गर्मी में लौकी की खेती करने वाले किसान रखे इन बातो का ध्यान उत्पादन बंपर होगा।

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Lauki Kaun Se Mahine Me Lagai Jati Hai

लौकी कौन से महीने में लगाई जाती है? (Lauki Kaun Se Mahine Me Lagai Jati Hai) : हमारे देश में इस समय गर्मी का मौसम शुरू हो शुका है। और कई किसान इस गर्मी के दिनों में विविध सब्जी वर्गी फसल के उन्नत बीज की बुवाई करते है। आधी उत्पादन के साथ अच्छी कमाई करते है। पर कई किसान को नुकशान भी होता है।

लौकी एक सब्जी वर्गी फसल है। लौकी का इस्तेमाल कई जगह में होता है। जैसे की सब्जी बनाने में, रायता बनाने में, कोप्ता, हलवा, ढोकला, सिरों, इन के अलावा लौकी का तेल भी निकाला जाता है। जो दिमांग के लिए काफी फायदेमंद होता है। लौकी का इस्तेमाल कई बीमारी से ठीक होने के लिए भी किया जाता है।

लौकी पेट के कई बीमारी में राहत मिलती है। जैसे की कब्ज, पेट साफ, खांसी, कफ आदि के इस्लाज के लिए भी लौकी का इस्तेमाल होता है। लौकी में कई पोषक तत्व और विटामिन पाए जाते है। जैसे की प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, मेग्नेशियम, विटामिन बी, सी, ए, आदि पोषक तत्व और विटामिन मौजूद होते है।

सब्जियों में लौकी एक महत्वपूर्ण कद्दू की सब्जी है। इसकी खेती के अलावा इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन जैसे रायता, कोप्ता, हलवा, खीर आदि बनाने में किया जाता है। यह कब्ज को कम करने, पेट साफ करने, खांसी या कफ को दूर करने में बहुत फायदेमंद है। इसके मुलायम फलों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आहारीय फाइबर, खनिज लवण के अलावा कई विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। लौकी की खेती पहाड़ी इलाकों से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों तक बड़े पैमाने पर की जाती है. निर्यात की दृष्टि से सब्जियों में लौकी का बहुत महत्व है।

गर्मी के मौसम में किसान करेला, ककोड़ (कंटोला), तोरई, मिर्च, और लौकी आदि सब्जी के उन्नत बीज की बुवाई करते है। इन में से गर्मी के दिनों में लौकी की खेती किसान को अच्छा मुनाफा देने वाली है। पर लौकी की खेती गर्मी के दिनों में कब और कैसे करते है। लौकी की उन्नत किस्में कौन कौन सी है। इन की खेती में कौन सी बाते पर ध्यान देना है ताकि अधिक उत्पादन मिले और अच्छी कमाई हो शके आदि सवाल आप के मन में आते है। पर इन सभी सवाल के जब आप को इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के अंत तक मिल जाएगा।

लौकी कौन से महीने में लगाई जाती है? (Lauki Kaun Se Mahine Me Lagai Jati Hai)

किसान लौकी की खेती साल में तीन बार ऊगा शकता है। लौकी को जायद मौसम में खरीफ मौसम में और रबी मौसम तीनो मौसम में लौकी की खेती कर शकते है और अच्छा उत्पादन प्राप्त कर के बंपर मुनाफा प्राप्त कर शकते है। इन में जायद मौसम में जनवरी महीने में खरीफ मौसम में जून से जुलाई महीने में और रबी मौसम में आप सितंबर से अक्टूबर महीने तक कर शकते है। पर कई किसान लौकी की उन्नत किस्में की खेती अप्रैल महीने में करते है और अच्छा उत्पादन के साथ अधिक कमाई करते है।

