भैंस की ये Top 4 नस्ल जो अधिक दूध देने के लिए जानी जाती है। जाने विस्तार से

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now
5/5 - (1 vote)
Bhains Ki Jyada Dudh Dene Wali Nasl

भैंस की ज्यादा दूध देनेवाली नस्ल (Bhains Ki Jyada Dudh Dene Wali Nasl)

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए 👉🏿👉🏿👉🏿 यहां क्लिंक करे

भारत में खेती के साथ साथ पशुपालन की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। इस लिए किसान खेती के साथ पशुपालन व्यवसाय करके अपनी कमाई बढ़ा रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पशुपालन व्यवसाय के लिए नई नई भैंसो की नस्लों पर जोर दिया जा रहा है। गाय व भैंस की कई ऐसी किस्में हैं जो सबसे ज्यादा दूध देती हैं। डेयरी उद्योग के लिए तो ये नस्लें काफी लाभकारी साबित हो रही हैं।

विश्व में भैंस के दूध को ज्यादा पसंद किया जाता है। इसके पीछे कारण ये है कि भैंस का दूध गाय के दूध से ज्यादा अधिक गाढ़ा होता है। इसमें विटामिन की मात्रा भी ज्यादा होती है। हालांकि भैंस के दूध से ज्यादा गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए अधिक गुणकारी होता है। लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं भैंस की ऐसी उन्नत नस्लों के बारे में जिनसे अधिक दूध प्राप्त किया जा सकता है। तो बता दें कि भैंस की कई ऐसी उन्नत नस्ले हैं जिनसे काफी अच्छा दुग्धोत्पादन प्राप्त करके बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है।

मुर्रा भैंस की नस्ल (Murrah Breed of Buffalo)

मुर्रा नस्ले अधिक दूध देने वाली नस्ल मानी जाती है। भारत में बहुत से किसान इसे पालकर काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। इसके दूध देने की क्षमता अन्य सभी भैंसो की नस्लों से ज्यादा होती है। इसके पालन के लिए किसान को मध्यप्रदेश सरकार की ओर से इस नस्ल की खरीद पर सब्सिडी भी दी जा रही है। इस भैंस की खासियत यह है कि इसका दूध गाढ़ा होता है।

इसमें विटामिन की मात्रा 7 प्रतिशत पाई जाती है। इस भैंस का रंग काला होता है। हरियाणा में इसे काला सोना के नाम से भी जानी जाती है। भारत में इस भैंस का सबसे अधिक पालन हरियाणा और पंजाब में किया जाता है। इतना ही नहीं इसके दूध की बेहतर क्वालिटी के कारण इसे इटली, बुल्गारिया, मिस्र ऐसे कई देशों में भी पाला जाने लगा है।

मुर्रा भैंस की विशेषता, कीमत और लाभ

इसका रंग स्याह काला होता है। इसके सींग जलेबी के आकार के होते हैं यानि गोल मुड़े हुए होते हैं। मुर्रा भैंस का सिर छोटा व सींग छल्ले के आकार के होते हैं। इसकी पूंछ लंबी और पिछला हिस्सा सुविकसित होता है। इसके सिर, पूंछ और पैर पर सुनहरे रंग के बाल पाये जाते हैं। मुर्रा भैंस की गर्भा अवधि 300 से 310 दिन की होती है।

यदि इसकी सही तरीके से देखभाल की जाए तो यह भैंस प्रतिदिन 25 से 30 लीटर तक दूध देती है। इसके दूध के भाव काफी अच्छे मिलते हैं। यदि बात की जाए इसकी कीमत की तो मुर्रा भैंस की कीमत बाजार में काफी ऊंची होती है। आमतौर पर इसकी कीमत 50,000 रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक हो सकती है। मुर्रा भैंस की कीमत इसकी दूध देने की मात्रा पर निर्भर करती है।

भदावरी भैंस की नस्ल ( Bhadavari buffalo breed )

भदावरी भैंस की नस्ल भी अधिक दूध देने वाली नस्लों में शामिल है। हालांकि यह नस्ल मुर्रा नस्ल की भैंस से थोड़ा कम दूध देती है। लेकिन इसका दूध घी बनाने के लिए सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है। इस नस्ल की भैंस का आकार मध्यम होता है। इसके शरीर पर बहुत कम बाल होते हैं। इसकी टांगे छोटी और मजबूत होती है। इसके सींग तलवार के आकार के होते हैं। इसकी गर्दन के निचले भाग पर दो धारियां पाई जाती है जिन्हें कंठ माला कहा जाता है।

