नमस्ते किशान भाइयो इस आर्टिकल में आप को मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी (Makka Ki Kheti Ki Smpurn Jankari) मिल जाएगी। मक्का की खेती हमारे देश भारत में मैदानी विस्तार एवं पहाड़ी विस्तार दोनो विस्तार में किशान बड़े पैमाने में करते है। और अच्छी उपज भी प्राप्त करते है।
मक्का की खेती भारत के कई राज्य में किशान करते है इन में से आंध्र प्रदेश, राजस्थान, बिहार, उतर प्रदेश, कर्नाटक, और गुजरात इस राज्य में मक्का की खेती बड़े पैमाने में करते है।
मक्का की खेती खरी एवं रबी दोनों दोनों मौसम में कर शकते है। मक्का की खेती बारे माह कर शकते है। मक्का एक प्रमुख खाद फसल है। मक्का अनाज की श्रेण में आता है। मक्का के भुट्टे पका के भी खाते है।
मक्का में कार्बोहाइड्रेट बहुत बड़ी मात्रा में मौजूद होता है। मक्का मानव एवं पशु और पक्षी तीनो के लिए बहुत उपयोगी है।
मक्का का उपयोग मानव के लिए चपाती बना के, मधु मक्का को उबाल के कॉर्नफ्लेक्स, भुट्टा को शेक के, मक्का का पॉपकॉर्न, लइया, कार्ड आइल, और मक्का में से प्रोटीनेक्स, कॉर्न सिरप, चॉकलेट पेन्ट्स एवं लोशन स्टार्च कोका कोला इन सब में भी मक्का का उपयोग होता है।
और बायोफ्यूल में भी मक्का का उपयोग होता है। इन के अलावा पशु आहार एवं मुर्गी के आहार में भी मक्का का बहुत उपयोग होता है। मक्का के भुट्टे काटलेने के बाद बची मक्का की फसल को पशु के चारे में उपयोगी होता है। मक्का इस प्रकार मानव एवं पशु और पक्षी तीनो को बहुत उपयोगी अनाज माना जाता है।
आज के इस आर्टिकल में मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। मक्का की खेती के बारे में आप के मन में जो भी सवाल है इन सारे के सारे सवाल के जवाब आपको इस आर्टिकल के अंत तक मिल जाएगे।
और मक्का की फसल के लिए उपयुक्त मिट्टी, मक्का की खेती को अनुरूप जलवायु एवं वातावरण, मक्का की खेती के लिए खेत तैयारी कैसे करनी होगी, मक्का की उन्नत (प्रसिद्ध) किस्मे कौन कौन सी है।
मक्का की फसल में आने वाले रोग एवं कीट, मक्का की खेती में सिंचाई कब करनी होगी, मक्का की फसल में उपज एवं तोड़ाई कब करे, बात करे तो मक्का की फसल की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से किशान भाइयो को प्रदान की है।
मक्का की खेती में किशान को किन किन बातो पर ध्यान देना चाहिए ? (Makka Ki Kheti Ki Smpurn Jankari)
मक्का की फसल को किसी भी प्रकार की मिट्टी में बुवाई कर शकते है किंतु मक्का के पौधे की अच्छी वृद्धि एवं अच्छी पैदावार के लिए मक्का के बीज की बुवाई बलुई दोमट या काली मिट्टी में करनी चाहिए। मक्का की खेती जीस मिट्टी में करे उस मिट्टी का पी एच मान 5.5 से 7.5 के बिच का होना चाहिए। और उस मिट्टी की जल निकासी भी अच्छी होनी चाहिए।
मक्का की खेती की तैयारी में दो से तीन बार गहरी जुताई कर के वर्मीकम्पोष्ट एवं अच्छे से सड़ा हुआ गोबर की खाद आखरी जुताई से पहले डाल के पाटा चला के मिट्टी को अच्छे से समतल कर लेनी चाहिए। ताकि मक्का की फसल में जल भराव की समश्या टल जाए। और मिट्टी की जांस परख करनी चाहिए।
मक्का की फसल की अच्छी विकास एवं अधिक पैदावार के लिए गर्म जलवायु अच्छा माना जाता है। मक्का के बीज के अंकुरित होने के लिए तापमान 15°C से 25°C तक का अच्छा माना जाता है। और मक्का के पौधे के अच्छी वृद्धि एवं ज्यादा उपज के लिए 20°C से 30°C तक का तापमान अनुकूल आता है।
हाइब्रिड मक्का का बीज कौन सा अच्छा है ?
