अदरक की खेती कैसे और कब की जाती है? | Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He

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नमस्ते किशान भाईयो आज के इस आर्टिकल में अदरक की खेती कैसे और कब की जाती है? (Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He) इन के बारे में बारीक़ से जानकारी प्राप्त करेंगे। अदरक की खेती हमारे देश भारत के कई राज्य में किशान करते है।

अदरक की फसल गुजरात, उड़ीसा, कर्णाटक, आसाम, मेघालय और भी राज्य में किशान करते है। और अच्छी उपज के साथ साथ मुनाफा भी अधिक करते है। अदरक की खेती उष्ण कटिबंधीय और उप उष्ण कटिबंधीय विस्तार में किशान करते है।

अदरक की फसल कंद के रूप में ली जाती है।अदरक की पैदावार में हमारा देश भारत सब से प्रथम नंबर पर है। अदरक की मांग शर्दी की मौसम में काफी बढ़ जाती है। अदरक का उपयोग चाय में और कई लोग तो सब्जी में भी उपयोग में लेते है। में कई औषोधिक गुण भी मौजूद होता है।

अदरक को विशेषतौर पर मसाला के रूप में उपयोग में लिए जाता है। इन के अलावा कई सौंदर्य प्रसाधन में भी उपयोग में लिए जाता है। जैसे के अदरक का तेल एवं पाउडर और क्रीम बनाने में भी उपयोग में लेते है। अदरक को सूखा के सोंठ भी बनाते है।

अदरक में ओषधिक गुण के कारण कई रोग एवं बीमारी के इलाज में भी उपयोगी है। जैसे की जुखाम, खासी एवं शर्दी और भी पेट के कई रोग में अदरक काफी लाभदायक साबित होता है। अदरक में इस प्रकार के कई रोग एवं बीमारी में काफी हद तक इस्तेमाल किया जाता है।

Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He
अदरक की खेती कैसे और कब की जाती है? (Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He)

अदरक के कंद विविध किस्मे के कंद का रंग भी अलग अलग होता है। जैसे की हल्का हरा रंग एवं हल्का गुलाबी रंग और हल्का पीला रंग के अदरक के कंद होता है।

अदरक का स्वाद थोड़ा तीखा होता है। अदरक में विटामिन सी, कैल्शियम, मेग्नेशियम, आयरन, फ़ोस्फोरस, जिंक और कॉपर आदि पोषक तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते है। अदरक के सेवन से बैक्टरिया और वायरस से लड़ने की शक्ति अधिक मिलती है।

अदरक का सेवन करने से कई बीमारी एवं रोग से अपना बचाव कर शकते है। अदरक के सेवन करने से मानव शरीर को कई प्रकार के लाभ होते है। अदरक में इस प्रकार के गुण होते है और इस प्रकार के उपयोग में लेते है। इस लिए आज के ज़माने में अदरक की मांग बाजार में काफी बढ़ती जाती है।

इस मांग के कारण अदरक की खेती किशान कर के अच्छा मुनाफा भी प्राप्त कर शकता है। अगर आप अदरक की खेती करना चाहते है तो आप सही आर्टिकल पर है। इस आर्टिकल में आप को अदरक की खेती की संपूर्ण जानकारी मिलेगी।

अदरक की खेती कैसे और कब की जाती है? (Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He)

अदरक की खेती बलुई दोमट मिट्टी में और रेतीली लाल मिट्टी में भी अच्छे से होती है। पर अदरक की खेती के लिए ऐसी मिट्टी की पसंदगी करे की उस मिट्टी में जीवाश्म एवं कार्बनिक पदार्थ पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो। और उस मिट्टी का पीएच मान 6 से 7.5 के बिच का होना चाहिए।

अदरक की खेती में खेत तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई कर के अच्छी मात्रा में सड़ी गोबर की खाद आखरी जुताई से पहेले डाल के मिट्टी में अच्छे से मिला देनी चाहिए। इन के बाद बेड तैयार कर के अदरक की बुवाई कर शकते है। और बेड से बेड की दुरी 60 सैमी की रखनी चाहिए।

अदरक की बुवाई अप्रैल से मई महीने तक की जाती है और अदरक की खेती के लिए यही समय उचित माना जाता है। और कई विस्तार में विविध किस्मे की बुवाई जून में भी किशान करते है। अदरक की खेती में जल निकास की अच्छी वयवस्था होनी चाहिए।

अदरक की फसल में जल भराव से कंद सड जाते है और किशन को भारी नुकशान भुगतना पड़ता है। इस लिए अदरक की फसल में जल निकास की अच्छी वयवस्था करनी चाहिए।

अदरक की फसल गर्म एवं आर्द्रता जलवायु में अच्छे से विकास करती है। अदरक के पौधे अंकुरित होने के लिए 18℃ से 25℃ तक के तापमान अच्छा माना जाता है। और अदरक के कंद की अच्छी विकास के लिए 28℃ से 35℃ तक के तापमान की जरूरत होती है।

अदरक की उन्नत किस्में

अदरक की उन्नत किस्मे के नाम कुछ प्रकार के है। सुप्रभा, वायनाड लोकल, हिमाचल, आई आई एस आर वरदा, वुल्लूनाटू, अरनाडू, सुरुचि, सुरभी जोरहाट, इन के अलावा भी कई अदरक की उन्नत किस्मे है। अदरक की फसल 8 से 9 महीने में पाक के तैयार हो जाती है। अदरक की खेती एक हेक्टर में की है तो 210 से 260 क्विंटल तक की प्राप्त होती है।

इन में से कई किस्मे के रंग हल्का पीला एवं अल्का गुलाबी और हल्का हरा होता है। भारत में इन सभी किस्मे की बुवाई किशान विविध विस्तार में करते है। और इन में से कई किस्मे अधिक धुप में भी अच्छे से विकास करती है।

अदरक में कौन सी खाद डालें?