भदावरी भैंस का लाभ और कीमत

भैंस की यह नस्ल अधिक गर्म और आर्द्र जलवायु में भी आराम से रह सकती है। इतना ही नहीं इस नस्ल की भैंस को जो भी मिल जाए उसे खाकर अपना गुजारा कर सकती है। इस नस्ल में खाद्य परिवर्तन की क्षमता अन्य नस्लों से अधिक होती है। इस नस्ल की भैंस प्रतिदिन औसतन 7 से 9 किलोग्राम दूध देती है। यदि अच्छी तरह रखरखाव व पौष्टिक खुराक दी जाए तो इससे 10 से 12 किलोग्राम तक प्रतिदिन दूध प्राप्त किया जा सकता है। भदावरी भैंस की कीमत 70 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक होती है।

जाफराबादी भैंस की नस्ल ( Jafarabadi buffalo breed )

जाफराबादी नस्ल की भैंस भी अधिक दूध देने वाली नस्लों में शामिल है। इसका मूल स्थान गुजरात का जाफराबाद है। इसके कारण ही इसका नाम जाफराबादी भैंस हो गया है। यह भैंस प्रतिदिन 25 से 30 लीटर तक दूध दे सकती है। यह भैंस वजन में काफी भारी होती है। दूध का व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए भैंस की यह नस्ल काफी अच्छी मानी जाती है।

जाफराबादी भैंस की विशेषता, लाभ और कीमत

जाफराबादी नस्ल की भैंस का मुंह थोडासा छोटा होता है। इसके सींग घुमावदार होते हैं। इसका रंग काला होता है और इसकी त्वचा ढीली होती है। इस नस्ल की भैंस के माथे पर सफेद निशान होता है। यही इसकी सबसे बड़ी पहचान है। यह भैंस वजन में अन्य प्रजाति की भैसों से ज्यादा भारी होती है। जाफराबादी भैंस का वजन 800 किलोग्राम से लेकर 1 टन तक होता है। इसका रंग काला होता है।

यह भैंस अन्य नस्लों की भैंस से ज्यादा दिन तक दूध देती है। यह भैंस हर साल बच्चा देती है जो डेयरी उद्योग के लिए फायदेमंद होता है। इसका दूध बेचकर या इस नस्ल की भैंस को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इस भैंस की कीमत 60 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक होती है।

सूरती भैंस भैंस की नस्ल ( surti buffalo buffalo breed )

भैंस की अधिक दूध देने वाली नस्लों में सूरती भैंस भी शामिल है। यह भैंस गुजरात के चारोतर पथ में पाई जाती है। यह स्थान माही और साबरमती नदियों के बीच पाया जाता है। इस नस्ल के सबसे अच्छे पशु गुजरात के आणंद, बडौदा और कैरा जिलों में मिलते हैं। इस भैंस को सूरती के अलावा चारोटारी, दक्कनी, गुजराती आदि नामों से जाना जाता है।

इस नस्ल की खास बात ये है कि ये नस्ल वजन में हल्की होती है। इसका सिर लंबा होता है। इससे यह भैंस की अन्य नस्लों की तुलना में कम फीड का उपयोग करती है। इसका पालन करके भी अच्छी दूध प्राप्त किया जा सकता है।

सूरती भैंस की विशेषता, लाभ और कीमत

इस नस्ल की भैंस की रंग रस्टी ब्राउन से सिल्वर ग्रे या ब्लैक तक होता है। इसके दूध में वसा की उच्च मात्रा पाई जाती है। यह नस्ल सीमित सुविधाओं और संसाधन में भी दूध का अच्छा उत्पादन देती है। इसकी फीड आवश्यकता भी अन्य नस्लों से कम होती है, ऐसे में इसके खान पान पर लागत कम आती है।

यह नस्ल कम भूमि वाले छोटे व सीमांत किसानों के लिए लाभकारी है। सूरती भैंस का वजन 300 से 400 किलोग्राम तक होता है। इसके दूध में 9 से लेकर 12 प्रतिशत तक वसा पाई जाती है। इस नस्ल की भैंस एक दिन में 9 से लेकर 13 लीटर तक दूध देती है। सूरती भैंस की बाजार में कीमत 50 हजार रुपए या इससे ज्यादा होती है।

अन्य भी पढ़े :

आज के इस आर्टिकल में हम ने आप भैंस की ज्यादा दूध देनेवाली नस्ल (Bhains Ki Jyada Dudh Dene Wali Nasl) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।

इस लेख को किसान के साथ शेयर करे...

Leave a Comment

buttom-ads (1)