हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए 👉🏿👉🏿👉🏿 यहां क्लिंक करे
तरबूज की फसल में खाद का प्रबंधन कैसे करे? (Tarbuj Ki Fasal Me Khad Ka Prabandhan Kaise Kare) : तरबूज की फसल में पोषक तत्वों की खपत मुख्य रूप से मौसम पर निर्भर करती है। तरबूज के खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले उसकी गहरी जुताई करनी पड़ती है। जिसके बाद खेत को कुछ समय के लिए ऐसे ही खुला छोड़ दिया जाता है।
इसके बाद खेत में प्राकृतिक खाद के रूप प्रति एकड़ के हिसाब से 2-3 टन सड़ी हुई गोबर की खाद डाली जाती है। खाद डालने के बाद खेत की फिर से अच्छे से जुताई कर दी जाती है। इससे खेत की मिट्टी में गोबर की खाद अच्छे से मिल जाती है। यदि आप चाहे तो वर्मी कम्पोस्ट खाद को भी इस्तेमाल कर सकते है। फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए तरबूज का उर्वरक प्रबंधन करना बहुत ही जरूरी है।
तरबूज की खेती में खाद का प्रबंधन कैसे करे?
जब आप खेत को तैयार करे तो 8 टन गोबर की गली सड़ी खाद खेत में आखरी जुताई से पहले दे। इसके साथ आप आखिरी जुताई से पहले एजोस्पिरिलम और फॉस्फोबैक्टीरिया 1 किलोग्राम प्रति एकड़ और स्यूडोमोनोआस 1 किलोग्राम/एकड़ के साथ एफवाईएम 50 किलोग्राम और नीम केक 40 किलोग्राम डालें।
किसान भाइयों जब फसल 10-20 दिनों की हो जाए उस समय करना चाहिए। 22 किलोग्राम फोस्फोरस, 22 किलोग्राम यूरिया और 22 किलोग्राम पोटाश का प्रयोगकरे। आप इन सभी नुट्रिएंट्स को फर्टिगेशन के माध्यम से भी दे सकते है।
किसान भाइयों जब फसल 30 से 35 दिन बाद एन.पी.के 00:52:34 5 ग्राम प्रति लीटर पानी, धनजाइम गोल्ड 2 मिली प्रति लीटर पानी, और बोरान 20% इंस्टा बोर 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में डालकर फसल में छिड़काव करें या फिर फसल में ड्रिप के माध्यम से चलाएं।
इन दवाइयों का उपयोग करने से आपके तरबूज की फसल में फूल अधिक मात्रा में आएंगे तथा तरबूज की फसल में फूलों के झड़ने की समस्या नहीं आएगी।
किसान भाइयों जब फसल 45 से 50 दिन बाद एन.पी.के 13:00:45 5 ग्राम प्रति लीटर पानी, समुद्री शैवाल अर्क 2 मिली प्रति लीटर पानी में डालना चाहिए। और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स इंस्टाफर्ट कॉम्बी 1 से 1.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में डालकर फसल में छिड़काव करें या फिर फसल में ड्रिप के माध्यम से चलाएं।
इन दवाइयों का उपयोग करने से तरबूज की फसल में फलों की संख्या में वृद्धि होगी तथा फलों का आकार भी अधिक मात्रा में बढ़ेगा और इससे के साथ फलों में चमक बनी रहेगी।
किसान भाइयों फसल 55 से 60 दिन बाद एन.पी.के 00:00:50 5 ग्राम प्रति लीटर पानी, वनस्पति अर्क 2 मिली प्रति लीटर पानी में डालना चाहिए। और बोरान 20% इंस्टा बोर 1 से 1.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में डालकर फसल में छिड़काव करें या फिर फसल में ड्रिप के माध्यम से चलाएं।
इन दवाइयों का उपयोग करने से फलों में मिठास बढ़ेगी तथा फल समान आकार के रहेंगे और फलों में अच्छे चमक के साथ प्रत्येक कर उत्पादन भी बढ़ेगा।
अन्य भी पढ़े :
- फरवरी महीने में करे इन सब्जी की खेती और करे लोखो रुपए का मुनाफा
- भारत सरकार घर बनाने के लिए 50 लाख रुपये की लोन दे रही है। भारी सब्सिडी के साथ, जानिए कैसे मिलिगी ए लोन?
- यह दिखने में है कायेदार पर शेहद के लिए मीट मच्छी से भी ताकत प्रदान करता है। जाने विस्तार से
आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को तरबूज की फसल में खाद का प्रबंधन कैसे करे? (Tarbuj Ki Fasal Me Khad Ka Prabandhan Kaise Kare) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।