सोयाबीन एक तिलहन फसल है, जिस की बुवाई 10 जून से लेकर 10 जुलाई तक किसान बंधु करते है, और अधिक उपज भी प्राप्त करते है। सोयाबीन की फसल का सही समय क्या है (Soybean Ki Farming) कई राज्य में प्रमुख खेती के रूप में भी की जाती है।
सोयाबीन की उत्तम वेराइटी की बुवाई सुरू हो गई है। इस साल बारिश थोड़ी देर से हुई है, बारिश देर से आने के कारण किसान उलझन में पड़ गए है, की सोयाबीन की फसल की बुवाई कब करनी चाहिए।
भारत के कई राज्य में अभी भी बारिश नहीं हुई है, तो कई राज्य में बारिश बेशुमार हुई है। इस के कारण किसान दुविधा में है इन किसान बंधु को आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम सोयाबीन की खेती की जानकारी प्रदान करेंगे।
सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली उन्नत वैराइटी
हमारे देश में सोयाबीन की कई सारी उन्नत वैराइटी प्रसिद्ध है। इन में से सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने मुख्य तवे चार वैराइटी को तैयार किया है। जैसे की एनआरसी 12, एनआरसी 2, एनआरसी 37, एनआरसी 7, है।
सोयाबीन की इन से अलावा भी कई सारी किस्मे है। Alankar, जे. एस-335, Pant Soybean 1042, Shilajeet, जे.एस. 93-05, VL soya 2, जे. एस. 95-60, Pusa 22, जे.एस. 97-52, PK 262, जे.एस. 20-29, जे.एस. 20-34, इन के अलावा भी सोयाबीन की उन्नत किस्मे है।
हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने इन के अलावा कई वैराइटी तैयार की है इन वेराइटी में उपज अधिक होती है और कई रोग एवं कीट भी अटेक नहीं करते।
सोयाबीन की एमएसीएस 1407 यह वैराइटी की ज्यादातर बुवाई असम, छत्तीसगढ़, झारखंड आदि राज्य में किसान करते है। और इन राज्य में इस वैराइटी को अनुरूप मिट्टी और वातावरण भी उपयुक्त माना जाता है।
सोयाबीन की कई किस्मे है जो 40 क्विंटल तक की पैदावार मिलती है तो कई किस्मे की पैदावार 20 क्विंटल भी प्राप्त होती है इस लिए जब भी सोयाबीन की फसल करे तब जरूर उत्तम वैराइटी की बुवाई करे।
सोयाबीन की इन वैराइटी की बुवाई करने का सहि समय 10 जून से 10 जुलाई तक माना जाता है।
सोयाबीन की बुवाई किसान बंधु कब कर शकते है?
सोयाबीन की बुवाई 10 जून से 10 जुलाई तक कर शकते है। और इन समय को सोयाबीन की उन्नत किस्में की बुवाई करने के लिए सब से अच्छा माना जाता है।
यह साल बारिश देर से आई है तो किसान बंधु उलझन में नही रहेना है, सोयाबीन की फसल थोड़ी से भी कर शकते है और बंपर पैदावार भी प्राप्त कर शकते है।
सोयाबीन की फसल से अच्छी उपज लेनी है तो बारिश जब 8 से 10 सैमी की हो जाए तब सोयाबीन के दाने की बुवाई मुख्य खेत में कर श्कते है।
सोयाबीन की फसल में खाद कोन सा और कितना डाले?