अप्रैल महीने में लौकी की खेती करने वाले किसान रखे इन बातो का ध्यान

ग्रीष्मकालीन ऋतु में लौकी की खेती किसान मार्च महीने के 15 दिन बाद और अप्रैल महीने के प्रथम 15 दिन तक कर शकता है। गर्मी के मौसम में लौकी की अगेती खेती करने के लिए आप पौधे घर पर भी ऊगा शकते है या पास की नर्सरी से खरीद शकते है। घर पर लौकी की उन्नत किस्में के बीज उगाने के लिए आप को प्लग ट्रे या तो प्लास्टिक बैग की जरूरत होगी। इन बैग में आप कोकोपिट, वर्मीकम्पोष्ट से भर दे और बीज की बुवाई कर के पौधे तैयार कर शकते है।

लौकी की उन्नत किस्में कौन कौन सी है ?

लौकी की खेती से अधिक उत्पादन और बंपर कमाई करने के लिए आप को लौकी की उन्नत वैरायटी के बीज का चुनाव करना होगा। और लौकी के उन्नत किस्में बाजार में कई सारी हमारे कृषि वैज्ञानिकोंने तैयार की है। जैसे की कशी गंगा, पूसा नवीन, माइको, नरेंद्र रश्मी, वरूण, अर्का बहार, पूसा संदेश इन से भी अधिक किस्में लौकी की है जो अधिक उत्पादन के लिए जानी जाती है।

लौकी की इन किस्में के बीज की बुवाई आप किसी भी प्रकार की मिट्टी में कर शकते है पर इन के बेल की अच्छी विकास और अधिक उत्पादन के लिए इन की खेती बलुई दोमट मिट्टी में करें तो सब से अच्छी पैदावार प्राप्त होगी। लौकी की खेती ऐसी मिट्टी में ना करे जीस मिट्टी में जल भराव की समस्या रहती है। इन की खेती में जल भराव होने से जड़ गलन जैसे रोग लगते है।

लौकी की खेती को गर्म और आर्द्र जलवायु की जरूरत होती है। इन की खेती गर्मी के मौसम में और बारिश के मौसम को अच्छे से की जाती है। पर सर्दी के दिनों में पड़ने वाला पाल फसल को नुकशान पंहुचाता है। शुष्क और अर्द्धशुष्क जलवायु में लौकी की खेती से आधी उत्पादन प्राप्त होता है। तापमान की बात करें तो 25℃ से 35℃ तक का अच्छा माना जाता है। और पौधे की अच्छी विकास के लिए 30℃ से 39℃ तक का तापमान अच्छा रहता है।

लौकी की खेती नाली विधि से करें तो सब से अच्छा माना जाता है। इस में गर्मी के दिनों में नाली से नाली की दुरी 3 मीटर तक रखनी है और बारिश के मौसम में नाली से नाली की दुरी 4 मीटर तक रखनी चाहिए। और लौकी के पौधे से पौधे की दुरी 90 सैमी की रखनी चाहिए।

लौकी की फसल में खाद और उर्वरक

लौकी की खेती में खाद और उर्वरक की मात्रा मिट्टी के परीक्षण के बाद पता चलता है। पर एक हेक्टर जमीन में लौकी की खेती करते है तो आप को 13 से 15 टन अच्छे से सड़ी गोबर की खाद डालनी है। और अच्छे से मिट्टी में मिला देना है। इन के अलावा रासायनिक खाद में आप नाट्रोजन 45 किलोग्राम, फास्फोरस 30 किलोग्राम और पोटाश 35 किलोग्राम की मात्रा से डाल शकते है। नाट्रोजन की आधी मात्रा और फास्फोरस और पोटाश की पूरी मात्रा खेत तैयारी के साथ देना है। जो नाट्रोजन की अधिक मात्रा है इन को आप लौकी के पौधे 5 से 6 पत्तो हो जाए तब डाले।

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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को लौकी कौन से महीने में लगाई जाती है? (Lauki Kaun Se Mahine Me Lagai Jati Hai) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

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नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

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