हर साल फलियों की तुड़ाई पूरी होजाने के बाद पौधे को जमीन से 2 से 3 फिट की उचाई से काट देना चाहिए। ऐसे करने से गर्मी के दिनों में पौधे को अधिक सिंचाई की जरुरत भी नहीं होती है और पौधे से उत्पादन भी हर साल अच्छा मिलता है। और एक पौधे से 45 से 50 किलोग्राम तक का उत्पादन प्राप्त होता है और इन से अधिक भी उत्पादन प्राप्त हो शकता है।
सहनक की खेती में इन की तुड़ाई आप इन की फली में रेशा यानि के बहुत बड़ी हो जाने से पहले कर लेनी चाहिए। ताकि बाजार भाव अच्छा मिले और बीज के लिए आप उस फली को अच्छे से पक के सुख जाने के बाद करें। इन का मार्केट बाजार 15 रुपए एक किलोग्राम के आप साप रहता है। इस लिए इन की खेती से किसान लाखों रुपए की कमाई कर रहे है।
अन्य भी पढ़े :
- गुड़ बनाने के लिए गन्ने की यह किस्म का अधिक इस्तेमाल होता है जाने इन की विशेषता
- सोयाबीन की नई किस्म लॉन्च जो KTI (केटीआई) फ्री और प्रोटीन से भरपूर
- Disease Control In Cabbage : पत्तागोभी की फसल में रोग और कीट का नियंत्रण
आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को सहजन की खेती कैसे होती है (Sahjan Ki Kheti Kaise Hoti Hai) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।