आलू की यह वैरायटी कम खर्च में बंपर पैदावार और होगी तगड़ी कमाई

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Aalu Ki Unnat Kisme

आलू की उन्नत किस्में (Aalu Ki Unnat Kisme) : हमारे देश में आलू की खेती कई राज्य में किसान बड़े पैमाने में करते है। और अधिक उत्पादन के साथ अच्छी कमाई भी करते है पर कई बार ऐसे कोई रोग लग जाता है की किसान को मुनाफा कम और नुकशान अधिक हो जाता है। आलू की खेती हमारे देश में चावल, गन्ने, धान इन फसल की कटाई के बाद की जाती है।

आलू की फसल से बंपर पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान को आलू की उन्नत किस्म का चुनाव करना है और इन की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए। तब जाकर अधिक पैदावार मिलेगी और अच्छी कमाई होगी।

आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल में हम आलू की उन्नत किस्में (Aalu Ki Unnat Kisme) और इन की खासियत क्या है इन के बारे में बहुत कुछ जानेंगे और आलू की खेती कैसे की जाती है इन सभी बाते पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहना है।

आलू की उन्नत किस्में (Aalu Ki Unnat Kisme)

आलू की उन्नत किस्म हमारे देश में कई सारी हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने तैयार की है और इन में से कुछ आलू की उन्नत किस्म अधिक उत्पादन के लिए जानी जाती है। इन में से कुछ आलू सब्जी के लिए है तो कुछ किस्म चिप्स और पराठे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आलू की उन्नत किस्म कई सारी है इन में से हम कुफरी पुखराज किस्म, कुफरी अलंकार, कुफरी सिंदूरी किस्म, कुफरी लोहित, कुफरी नीलकंठ किस्म, कुफरी चिप्सोना, कुफरी उदय, आलू की यह किस्म अधिक उत्पादन के लिए लोकप्रिय है।

कुफरी पुखराज किस्म : आलू की यह उन्नत किस्म कम समय में अच्छे से तैयार हो जाती है। और इस किस्म की खेती हमारे देश के उतर भारत के मैदानी विस्तार में अधिक होती है। आलू की यह उन्नत किस्म की खेती गुजरात, उतर प्रदेश, बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब आदि राज्य में किसान बड़े स्तर पर करते है। इस आलू का गूदा हल्का पीले रंग का होता है। और बुवाई के बाद 95 से 100 दिन में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। एक एकड़ जमीन से 145 से 160 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

कुफरी अलंकार : आलू की यह उन्नत किस्म की खेती हमारे देश भारत के उतर मैदानी विस्तार में किसान बड़े पैमाने में करते है और यह बुवाई के बाद 70 से 80 दिन में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। और एक हैक्टर जमीन में से 230 से 250 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है।

कुफरी सिंदूरी किस्म : आलू की यह उन्नत किस्म सर्दी में गिरने वाले पाले को सहन कर शक्ति है। और इन की खेती मैदानी विस्तार और पहाड़ी विस्तार दोनों में बड़े स्तर पर किसान करते है। आलू की यह उन्नत किस्म देर से तैयार होती है पर पहाड़ी विस्तार से जल्द मैदानी विस्तार में तैयार हो जाती है बुवाई के बाद 115 से 120 दिन में खुदाई के लिए तैयार हो जाती है।

कुफरी लोहित : आलू की यह उन्नत किस्म बुवाई के बाद माध्यम अवधि में तैयार हो जाती है और इन का रंग लाल होता है। इन की खेती उतर भारत के मैदानी विस्तार, पूर्वी मैदानी विस्तार में अधिक होती है। आलू की यह किस्म की मांग बाजार में बहुत होती है इस लिए इन की खेती से किसान अधिक कमाई कर शकते है।

कुफरी नीलकंठ किस्म : आलू की यह उन्नत किस्म अधिक उत्पादन के लिए लोकप्रिय है। और इस में एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में पाए जाता है। और सर्दी के मौसम में अधिक ठंड को भी बड़ी सहजता से सहन कर शक्ति है। इन की बुवाई करने के बाद 95 से 100 दिन में अच्छे से पक जाते है और आप खुदाई कर शकते है। इन की खेती हमारे देश भारत के उतरी मैदानी विस्तार में अधिक होती है।

आलू की खेती कैसे करें?

आलू की खेती से अधिक उपज प्राप्त करने के लिए आप रेतीली दोमट या तो सिल्टी दोमट मिट्टी का चुनाव करे। और मिट्टी का पीएच मान 5 से लेकर 6.5 तक का अच्छा माना जाता है। और आलू की फसल को अनुकूल जलवायु की बात करें तो माध्यम शीतल जलवायु की जरूरत होती है। और फल की अच्छी विकास के लिए 15℃ से 20℃ तक का तापमान सब से अच्छा माना जाता है। पर 15℃ से लेकर 30℃ तक का तापमान सहन कर शकता है इन से अधिक तापमान आलू को प्रभावित कर शक्ति है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को आलू की उन्नत किस्में (Aalu Ki Unnat Kisme) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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