कपास की फसल में कौन सा बेसल डोज डाले (Kapas Ki Fasal Me Kon Sa Doj Dale) : हमारे देश भारत के कई राज्य में जैसे की गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आदि राज्य के किसान कपास (कॉटन) की खेती करते है और कॉटन की खेती को सफ़ेद सोने की खेती भी कहा जाता है।
कपास की खेती में पौधे की अच्छी विकास और अधिक उत्पादन के लिए कुछ सस्ता और कारगर साबित होने वाला डोज डालने से उत्पादन बंपर प्राप्त होता है और किसान को इस उत्पादन से कमाई भी अच्छी होती है। पर वर्तमान समय में कपास के बाजारी भाव बहुत कम रहते है इस लिए किसान भी बहुत परेशान है और कमाई भी अधिक नहीं होती है फिर भी किसान कॉटन की खेती कर रहे है। इस लिए हमने एक ऐसा डोज बताया है की इन की मदद से कपास का उत्पादन अधिक मिलेगा।
आज के इस ikhedutputra.Com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की कपास की फसल में कौन सा बेसल डोज डाले (Kapas Ki Fasal Me Kon Sa Doj Dale) और इस डोज की मात्रा एक एकड़ जमीन में कितनी रखनी है इन सभी बाटे पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे इस लिए आप हमारे साथ इस आर्टिकल के अंत तक बने रहे।
कपास की फसल में कौन सा बेसल डोज डाले (Kapas Ki Fasal Me Kon Sa Doj Dale)
कपास की फसल में यह जो डोज है यह ककरीली मिट्टी के लिए अलग है और दोमट काली मिट्टी के लिए भी अलग अलग है इस लिए आप ध्यान से इस आर्टिकल को पढ़े और इस डोज का इस्तेमाल आप अपनी कपास की फसल में करेंगे तो इस की मदद से कपास के पौधे की वृद्धि अधिक होगी और उत्पादन भी बंपर प्राप्त होगा।
कपास की फसल में आज जो हम बेसल डोज के बारे में बात कर रहे है यह लॉन्ग टाइम के लिए अच्छा काम करने वाला है। इन में आप की मिट्टी रेतीली है तो आप सिंगल सुपर फास्फेट (S.S.P) लेना है। और आप के खेत की मिट्टी गहरी काली या दोमट है तो आप को यूरिया या तो (M.O.P) का इस्तेमाल करना है।
अगर आप की जमीन में अधिक पौधे का विकास हो रहा है तो आप को (M.O.P) का इस्तेमाल करना है पर पौधे का विकास अच्छे से नहीं हो रहा है तो आप को यूरिया का इस्तेमाल करना है। इन के साथ आप बोरोन जो 20% आता है। और कपास की फसल में बहुत सारे कीट और रोग अतेक करते है इस लिए आप क्लोर एंट्रेन लिपोनॉर्म में आता है एक दानेदार फॉर्म में आता है तो उसका भी आप इस्तेमाल कर सकते है।इन में आप फटेरा ले शकते है।
इन के साथ आप को सिलिकॉन पावडर लेना है अगर यह पावडर नहीं मिला तो आप फसल को मजबूती देने के लिए हुमीक ऐसिड का भी इस्तेमाल कर शकते है। चले कपास की फसल में अधिक उत्पादन के लिए बेसल डोज तो हमने बता दिया है पर कई किसान भाई को अभी भी कुछ समज में नहीं आया होगा। इस लिए एक एकड़ के हिसाब से बेचल डोज के बारें में बताता हु।
कपास की फसल में बेसल डोज की मात्रा कितनी रखनी है?
कपास की फसल में बेसल डोज तो अच्छे से बता दिया है और इस बेसल डोज की मदद से कपास का उत्पादन भी किसान को अधिक मिलने वाला है पर इस डोज की मात्रा अच्छे से समजले और एक एकड़ के हिसाब से यह बेसल डोज इस प्रकार तैयार करें।
- (S.S.P) सिंगल सुपर फास्फेट : 100 किलोग्राम
- यूरिया / M.O.P : दोनों में से एक जमीन को देख कर 30 किलोग्राम
- बोरोन 20% : 1 किलोग्राम
- फटेरा : 3 से 4 किलोग्राम
- सिलिकॉन पावडर : 10 किलोग्राम
- हुमीक ऐसिड : 1 किलोग्राम
इस बेसल डोज का खर्चा बहुत नहीं है पर कपास का उत्पादन बढ़ने के लिए यह सब से अधिक कारगर साबित होता है। इन के अलावा बात करें तो आप की जमीन में उपजाव शक्ति बहुत कम है और हर साल आप कपास की ही फसल करते है और देशी खाद भी नहीं लड़ते है तो आप को मूंगफली की खली या तो सरसों की कड़ी एक एकड़ के हिसाब से 10 से 15 किलोग्राम डालना है।
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आज के इस आर्टिकल में हम ने आप को कपास की फसल में कौन सा बेसल डोज डाले (Kapas Ki Fasal Me Kon Sa Doj Dale) इन के बारे में अच्छी जानकारी बताई है। कम लागत में अधिक मुनाफा यह आर्टिकल आप को सेम की खेती के लिए बहुत हेल्फ फूल होगा और यह आर्टिकल आप को पसंद भी आया होगा ऐसी हम उम्मीद रखते है। और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा किसान भाई और अपने मित्रो को शेयर करे।
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