अदरक की खेती में खाद योग्य समय पर देना बेहद जरूरी है। अदरक के पौधे की अच्छी विकास एवं अदरक के कंद की अच्छी वृद्धि के लिए खाद डालना चाहिए। अदरक की फसल में इस प्रकार के खाद दाल शकते है। एक हेक्टर के हिसाब से सड़ा हुआ गोबर 13 से 15 टन डाल के मिट्टी में अच्छे से मिला देना चाहिए।

अदरक की खेती में इन के अलावा नाइट्रोजन, यूरिया, फास्फोरस, जिंक, पोटाश, और एसएसपी इस प्रकार की खाद डाल शकते है। इन में नाइट्रोजन 60 किलोग्राम पोटाश 30 किलोग्राम और जिंक की कमी है तो 30 किलोग्राम जिंक छिड़काव कर शकते है।

अदरक की फसल में फास्फोरस 25 किलोग्राम एवं यूरिया और एसएसपी भी योग्य मात्रा में दाल शकते है। अदरक की खेती में इस प्रकार के खाद बुवाई हो जाने के बाद 60 दिन के बाद देना चाहिए।

अदरक की फसल कितने दिन में तैयार होती है?

अदरक की फसल की बुवाई अप्रैल से मई एवं जून महीने में किशान करते है और इस समय में बुवाई कर के अदरक के कंद 220 से 240 दिन में पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाता है। अदरक के कंद की खुदाई बुवाई के बाद ठीक 8 से 9 महीने के बाद कर शकते है।

अदरक के पौधे के पतों जब हरे रंग से पीले रंग के हो जाए तब अदरक के कंद पूरी तरे से पक के तैयार हो जाते है।

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FAQ’s

Q-1. अदरक की खेती कब और कैसे की जाती है?

Answer : अदरक की खेती अप्रैल से जून महीने तक कर शकते है। अदरक की खेती गर्म और आर्द्रता वाले विस्तार में अच्छे से की जाती है। अदरक की खेती में योग्य समय खाद भी डाले और जब कोई कीट या रोग का अटेक दिखे तब योग्य दवाई का छिड़काव कर के अदरक के पौधे को उस रोग एवं कीट से मुक्त करना चाहिए।

Q-2. अदरक कितने दिन में तैयार हो जाती है?

Answer : अदरक की कई सारी उन्नत किस्मे है। इन में से कई किस्मे है जो 210 से 240 दिन में पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। तो कई किस्मे है जो 200 से 210 दिन में पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। इन में से जल्द पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाने वाली दो किस्मे हे एक आई आई एस आर वरदा, एवं आई आई एस आर महिमा ए दोनों किस्मे जल्द पक के तैयार हो जाती है।

Q-3. अदरक में कौन सी खाद डालें?

Answer : अदरक में सड़ा गोबर, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, यूरिया, एसएसपी और जिंक इस प्रकार के खाद डाले। अदरक की खेती करने से पहेले मिट्टी का जास परख जरूर करवा लेना चाहिए। ताकी पता चले की उस मिट्टी में कौन कौन से तत्व की कमी है। उसी प्रकार अदरक की खेती में खाद डाले।

Q-4. अदरक कब बोना चाहिए?

Answer : अदरक अप्रैल से मई और कई विस्तार में जून महीने भी अदरक की बुवाई करते है। अदरक को दिन में कभी भी बोना चाहिए। इन का कोई फिक्स समय नहीं है।

Q-5. अदरक का दूसरा नाम क्या है?

Answer : अदरक को हमारे देश भारत में कई नाम से जानते है जे से की गुजरात में आदु एवं बंगाली में आदा और तेलगु में आल्लायु नाम से जानते है। वे से तो अदरक का उपयोग प्राचीन कल से मसाला में करते है। अदरक को चाय में सब्जी में और कई

सारांश

नमस्ते किशान भाईयो इस आर्टिकल के माध्यम से आपको अदरक की खेती कैसे और कब की जाती है? (Adrak Ki Kheti Kese Aur Kab Ki Jati He) इन के बारे में बारीक़ से जानकारी होगी। और अदरक की उन्नत किस्मे कौन कौन सी है। इन के बारेमे भी बहुत कुछ जानने कोहोगा।

अदरक की खेती कब और कैसे की जाती है और अदरक की खेती एक हेक्टर में करे तो उपज कितनी प्राप्त कर शकते है। और अदरक की खेती में कौन कौन से खाद और कितना देना चाहिए। इन के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा।

अदरक की खेती में ए आर्टिकल आप को बहुत हेल्पफुल होगा। और ए आर्टिकल आप को बहुत पसंद भी आया होगा। इस लिए ए आर्टिकल को अपने सबंधी एवं मित्रो और किशान भाई को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। इस आर्टिकल के अंत तक बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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