मक्का की खेती में मक्का की उन्नत (प्रसिद्ध) किस्मे की बुवाई कर के किशान अधिक पैदावार प्राप्त कर शकते है। मक्का की कई सारी प्रसिद्ध किस्मे है इन में से कई किस्मे जल्द पाक के तैयार हो जाती है तो कई किस्मे मध्य और कई किस्मे देर से पक के तैयार होती है।
इन में से जल्द पक के तैयार होने वाली मक्का की किस्मे प्रताप हाइब्रिड मक्का 1, विवेक का 4, 17, 42, 43, एवं जवाहर मक्का 8, इन किस्मे लगभग 70 से 75 दिन में पक जाती है और जवाहर मक्का 12, प्रकाश, पूसा अरली हाइब्रिड मक्का 1, 2, पंत संकुल मक्का 3, अमर, आजाद कमल, विकास मक्का 421, एक्स-3342, हिम 129,
इन के अलावा भी कई सारी किस्मे है वे 80 से 90 दिन में पक जाती है और केएमएच 3712, एचएम 4, 5, जवाहर मक्का 216, केएमएच-3426, बिस्को 2418, एवं एचएम 10, ए सब 90 से 110 दिन में पक के तैयार हो जाती है
मक्का की बुआई का समय (मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी)
मक्का के बीज की बुवाई तीन समय में कर शकते है। एक रबी की समय, जायद के समय और खरीफ की समय। मक्का को रबी फसल खरीफ फसल एवं जायद फसल तीनो की कर शकते है।
जब रबी फसल के रूप में अक्टूबर माह से नवम्बर माह में करे एवं खरीफ फसल के रूप में जून माह से जुलाई माह में करे और जायद फसल के रूप में फरवरी माह से मार्च माह में करनी चाहिए।
इन बीज की बुवाई अगर आप एक हेक्टर में करे तो बीज की मात्रा विविध किस्मे के ऊपर निर्भर रखता है। खरीफ किस्मे के मक्का के बीज की मात्रा 20 से 25 किलोग्राम।
स्वीट कॉर्न किस्मे के बीज 20 किलोग्राम, बेबी कॉर्न किस्मे के बीज 40 किलोग्राम, पोप कॉर्न किस्मे के बीज 17 से 18 किलोग्राम, इस प्रकार विविध किस्मे के बीज की मात्रा भी विविध होती है
मक्का के बीज की बुवाई दो प्रकार से कर शकते है एक तो हाथो से मक्का के बीज की बुवाई करते है और ट्रेक्टर की मदद लेकर भी मक्का के बीज की बुवाई की जाती है। मक्का के बीज की बुवाई जून, जुलाई, एवं अक्टूबर, नवम्बर, और फरवरी, मार्च माह में कर शकते है।
मक्का के बीज की बुवाई कतार में करते है। इन के कतार से कतार की दुरी 75 सैमी और पौधे से पौधे की दुरी 22 सैमी रखनी चाहिए मक्का के बीज की बुवाई से पहेले मक्का के बीज का उपचार अवश्य कर लेना चाहिए।
मक्का के बीज उपचार में थायरम एवं कार्बेन्डाजिम तीन ग्राम लेकर एक किलोग्राम मक्का के बीज उपचार करे। इन से बहुत फायदा होता है। मक्का के बीज को फफूंद से एवं जमीन में मौजूदा कीड़ो से बचता है।
मक्का में कौन सा खाद डालना चाहिए?
