Types Of Soil In India : आप जानते है की भारत में कितने प्रकार की मिट्टी पाई जाती है। तो सेल जानते है।

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Types Of Soil In India

Types Of Soil In India : दोस्तों आप जानते है की भारत में कितने प्रकार की मिट्टी (Soil) पाई जाती है। तो भारत को कृषि प्रधान देश के नाम से जाना जाता है। क्योंकि ज्यादातर भारत (India) की आबादी कृषि क्षेत्र में काम कर रही है। विश्व में भारत जनसंख्या में दूसरा स्थान पर है। कहा जाता है की भारत 2030 से 2035 तक विश्व में भारत जनसँख्या में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा। भारत में आबादी ज्यादा होने से कूद की जरुरत कृषि में से ही पूर्ण कराती है।

दोस्तों भारत के अलग-अलग राज्यों में आपको अलग-अलग प्रकार की फसलें देखने को मिल जाएंगी, जिनसे विभिन्न प्रकार के खाद्यान प्राप्त किया जाता है। हालांकि, इन फसलों को उगने के लिए अलग-अलग प्रकार की मिट्टी (Soil) की भी जरूरत होती है। जो फसलों को सही पोषण देकर उन्हें उगने में मदद करती है। आपने बचपन में अपनी किताबों में भारत में पाई जाने वाली मिट्टी (Soil) के बारे में पढ़ा होगा। क्या आपको पता है कि भारत में कितने प्रकार की मिट्टी पाई जाती है। तो इस ikhedutputra.com के माध्यम से हम यह जानेंगे।

भारत की मिट्टी के प्रकार (Types Of Soil In India)

भारत में कुल 8 प्रकार की मिट्टी पाई जाती है, जिनकी उर्वरक क्षमता अलग-अलग है। इसमें जलोढ़ मिट्टी, काली मिट्टी, लाल और पीली मिट्टी, जंगली मिट्टी, मरू मिट्टी, लैटेराइट मिट्टी, नमकीन मिट्टी और पीट मिट्टी शामिल है।

(1) काली मिट्टी (Black Soil)

दोस्तों काली मिट्टी (Black Soil) यह भारत की मिट्टियों में से सबसे अच्छी मिट्टी मानी जाती है। जिसे रेगुर मिट्टी भी कहा जाता है। इस मिट्टी में नाइट्रोजन, पोटास और ह्यूमस की कमी होती है। इस के साथ ही इसे काली कपास की मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि, इस मिट्टी में कपास की खेती अधिक होती है। भारत में यह मिट्टी आपको गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में देखने को मिल जाएगी। यह मिट्टी जल को अधिक सोख लेती है। वहीं सूखने पर इस मिट्टी में दरारें पड़ जाती हैं। वहीं, इस मिट्टी का निर्माण दक्कन ट्रैप के लावा चट्टानों के फूटने से हुआ था। ऐसे में इस मिट्टी को लावा मिट्टी भी कहा जाता है।

(2) लाल मिट्टी (Red Soil)

लाल मिट्टी(Red Soil) यह मिट्टी शुष्क वातावरण के चट्टानों के टूटने से बनती है। और पानी के संपर्क में पिली दिखती है। दोस्तों सबसे बड़ी बात तो यह है की इस मिट्टी में लोहा, चुना, और अल्युमिनियम बहुत ज्यादा मिलता है। यह मिट्टी बाजरा की फसल के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी मणि जाती है। इस के आलावा कपास के लिए भी यह मिट्टी बहुत ज्यादा उपयोगी मानी जाती है। भारत में यह मिट्टी आपको राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू और महाराष्ट्र में देखने को मिल जाएगी।

(3) जलोढ़ मिट्टी (Alluvial Soil)

जलोढ़ मिट्टी वह मिट्टी होती है, जो कि बहते हुए पानी के साथ जमा होती है। यह भुर भुरी और ढीली मिट्टी होती है। जिसके कण आपस में नहीं चिपकते हैं। यह मिट्टी आमतौर पर कई कणों से मिलकर बनी होती है। जिसमें गाद(सिल्ट), बालू और बजरी के कई बड़े और छोटे कण होते हैं। इस मिट्टी को अक्सर नदियों के किनारे देखा जा सकता है।

(4) जंगली मिट्टी (Wild Soil)

जंगली मिट्टी भारत के वनक्षेत्र में पाई जानी वाली मिट्टी है। आपको यह मिट्टी अधिक वर्षा वाले वनों में देखने को मिल जाएगी। घाटी के किनारों पर इस मिट्टी के बड़े कण देखने को मिलते हैं।

(5) मरू मिट्टी (Aridi Soil)

यह मिट्टी पूरी तरह से शुष्क मिट्टी होती है। जो कि शुष्क वातावरण में होती है। रेगिस्तानी इलाकों में आपको इस प्रकार की मिट्टी देखने को मिल जाएगी, वहीं, धरती का अधिकांश भाग इसी मिट्टी से बना है।

(6) लैटेराइट मिट्टी (laterite Soil)

दोस्तों लैटेराइट मिट्टी लैटेराइट चट्टानों से फूटकर बनी होती है। जो कि चौरस ऊंची भूमियों पर मिलती है। इस मिट्टी में एल्यूम्यूनियम, लोहा और चूना सबसे ज्यादा मिलता है। वहीं, गहरी लैटेराइट मिट्टी में पोटाश और आइरन ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा होती है। भारत में यह तमिलनाडू, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में मिल जाएगी।

(7) नमकीन मिट्टी (Salty Soil)

किसान नमकीन मिट्टी में नमक की मात्रा ज्यादा होती है। हालांकि यह फसलों के लिए अच्छा नहीं है। क्योंकि, मिट्टी में नमक ज्यादा होने की वजह से फसलों पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इस मिट्टी को कल्लर मिट्टी भी कहा जाता है। जिसमें नाइट्रोजन की मात्रा कम होती है।

(8) पीट मिट्टी (Peat Soil)

दोस्तों पीट मिट्टी को जैविक मिट्टी भी कहा जाता है। जो कि दलदली मिट्टी होती है। यह मिट्टी आपको उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और केरल आदि दरियाई विस्तारो में देखने को मिलती है। इस मिट्टी में फॉसफॉरस और पोटाश की मात्रा अधिक नहीं होती है।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को भारत की मिट्टी के प्रकार (Types Of Soil In India) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

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