किसान कटहल की खेती कब और किस प्रकार से करे जाने पूरी जानकारी

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now
Rate this post

कटहल का पौधा सदाबहार 10 से 15 फिट की ऊंचाई वाला और फेलावदार और सखाओ वाला पेड़ है। इस कटहल की खेती कब और कैसे की जाती है (kisan kathal ki kheti kab aur kis prakar se kare) इन की जानकारी किसान को होनी चाहिए ताकि इन की खेती किसान बड़ी आसानी से कर सके और अच्छी कमाई भी कर शकते है।

kisan kathal ki kheti kab aur kis prakar se kare

इस कटहल का वानस्पतिक नाम औनतिरिस टोक्सिकारिया है। कटहल के फल बहुत बड़ा होता है कई फल तो इतना बड़ा होता है की इन का वजन 15 से 20 किलोग्राम तक का होता है इन के फल के ऊपरी हिच्छे पर छोटे छोटे कटे होते है। कटहल के फल में कई पोषक तत्व मौजूद होते है। इसी लिए तो कटहल के दाम भी बाजार में अच्छे मिलते है। (When and how the farmer should cultivate jackfruit)

अन्य भी पढ़े : मल्चिंग पेपर खेत में बिचाने के क्या क्या फायदे

कटहल की खेती के लिए मिट्टी की पसंदगी। तापमान और जलवायु

कटहल के पौधे आम तो सभी प्रकार की मिट्टी में रोपाई कर शकते है पर इन के पौधे की अच्छी विकास और पौधे पर लगे फल की अच्छी वृद्धि के लिए इन की खेती बलुई दोमट मिट्टी में सब से अच्छी होती है।
कटहल के पौधे जीस जमीन में रोपाई करे उस जमीन का पी. एच. मान 6.5 से 7 के बिच्का होना चाहिए। और जमीन की जल निकास की व्यवस्था भी अच्छी होनी चाहिए।
कटहल की खेती को गर्म और आद्र जलवायु की जरूरत होती है। कटहल के पौधे गर्म और बारिश के मौसम में बड़ी आसानी से विकार कर लेते है पर जब सर्दी का मौसम आता है और अधिक ठंड पड़ती है और ठंड के कारण पड़ने वाला पाला इन के लिए बहुत नुक्शनकार्क होता है।

कटहल की उन्नत किस्में और रोपाई

हमारे देश भारत में कटहल की कई सारी उन्नत किस्में (वेराइटी) मौजूद है जिनकी खेती कर के किसान अधीन कटहल के फल की प्राप्ति कर शकते है और अच्छा मुनाफा भी कर शकते है। कटहल की प्रसिद्ध प्रजाति के नाम कुछ इस प्रकार के है केसे की गुलाबी, स्वर्ण मनोहर, खजवा, रुद्राक्षी, सिंगापुरी, आदि उन्नत किस्में है। इस कटहल की खेती में इन के पौधे बारिश के मौसम में जून महीने से लेकर जुलाई महीने तक कर देनी चाहिए यह समय इन की खेती के लिए सब से अच्छा माना जाता है।

यह भी पढ़े : अगस्त महीने में करे ये 4 फसल की खेती तो बंपर कमाई हो सकती है

कटहल के पौधे पर लगाने वाले रोग एवं कीट

कटहल की खेती में जब कटहल के पौधे या पेड़ पर फल दिखने लगे तब कई प्रकार के रोग एवं कीट अटैक करते है और बहुत नुकसान भी पहुंचाते है।
कटहल की खेती में मुख्य रोग एवं कीट फल सेडक इली, मिली बग, गुलाबी धब्बा, तना सेडल इली आदि रोग एवं कीट अटैक करते है और नुकसान भी पहुंचाते है। कटहल की खेती में जब भी कोई रोग या कीट का अटैक दिखाई दे तब तुरंत योग्य दवाई का छिड़काव कर के इन रोग और कीट से कटहल के पौधे को मुक्त करना चाहिए।

कटहल के पौधे या पेड़ में लगे फल की कटाई कब और कैसे करे।

कटहल के पौधे की बुवाई के बाद ठीक 3.5 से 4.5 साल बाद फल देना शुरू हो जाता है और आप ने कटहल के बीज की बुवाई कर के पौधे तैयार किया है तो 7.6 से 8.6 साल बाद कटहल के फल प्राप्त कर शकते है। कटहल के फल हमे मार्च माने से लेकर जून महीने तक बाजार में देखने को मिलेंगे।

कटहल की खेती से कितना हो शकता है बेनिफिट (लाभ)?

कटहल के पेड़ आम तो कई साल तक फल देता है पर जब इन के पेड़ पुराने हो जाते है तब फल भी बहुत कम लगाते है।
कटहल की खेती एक हैक्टर जमीन में करनी है तो लगभग 145 से 155 पौधे की रोपाई कर शकते है। कटहल के पौधे पूर्ण विकसित पौधे से साल भर के 900 से 1000 तक के फल प्राप्त कर शकते है। और इस प्रकार की कटहल के फल की उपज से किसान साल के 3.5 से लेकर 4.5 लाख की कमाई बड़ी आसानी से कर शकते है।

इसे भी पढ़े : किसान लखपति ही नहीं करोड़पति भी बन शकता है ये खेती करके

निष्कर्ष:

नमस्ते किसान बंधु इस आर्टिकल में हम ने आप को कटहल की खेती कब और किस प्रकार से करनी है। इन के बारे में बहुत कुछ बताया है। और आप ने चोंच लिया है की कटहल की खेती करनी है तो यह आर्टिकय आप को कटहल की खेती लिया खुबाज हेल्प फूल होगा।
कटहल की खेती के बारे में आप के मानने जो भी सवाल है वह सारे सवाल आप हमे कॉमेंट कर के पूछ शकते है, इन के अलावा आप अन्य फल और सब्जी वर्गी फसल की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप हमारे इस ब्लॉग में जुड़ शकते है और ikhedutputra.com web site पर जाकर व्हाटशॉप ग्रुप में भी जुड़ सकते है।
हम उम्मीद रखते है की ये आर्टिकल आप को बहुत पसंद आया होगा इस लिया ये आर्टिकल को अपने मित्रो और सगा संबंधी और किसान बंधु को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और इस आर्टिकल के अंत तक बने रहने के लिए आप का हम तहेदिल से सुक्रियादा करते है और आप का बहुत बहुत धन्यवाद।

इस लेख को किसान के साथ शेयर करे...

नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

Leave a Comment

buttom-ads (1)