मक्का की खेती में खाद देना बेहद जरुरी है। मक्का की फसल की अच्छी वृद्धि एवं अच्छे से उपज प्राप्त करने के लिए खाद योग्य समय पर देना चाहिए। मक्का की फसल में अच्छे से सड़ा हुआ गोबर, यूरिया, डीएपी, एसएसपी, जिंक, नाइट्रोजन, फास्फोरस, एवं जरुरी मुजब पोटाश भी दे शकते है।
एक हेक्टर में गोबर की खाद 13 से 15 टन और यूरिया 180 से 270 डीएपी 67 से 135 एसएसपी 185 से 375 जिंक 20 नाइट्रोजन 80 फास्फोरस फास्फोरस 35 से 40 और पोटाश 30 से 35 किलोग्राम के हिसाब से दे शकते है।
मक्का में खरपतवार नाशक दवा
मक्का की खेती में खरपरवार नियंत्रण भी रखना चाहिए। खरपतवार नियंत्रण नहीं रखते तो उपज में भारी गिरावट देखने को मिलेगी और मक्का की फसल में कई रोग एवं किट भी अटेक करते है इस लिए मक्का की खेती में खरपरवार नियंत्रण रखना खुबज जरुरी है। मक्का की खेती में खरपरवार दो प्रकार से कर शकते है।
एक निदाई गुड़ाई खुरपी चला के और रासायनिक दवाई का इस्तेमाल कर के इन में से हमारा सुझाव हे निदाई गुड़ाई खुरपी से करे रासायनिक दवाई का इस्तेमाल कम करना चाहिए। रासायनिक दवाई से जमीन की उपजाव क्षमता धीरे धीरे कम हो जाती है और बाद में उसी जमीन से किशान को उपज भी कम प्राप्त होती है।
मक्का में सिंचाई कब करनी चाहिए
मका की खेती में पूरी अवधी में 450 ऍम ऍम से 650 ऍम ऍम तक की पानी की जरूरत होती है। मक्का की खेती में बीज बुवाई के बाद तुरंत एक सिंचाई कर देनी चाहिए। इन के बाद जमीन की नमी रखने के लिए योग्य समय पर सिंचाई करनी चाहिए।
मक्का की खेती में जब मक्का के पौधे बड़े होकर उन में भट्टा दिखाई से तब इस भत्ता में दाने अच्छे से भरने लगे तब सिंचाई की आवश्यकता होती है। और मक्का की खेती में जल भराव नहीं रहना चाहिए। जल निकास की अच्छी वयवस्था करनी चाहिए।
मक्का के कीट व रोग
मक्का की खेती में कई प्रकार के रोग एवं कीट अटेक करते है और इस रोग एवं कीट का सही समय उपचार करना चाहिए। वार्ना मक्का की सारी फसल को बर्बाद कर देते है। मक्का की खेती में ज्यादा तर इस प्रकार के रोग एवं कीट दिखाई देते है इन में से तने का गलना।
डाउनी मिल्डयू, टी एल बी, पत्ता झुलस रोग, पत्तों के नीचे भूरे रंग के धब्बे पद जाना, फूलों के बाद टांडों का गलना, पाइथीयम तना गलन, तना छेदक कीट, गुलाबी इली, कॉर्न वार्म, शाख का कीट, दीमक कीट, शाख की मक्खी, इस प्रकार के रोग एवं कीट मक्का की खेती में ज्यादा रत दिखाई देते है
मक्का की उपज कितनी है?
मक्का की फसल की कटाई विविध किस्मे पर विविध समय पर की जाती है। मक्का के भुता की कटाई के बाद कुछ दिन तक धुप में सूखा के थ्रेशर की मदद से मक्का के दाने अलग करते है और कतई के बाद जो मक्का के पौधे हे उस को पशु के आहार के लिए रख देते है।
इन में से उपज या पैदावार की बात करे तो जल्द पक के तैयार होने वाली किस्मे में उपज 55 से लेकर 65 क्विंटल तक की प्राप्त कर शकते है एवं मध्य में पक के तैयार होने वाली किस्मे के उपज 65 से लेकर 70 क्विंटल तक की प्राप्त कर शकते है और देर से पक के तैयार होनी वाली किस्मे के उपज 65 से लेकर 75 क्विंटल तक की प्राप्त कर शकते है
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FAQ’s
Q-1. मक्का के पौधे कितने दिन में पक के तैयार हो जाते है ?
Answer : मक्का के पौधे विविध किस्मे के बीज के बुवाई पर विविध समय पर पक के तैयार होते है। इन में से कई किस्मे 70 दिन एवं कई किस्मे 80 से 90 दिन में पक के तैयार हो जाती है
Q-2. एक हेक्टर में मक्का की उपज कितनी मिलती है ?
Answer : मक्का की उपज विविध किस्मे के ऊपर निर्भर रखती है। एक हेक्टर में लगभग 60 से लेकर 70 क्विंटल तक की भी उपज प्राप्त हो शक्ती है
Q-3. मक्का की फसल किस माह में और कब करनी चाहिए ?
Answer : मक्का की फसल रबी फसल के रूप में अक्टूबर माह से नवम्बर माह में करे एवं खरीफ फसल के रूप में जून माह से जुलाई माह में करे और जायद फसल के रूप में फरवरी माह से मार्च माह में करनी चाहिए
Q-4. मक्का की सब से ज्यादा उपज देने वाली किस्मे कौन सी है ?
Answer : मक्का की सब से ज्यादा उपज देने वाली किस्मे पूसा एच एम 8 है और इस किस्मे की बुवाई तमिंलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, एवं आंध्र प्रदेश और गुजरात के कई विस्तार में इस किस्मे की बुवाई करते है और इस किस्मे से किशान को उपज एक हेक्टर में से 70 क्विंटल से 90 क्विंटल तक की प्राप्त हो शक्ति है
Q-5. मक्का की खेती में कौन कौन सी खाद डाल शकते है ?
Answer : मक्का की खेती में अच्छे से सडा गोबर, यूरिया, डीएपी, एसएसपी, जिंक, नाइट्रोजन फास्फोरस एवं पोटाश इस प्रकार के खाद मक्का की फसल में योग्य समय पर देनी चाहिए अच्छी उपज एवं मक्का के पौधे के विकास के लिए।
सारांश
नमस्ते किशान भाइओ इस आर्टिकल के माध्यम से आपको मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी (Makka Ki Kheti Ki Smpurn Jankari) बारीक़ से मिलेगी और मक्का की खेती के लिए कैसी मिट्टी की पसंदगी करनी चाहिए, मक्का के पौधे को कैसा जलवायु एवं तापमान अनुकूल होता है।
मक्का की उन्नत (प्रसिद्ध) किस्मे के नाम, मक्का की फसल में कौन कौन सा रोग एवं कीट अटेक करते है, और मक्का के पौधे को कौन सा खाद एवं कब देना चाहिए, कपास की खेती एक हेक्टर में करे तो किशान कितनी उपज प्राप्त कर शकते है।
बात करे तो मक्का की खेती की संपूर्ण जानकारी (Makka Ki Kheti Ki Smpurn Jankari) इस आर्टिकल में मिल जाएगी। हमे पता है की ए आर्टिकल आप को मक्का की खेती के लिए बहुत हेल्पफुल होगा। और ए आर्टिकल आपको बहुत पसंद भी आया होगा।
इस लिए इस आर्टिकल को अपने सबंधी एवं मित्रो और किशान भाई को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। इस आर्टिकल के अंत तक बने रहने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद
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