ikhedutputra ब्लॉग में आप सभी किशान मित्रो का दिल से स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम मूंगफली की खेती कब होती है (Mungfali Ki Kheti Kab Hoti Hai) इन के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।
इस प्रकार मूंगफली की फसल में से लाखो का मुनाफा करे
हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश में मौसम के हिसाब से खेती किशान करते है। इन में खरीफ पाक जायद पाक और रबी पाक की खेती किशान करते है।
खरीफ पाक की खेती जून जुलाई महीने में करते है और नवंबर या दिसंबर महीने में वे पाक पूरी तरह से पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। रबी पाक की खेती अक्टूबर या नवंबर महीने में करते है। और मार्च या अप्रैल महीने में पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
मूंगफली एक तिलहनी फसल है। तिलहनी वर्गीय फसल में मूंगफली का एक महत्वूर्ण स्थान है। हमारे देश भारत में कई तिलहनी फसल की खेती किशान करते है। इन में सूरजमुखी, सरसो, सोयाबीन, तिल, मूंगफली, अरंडी, कपास, इन के अलावा भी कई फसल की खेती तिलहनी फसल के रूप में करते है।
हमारे देश भारत के कई राज्य में मूंगफली की खेती करते है। इन में से गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, और भी कई राज्य में मूंगफली की खेती किशान बड़े पैमाने में करते है और अधिक मुनाफा भी प्राप्त करते है।
मूंगफली के दाने कई मिठाई में इस्तेमाल करते है। और मूंगफली के दाने में से तेल भी निकाला जाता है और वे तेल खाने की विविध सब्जी में इस्तेमाल करते है। मूंगफली का तेल मानव शरीर के लिए काफी लाभदायक है।
मूंगफली के दाने में कई पोषक तत्व और विटामिन मौजूद होते है। जैसे की विटामिन बी, विटामिन सी, प्रोटीन, फायबर, कार्बोहाइड्रेट , खनिज, कैल्शियम, मेग्नेशियम, जिंक, फास्फोर, एंटी ऑक्सीडेंट, और पोटाश भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। और मूंगफली के दाने का सेवन करने से कई बीमारी में रहत रहती है।
मूंगफली के दाने का सेवन करने से मानव शरीर को शक्ति मिलती है। पाचन तंत्र को मजबूत बनता है। दिल की बीमारी में रहत मिलती है। और खून की कमी को भी पूरी करते है।
मूंगफली के दाने का सेवन करने से मानव शरीर को कई प्रकार के लाभ होते है। इस लिए आज के ज़माने में मूंगफली की खेती बढ़ती ही जाती है और मिंगफली की कई उन्नत किस्मे आज के ज़माने में मौजूद है।
मूंगफली की खेती कब होती है (Mungfali Ki Kheti Kab Hoti Hai)
मूंगफली की खेती के बारे में आप के दिमांग में जो भी सवाल है इन सभी सवाल के जवाब आप को इस आर्टिकल के अंत तक मिल जाएगे। और मूंगफली की उन्नत किस्मे कौन कौन सी है।
मूंगफली की खेती में कौन कौन से रोग एवं कीट अटेक करते है। मूंगफली की खेती एक हेक्टर में करे तो उपज कितनी प्राप्त कर शकते है। मिंगफली की खेती को अनुरूप वातावरण एवं जलवायु बात करे तो मूंगफली की खेती की संपूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में मिल जाएगी।
मिंगफली की खेती की संपूर्ण जानकारी के लिए आप को हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहना होगा।
मूंगफली की वृद्धि के लिए कौन सी मिट्टी सबसे अच्छी है?
मूंगफली की खेती आम तो सभी प्रकार की मिट्टी में कर शकते है पर मूंगफली की फसल की अच्छी विकास एवं अधिक पैदावार के लिए मूंगफली के उन्नत किस्मे की बुवाई रेतीली दोमट मिट्टी या बलुई दोमट मिट्टी में करनी चाहिए।
मूंगफली की खेती कक्रेजी दोमट मिट्टी में करने से मूंगफली की उपज ज्यादा मिलती है। मूंगफली की खेती जीस मिट्टी में करे उस मिट्टी का जल निकास अच्छा होना चाहिए।
मूंगफली की खेती के लिए भूमि का पी एच मान 5.5 से 7.5 के बिच का होना चाहिए। और जल निकास की अच्छी वयवस्था होनी चाहिए। मूंगफली की फसल में ज्यादा पानी भराव से बहुत नुकशान होता है।
मूंगफली की खेती उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छी होता है। इन के पौधे 15°C से लेकर 30°C तक का तापमान अच्छा माना जाता है। मूंगफली की फसल सामान्य तापमान में अच्छे से विकास होती है।
मूंगफली की खेती तैयारी कैसे करें
मूंगफली की खेती से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए मूंगफली की खेत तैयारी अच्छे से करनी चाहिए। मूंगफली की खेती अच्छी जल निकास वाली मिट्टी में करनी चाहिए।
मूंगफली की फसल के लिए खेत तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई कर के मिट्टी को भुरभुरी कर देनी चाहिए। बाद में पाटा चला के जमीन को समतल कर लेना चाहिए। और इन में फाड़ा सल्फर का उपयोग जरूर करे।
मूंगफली की खेत तैयारी में जिप्सप का भी प्रयोग कर शकते है। इन के अलावा सडा गोबर भी योग्य मात्रा में डाल के मिट्टी में अच्छे से मिला देना चाहिए। इन से मिट्टी भुरभुरी रहती है और उपज भी अधिक प्राप्त होती है।
मूंगफली की प्रसिद्ध किस्में
मूंगफली की खेती में आज के ज़माने में कई सारी उन्नत किस्मे हमारे देश और राज्य कृषि संसाधनों द्वारा तैयार की गई है। इन में से कुछ प्रसिद्ध किस्मे के नाम इस प्रकार के है।
मूंगफली की उन्नत किस्मे के नाम कुछ इस प्रकार के है। आर जी 425, आर जी 120, जी जी 7, टीजी 37 ए, जी 201, ऍम 548 120, आरजे 382, एमए10 125, एमए10 130, सी 501, जी 201 110, इन के अलावा भी कई सारी उन्नत किस्मे प्रसिद्ध है और इन में से किसी भी किस्मे की बुवाई करे पैदावार अच्छी मिलती है।
मूंगफली की खेती कौन से महीने में बोई जाती है?
मूंगफली की खेती किशान दो मौसम में करते है एक खरीफ मौसम और रबी मौसम इन में से ज्यादा तर मूंगफली की उन्नत किस्मे की बुवाई जून से जुलाई महीने में करते है।
मूंगफली की खेती खरीफ मौसम में जून या जुलाई महीने में करते है तो नवंबर से दिसंबर महीने में मूंगफली की फसल पूरी तरह से पक के तैयार हो जाती है। जब रबी अक्टूबर से नवंबर महीने में मूंगफली की खेती करते है तो मार्च या अप्रैल महीने में पक के तैयार हो जाती है और मूंगफली की खेती 90 दिन से 120 दिन में पक के तैयार हो जाती है।
मूंगफली की फसल में कौन कौन सी खाद डालें?
मूंगफली की फसल में खाद देना बेहद जरूरी है। मूंगफली के पौधे की अच्छी विकास हेतु और मूंगफली की अच्छी उपज के लिए योग्य समय पर योग्य मात्रा में खाद देना चाहिए।
मूंगफली की खेती में अच्छे से सड़ी गोबर की खाद, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, जिंक, जिप्सप, फाड़ा सल्फर इस प्रकार के खाद मूंगफली की खेती में योग्य समय पर देनी चाहिए।
मूंगफली की फसल की बुवाई करने से पहेले जमीन की जसपारख जरूर करवा लेनी चाहिए। भूमि परीक्षण के बाद ही इन सभी खाद का प्रयोग जरूरियात मुजब करना चाहिए।
मूंगफली की खेती में से अधिक उपज के लिए एक हेक्टर के हिसाब से सड़ी गोबर की खाद 4 से 5 क्विंटल डाले। जिप्सप 250 किलोग्राम की मात्रा में दे शकते है। नाइट्रोजन 20 किलोग्राम, फॉस्फोरस 60 किलोग्राम, पोटाश 20 किलोग्राम के दर से मूंगफली की फसल में डाल शकते है।
मूंगफली की अधिक पैदावार कैसे करें?
मूंगफली की अधिक पैदावार के लिए अच्छे से मूंगफली की फसल की देखभाल करनी चाहिए। और देखभाल में योग्य समय पर सिंचाई करनी चाहिए। जब कोई रोग या कीट का अटेक दिखाई दे तब योग्य दवाई का छिड़काव करना चाहिए।
मूंगफली की फसल में जरूतियात मुजब खाद भी देना चाहिए। जब बिन जरूरी खास दिखाई दे तब खुरपी से निदाई गुड़ाई करनी चाहिए। और रासायनिक दवाई का भी इस्तेमाल कर शकते है।
मूंगफली की फसल में इस प्रकार देखभाल कर के पैदावार अधिक मात्रा में प्राप्त कर शकते है। मूंगफली की खेती एक हेक्टर में की है तो उपज के रूप में 25 से 30 क्विंटल तक की उपज प्राप्त होती है।
मूंगफली की फसल की खुदाई के बाद ठीक 90 से 120 दिन के बाद पूरी तरह से पक के तैयार हो जाती है। जब मूंगफली के पौधे के पाटो हरे से पीले रंग के हो जाए और बुवाई के बाद 90 से 120 दिन के बाद मूंगफली की फसल की खुदाई कर शकते है।
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FAQ’s
मूंगफली कितने महीने में तैयार हो जाती है?
मूंगफली की बुवाई जून से जुलाई महीने में किशान करते है। और बुवाई के बाद नवंबर या दिसंबर महीने में पूरी तरह से पक के खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। मूंगफली की फसल तीन महीने में या तीन महीने के बाद कुछ दिन में तैयार हो जाती है।
मूंगफली की फसल में कौन कौन सी खाद डालें?
मूंगफली की खेती में अच्छे से सड़ी गोबर की खाद, जिंक, सड़ा सल्फर, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश, बोरोन, और जिप्सप इस प्रकार के खाद योग्य मात्रा में मूंगफली की फसल में डालें
मूंगफली की पैदावार कैसे बढ़ाए?
मूंगफली की पैदावार बढ़ाने के लिए मूंगफली की फसल में योग्य समय खाद डालें और जरूरियात मुजब हल्की सिंचाई करनी चाहिए। जब कोई रोग या कीट का अटेक दिखाई दे तब योग्य दवाई का छिड़काव करे। एक से तीन बार निदाई गुड़ाई भी जरूर करे। इस प्रकार मूंगफली की खेती में देखभाल करने से पैदावार अधिक प्राप्त कर शकते है।
मूंगफली की खेती कैसे की जाती है?
मूंगफली के पौधा उष्णकटिबंधीय जलवायु में अच्छे से वृद्धि करते है। इस लिए मूंगफली की फसल में 15°C से 30°C तक का तापमान अच्छा होता है। मूंगफली के पौधे को सूर्य की ज्यादा धुप की और ज्यादा तापमान की आवश्यकता होती है।
भारत में मूंगफली उत्पादन में कौन सा राज्य प्रथम है?
भारत में मूंगफली सब से अधिक उत्पादन राज्य में प्रथम स्थान गुजरात का है। इन के अलावा भी राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्णाटक, और तमिलनाडु इन के अलावा भी भारत के कई राज्य में मूंगफली की खेती किशान करते है और अधिक मात्रा में मुनाफा भी करते है।
सारांश – Mungfali Ki Kheti Kab Hoti Hai
नमस्ते किशान भाईयो इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मूंगफली की खेती कब होती है (Mungfali Ki Kheti Kab Hoti Hai) इन के बारे में बारीक़ से जानेगे और मूंगफली की खेती के लिए कैसी मिट्टी की पसंदगी करनी चाहिए, मूंगफली के पौधे को कैसा जलवायु एवं तापमान अनुकूल होता है,
मूंगफली के बीज कब बुवाई करे, मूंगफली की उन्नत (प्रसिद्ध) किस्मे के नाम, मूंगफली की फसल में कौन कौन सा रोग एवं कीट अटेक करते है, और इन रोग एवं कीट के नियंत्रण कैसे करे और मूंगफली की खेती एक हेक्टर में करे तो किशान कितनी उपज प्राप्त कर शकते है।इस आर्टिकल में मूंगफली की खेती की संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी।
हमे पता है की ए आर्टिकल आप को मूंगफली की खेती के लिए बहुत हेल्पफुल होगा। और ए आर्टिकल आपको बहुत पसंद भी आया होगा इस लिए इस आर्टिकल को अपने सबंधी एवं मित्रो और किशान भाई को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। इस आर्टिकल के अंत तक बने रहने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
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