सिर्फ एक बीघे जमीन से होगी लाखों रूपए की कमाई करे इस फसल की खेती

WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now
5/5 - (1 vote)
Shimla Mirch Ki Unnat Kisme

शिमला मिर्च की उन्नत किस्में (Shimla Mirch Ki Unnat Kisme) : हमारे देश भारत में किसान विविध मौसम के अनुरूप अलग अलग सब्जियों की खेती करते है और इन सभी सब्जियों में शिमला मिर्च का एक अलग ही स्थान है। शिमला मिर्च को कई लोग बेल पेपर के नाम से भी जानते है। इस में खनिज, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन सी, जिंक आदि पोषक तत्व मौजूद होते है।

शिमला मिर्च सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक है इस लिए इन की मांग बाजार में सदा बनी रहती है। इस लिए किसान इस शिमला मिर्च की खेती कर के लाखो रूपए की कमाई कर रहे है। और शिमला मिर्च की अलग अलग किस्में के रंग भी अलग अलग होते है जैसे की हरा, पीला, लाल, और नारंगी रंग के होते है।

शिमला मिर्च की खेती करने से पहले किसान को शिमला मिर्च की विविध किस्में के बारे में जानकारी होनी बहुत जरुरी है। हर साल हमारे देश भारत्त में शिमला मिर्च की खेती 4785 हैक्टर जमीन में की जाती है और उत्पादन की बात करें तो 42235 टन तक का प्राप्त होता है। किसान शिमला मिर्च की खेती कर के अपनी आय बढ़ा शकते है। आई के जानते है इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से शिमला मिर्च की उन्नत किस्में (Shimla Mirch Ki Unnat Kisme) और इन की विशेषता के बारे में इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।

शिमला मिर्च की उन्नत किस्में (Shimla Mirch Ki Unnat Kisme)

खरीफ सीजन शुरू हो चुकी है इस समय किसान शिमला मिर्च की उन्नत किस्में को पसंद कर के अधिक उत्पादन और बंपर कमाई के साथ तगड़ा लाभ प्राप्त कर शकते है। इन में शिमला मिर्च की उन्नत किस्मे जो अधिक किसान पसंद करते है इन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे तो इन्द्रा, बॉम्बे (रेड), सोलन हाइब्रिड 2 , भारत, पूसा दीप्ती शिमला मिर्च आदि किस्में मौजूद है।

इन्द्रा : शिमला मिर्च की यह उन्नत किस्में के पौधे माध्यम उचाई वाले होते है और इन के मिर्च मोठे और गूदेदार होते है। इन के एक मिर्च का वजन 130 से लेकर 150 ग्राम तक का वजन होता है। मिर्च की यह किस्म की खेती किसान एक एकड़ जमीन में करे तो 115 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

बॉम्बे (रेड) : मिर्च की यह उन्नत किस्म जल्द पक के तैयार हो जाती है और इन के पौधे मजबूत और शखावली होते है। इन की खेती उन्नत तरीके से करने के ला आप इन के पौधे की रोपाई छांव वाली जगह में करे। इन के पौधे पर लगे मिर्च का रंग कच्चे का हरा होता है पर पकने पर पूरी तरह से लाल रंग का हो जाता है। इन के एक मिर्च का वजन 130 से लेकर 150 ग्राम तक का होता है। इन के मिर्च को आप कई दिनों तक स्टोर भी कर शक्ति है फिरभी इन के स्वाद में कोई फर्क नहीं पड़ता है।

सोलन हाइब्रिड 2 : शिमला मिर्च की यह उन्नत किस्में अधिक उत्पादन के लिए जानी जाती है। इन क पौधे की रोपाई मुख्य खेत में करने के बाद 60 से लेकर 65 दिन में पहेली तुड़ाई शुरू हो जाती है। शिमला मिर्च की यह उन्नत किस्म सड़न रोग और जीवाणु जनित रोगो के सामने सहनशील है। इन की खेती किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 135 से लेकर 150 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।

भारत : शिमला मिर्च की इस किस्म को इंडो अमेरिकन हाईब्रिड सीड कंपनी द्वार तैयार की गई है। इन के पौधे अधिक घने और पतों अधिक होते है। इन का विकास अधिक ऊपर की तरफ होता है। इन के मिर्च साइज में मोटे और 3 से 4 प्रकोष्ठ वाले होते है। इन के एक मिर्च का वजन 130 से लेकर 150 ग्राम तक का होता है।

अन्य भी पढ़े :

आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को शिमला मिर्च की उन्नत किस्में (Shimla Mirch Ki Unnat Kisme) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। कम लागत में अधिक मुनाफा यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।

हमारे इस ब्लॉग ikhedutputra.com पर हर हमेेश किसान को खेती की विविध फसल के उन्नत बीज से लेकर उत्पादन और इन से होने वाली कमाई और मुनाफा तक की सारी बात बताई जाती है। इन के अलावा जो किसान के हित में सरकार की तरफ से चलाई जाने वाली विविध योजना और खेती के नई तौर तरीके के बारे में भी बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

इन सब की मदद से किसान खेतीबाड़ी से अच्छी इनकम कर सकता है। इस लिया आप हमारी यह वेबसाईट आईखेडूतपुत्रा को सब्सक्राब करे ताकि आप को अपने मोबाईल में रोजाना नई आर्टिकल की नोटिफिकेशन मिलती रहे। इस आर्टिकल के अंत तक हमारे साथ बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद।

इस लेख को किसान के साथ शेयर करे...

नमस्कार किसान मित्रो, में Mavji Shekh आपका “iKhedutPutra” ब्लॉग पर तहेदिल से स्वागत करता हूँ। मैं अपने बारे में बताऊ तो मैंने अपना ग्रेजुएशन B.SC Agri में जूनागढ़ गुजरात से पूरा किया है। फ़िलहाल में अपना काम फार्मिंग के साथ साथ एग्रीकल्चर ब्लॉग पर किसानो को हेल्पफुल कंटेंट लिखता हु।

Leave a Comment

buttom-ads (1)