सोयाबीन की फसल की अच्छी विकास और सोयाबीन के दाने की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए खाद देना बेहद जरूरी है।
सोयाबीन की फसल में अच्छे से सड़ी गोबर की खाद एक हैक्टर के हिसाब से 13 से 15 टन डालनी चाहिए। और रासायनिक खाद भी योग्य मात्रा में देनी चाहिए।
सोयाबीन की खेती के लिए जरूरी पोषक तत्व नाइट्रोजन, पोटाश, सुपर फास्फेट, पोटाश, यूरिया, इस प्रकार के खाद डाले जाते है।
सोयाबीन की फसल में इन खाद की मात्रा विविध खाद की विविध है ।जैसे की नाइट्रोजन 30 किलोग्राम, फास्फोरस,40 किलोग्राम, पोटाश 55 किलोग्राम इन खाद को सोयाबीन के दाने बुवाई के समय डालना चाहिए।
इन के अलावा जब फसल थोड़ी बड़ी हो जाए और इन के पौधे पर फूल आने लगे तब योग्य मात्रा में यूरिया, डी.ए.पी भी दे शकते है।
किसान बंधु इस प्रकार सोयाबीन की फसल की बुवाई करे
सोयाबीन की खेती पिछले साल बहुत किसान बंधू ने की थी पर बारिश कम होने के कारण सोयाबीन की फसल में उपज काफी काम मिली इस लिए इस साल कई किसान ने ठान लिया की इस साल सोयाबीन की फसल नहीं करेंगे।
सोयाबीन की फसल में अधिक उपज प्राप्त करने के लिए सोयाबीन की खेती इस प्रकार करेंगे तो किसान बंधू को बहुत लाभ होता है और नुकशान कम होता है।
सोयाबीन की खेती में से ज्यादा पैदावार प्राप्त करने के लिए सोयाबीन की फसल इस तकनीक से करे। जैसे की ऊंची क्यारी में या टी रिज एंड फरो तकनीक से करेंगे तो बारिश ज्यादा हो या बारिश कम हो उपज अधिक मिलेंगी।
सोयाबीन की फसल में अधिक बारिश के कारण बहुत नुकशान भी होता है इस परिस्थिति में सब सोइलेट नमक यंत भी चलाई जाते है इन यंत चलाने से जमीन की जल निकासी अच्छी होती है।
सोयाबीन की उपज
सोयाबीन की फसल लगभग 90 से लेकर 110 दिन में पक के तैयार हो जारी है। सोयाबीन के पौधे के पातो जब हरे रंग से पीले रंग के हो जाते है तब सोयाबीन की फलिया पौधे से काट के अलग कर लेना चाहिए।
सोयाबीन की खेती एक हैक्टर में की है तो 20 से लेकर 25 क्विंटल तक उपज मिलती है। तो कई किस्मे 40 क्विंटल तक की उपज भी प्राप्त हो शक्ति है।
सोयाबीन की विविध वैराइटी की उपज भी अलग अलग प्राप्त होती है कई वैराइटी की कम तो कई वैराइटी की अधिक होती है।
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FAQ’s
सोयाबीन की बुवाई का सही समय क्या है?
सोयाबीन की बुवाई का सही समय 10 जून से लेकर 10 जुलाई तक कर शकते है।
सोयाबीन की 1 एकड़ में कितनी पैदावार होती है?
सोयाबीन की एक एकड़ में 7.5 से 8.5 क्विंटल तक की पैदावार प्राप्त होती है
सोयाबीन किस मिट्टी में उगाया जाता है?
सोयाबीन बलुई दोमट मिट्टी में अच्छी विकास करती है और पैदावार भी अच्छी मिलती है।
सारांश
नमस्ते किशान भाईयो इस आर्टिकल के माध्यम से आपको सोयाबीन की फसल का सही समय क्या है (Soybean Ki Farming) इन के बारे में बारीक़ से जानकारी मिली होगी।
सोयाबीन की खेती में ए आर्टिकल आप को बहुत हेल्पफुल होगा। उम्मीद रखते है की ए आर्टिकल आप को बहुत पसंद भी आया होगा। इस लिए ए आर्टिकल को अपने सबंधी एवं मित्रो और किशान भाई को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।
भारत में सोयाबीन की फसल का सही समय क्या है (Soybean Ki Farming) इन आर्टिकल के अंत तक बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद